जूना अखाड़े की पवितà¥à¤° पà¥à¤°à¤¾à¤šà¥€à¤¨ छड़ी यातà¥à¤°à¤¾ बà¥à¤§à¤µà¤¾à¤° को लगà¤à¤— 140किलोंमीटर की दà¥à¤—रà¥à¤® पहाड़ी यातà¥à¤°à¤¾ कर à¤à¤¾à¤°à¤¤ चीन सीमा पर सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ नारायण आशà¥à¤°à¤® मठपहà¥à¤šà¥€,जहां मठके पीठाधीशà¥à¤µà¤° व वैदिक बà¥à¤°à¤¾à¤¹à¤®à¤£à¥‹à¤‚ ने पवितà¥à¤° छड़ी की पूजा अरà¥à¤šà¤¨à¤¾ की तथा पà¥à¤·à¥à¤ª वरà¥à¤·à¤¾ से सà¥à¤µà¤¾à¤—त किया।
रिपोर्ट - GOPAL RAWAT
हरिदà¥à¤µà¤¾à¤°à¥¤ जूना अखाड़े की पवितà¥à¤° पà¥à¤°à¤¾à¤šà¥€à¤¨ छड़ी यातà¥à¤°à¤¾ बà¥à¤§à¤µà¤¾à¤° को लगà¤à¤— 140किलोंमीटर की दà¥à¤—रà¥à¤® पहाड़ी यातà¥à¤°à¤¾ कर à¤à¤¾à¤°à¤¤ चीन सीमा पर सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ नारायण आशà¥à¤°à¤® मठपहà¥à¤šà¥€,जहां मठके पीठाधीशà¥à¤µà¤° व वैदिक बà¥à¤°à¤¾à¤¹à¤®à¤£à¥‹à¤‚ ने पवितà¥à¤° छड़ी की पूजा अरà¥à¤šà¤¨à¤¾ की तथा पà¥à¤·à¥à¤ª वरà¥à¤·à¤¾ से सà¥à¤µà¤¾à¤—त किया। छड़ी पà¥à¤°à¤®à¥à¤– महंत शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त पà¥à¤°à¥‡à¤®à¤—िरि महाराज तथा शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त वीरेनà¥à¤¦à¥à¤°à¤¾à¤¨à¤‚द की अगà¥à¤µà¤¾à¤ˆ में साधà¥à¤“ं के जतà¥à¤¥à¥‡ ने ओम परà¥à¤µà¤¤ की पूजा अरà¥à¤šà¤¨à¤¾ की । पवितà¥à¤° छड़ी असकोट सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ पौराणिक मलà¥à¤²à¤¿à¤•à¤¾à¤°à¥à¤œà¥‚न महादेव मनà¥à¤¦à¤¿à¤° जà¥à¤¯à¥‹à¤²à¥‡à¤¶à¥à¤µà¤° महादेव मनà¥à¤¦à¤¿à¤°,कालामà¥à¤¨à¤¿ में काली मनà¥à¤¦à¤¿à¤° के दरà¥à¤¶à¤¨à¥‹à¤‚ के साथ साथ थल सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ à¤à¤—वान शिव के मनà¥à¤¦à¤¿à¤° पूजा अरà¥à¤šà¤¨à¤¾ के लिठपहà¥à¤šà¥€à¥¤ 16वीं शताबà¥à¤¦à¥€ के इस शिवमनà¥à¤¦à¤¿à¤° में शिवजी के बाल रूप की पूजा होती है। इसलिठइसे बालेशà¥à¤µà¤° महादेव à¤à¥€ कहा जाता है। पवितà¥à¤° छड़ी ने शिवजी के बाल रूप की पूजा अरà¥à¤šà¤¨à¤¾ की तथा विशà¥à¤µ में शांति,सà¥à¤–,समृदà¥à¤µà¤¿ पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ करने व समसà¥à¤¤ दà¥à¤–ों से मà¥à¤•à¥à¤¤à¤¿ हेतॠपà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ की। यहां से छड़ी à¤à¥à¤°à¤®à¤£ करती हà¥à¤ˆ जूना अखाड़े के अनà¥à¤°à¥à¤¤à¤°à¤¾à¤·à¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ सà¤à¤¾à¤ªà¤¤à¤¿ शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त पà¥à¤°à¥‡à¤®à¤—िरि तथा शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त वीरेनà¥à¤¦à¥à¤°à¤¾à¤¨à¤‚द के नेतृतà¥à¤µ में साधà¥à¤“ं के जतà¥à¤¥à¥‡ के साथ चकोैड़ी रातà¥à¤°à¤¿ विशà¥à¤°à¤¾à¤® के लिठपहà¥à¤šà¥€à¥¤