Latest News

जिला अस्पताल गोपेश्वर में अब खून के कंप्लीट ब्लड काउंट (सीबीसी) और हार्मोन की जांच हो सकेगी।


जिला अस्पताल गोपेश्वर में अब खून के कंप्लीट ब्लड काउंट (सीबीसी) और हार्मोन की जांच हो सकेगी। इसके लिए अस्पताल में मशीन लगा दी गई है और इस महीने के आखरी तक मशीन के रिजेन्ट आने के बाद यहाॅ पर हार्मोन जांच की सुविधा शुरू की जाएगी।

रिपोर्ट  - à¤…ंजना भट्ट घिल्डियाल

चमोली 20 अक्टूबर,2020, जिला अस्पताल गोपेश्वर में अब खून के कंप्लीट ब्लड काउंट (सीबीसी) और हार्मोन की जांच हो सकेगी। इसके लिए अस्पताल में मशीन लगा दी गई है और इस महीने के आखरी तक मशीन के रिजेन्ट आने के बाद यहाॅ पर हार्मोन जांच की सुविधा शुरू की जाएगी। मंगलवार को जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने जिला अस्पताल में चिकित्सा प्रबंधन समिति की बैठक लेते हुए अस्पताल में शीघ्र हार्मोन टेस्ट की सुविधा शुरू कराने के निर्देश दिए। इस दौरान अस्पताल में उपलब्ध संशाधनों और चिकित्सा सुविधा हेतु अनुमोदित बजट एवं आय-व्यय को लेकर गहनता से चर्चा की गई और जिलाधिकारी द्वारा अस्पताल में आईसीयू अपग्रेडिशन वर्क, आॅक्सीजन पाइपलाइन, तिमारदारों के लिए गेस्ट हाउस निर्माण, प्रसव कक्ष में एसएनसीयू, जन औषधि केन्द्र आदि निर्माण कार्यो का स्थलीय निरीक्षण भी किया गया। जिले से आज तक हार्मोन टेस्ट के लिए लोगों को हरिद्वार, देहरादून या किसी प्राइवेट पैथालाॅजी में ही जाना पडता था, लेकिन अब जल्द यह सुविधा जिला अस्पताल में ही मिलेगी। इस मशीन से हीमाग्लोबिन तथा हार्मोन एनालाइजर से थाइराइड एवं महिलाओं से संबधित रोगों की जांचे हो सकेंगी। जिलाधिकारी ने सीएसआर फंड से एनटीपीसी के माध्यम से जिला अस्पताल को 200 केवी का जनरेटर भी उपलब्ध करा दिया है। जनरेटर लगने से अब पूरे जिला अस्पताल में विद्युत आपूर्ति की समस्या दूर हो गई है। जिला अस्पताल में मरीजों के तिमारदारों को ठहरने में काफी समस्याएं होती है। रात को उन्हें प्राइवेट होटलों में रूकना पडता है। इस समस्या को देखते हुए जिलाधिकारी ने जिला अस्पताल में मरीजों के तिमारदारों के ठहरने के लिए एक डोर मेट्री व दो कमरों का गेस्ट हाउस, कैन्टीन एवं जन औषधि केन्द्र का निर्माण कार्य शुरू कराया गया है। इसके लिए जिला योजना से बजट उपलब्ध कराया गया है। जिला अस्पताल में आईसीयू का नवनिर्माण और पूरे अस्पताल को आक्सीजन प्लांट से जोडने का कार्य किया जा रहा है। आमजनमान को अस्पताल में एक ही जगह पर आसानी से चिकित्सा सुविधाओं की जानकारी उपलब्ध हो सके एवं स्वास्थ्य सुविधाओं के प्रचार प्रसार हेतु जिलाधिकारी ने अस्पताल में एलईडी लगाने के लिए बजट की स्वीकृति भी दे दी है। उन्होंने अस्पताल में प्रसव कक्ष के पास फीडिंग रूम बनाने के भी निर्देश दिए।

Related Post