विशà¥à¤µ निमोनिया दिवस के अवसर पर परमारà¥à¤¥ निकेतन के अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ जी ने कहा कि निमोनिया छोटे बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ के जीवन का सबसे बड़ा दà¥à¤¶à¥à¤®à¤¨ है।
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
ऋषिकेश, 12 नवमà¥à¤¬à¤°à¥¤ विशà¥à¤µ निमोनिया दिवस के अवसर पर परमारà¥à¤¥ निकेतन के अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ जी ने कहा कि निमोनिया छोटे बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ के जीवन का सबसे बड़ा दà¥à¤¶à¥à¤®à¤¨ है। जिनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने निमोनिया के कारण अपने बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ को खोया हैं, वे जानते है à¤à¤•-à¤à¤• शà¥à¤µà¤¾à¤¸ की कीमत। निमोनिया होने पर आॅकà¥à¤¸à¥€à¤œà¤¨ का उपयोग दवाई के रूप में किया जाता है तथा पà¥à¤°à¤¾à¤£à¥‹à¤‚ को बचाने के लिये आॅकà¥à¤¸à¥€à¤œà¤¨ को खरीदा जाता है फिर à¤à¥€ कई बार बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ को बचाया नहीं जा सकता। संयà¥à¤•à¥à¤¤ राषà¥à¤Ÿà¥à¤° बाल कोष की रिपोरà¥à¤Ÿ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° à¤à¤¾à¤°à¤¤ में पाà¤à¤š वरà¥à¤· से कम उमà¥à¤° के बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ की कà¥à¤² मृतà¥à¤¯à¥ में से 14 पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¶à¤¤ मृतà¥à¤¯à¥ का कारण निमोनिया होता है। निमोनिया के कारण वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ मृतà¥à¤¯à¥ दर पà¥à¤°à¤¤à¤¿ 1,000 जीवित जनà¥à¤®à¥‹à¤‚ पर पाà¤à¤š है और इसे वरà¥à¤· 2025 तक तीन से कम करने का लकà¥à¤·à¥à¤¯ रखा गया है। निमोनिया बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ के लिये सबसे बड़ा खतरा है। वैशà¥à¤µà¤¿à¤• सà¥à¤¤à¤° पर यह 1,53,000 से अधिक नवजात शिशà¥à¤“ं सहित हर वरà¥à¤· पाà¤à¤š वरà¥à¤· से कम उमà¥à¤° के 8,00,000 से अधिक संकà¥à¤°à¤®à¤¿à¤¤ बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ के जीवन को पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µà¤¿à¤¤ करता है। हर 39 सेकंड में à¤à¤• बचà¥à¤šà¤¾ निमोनिया के कारण मौत हो जाती है। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ जी ने कहा कि कोरोना ने हमें बता दिया और दिखा दिया कि अब जागने की बारी है। हम सà¤à¥€ कितने दिनों तक घरों में बंद रह सकते हैं और मासà¥à¤• पहन सकते हंै इससे लोगों का जीवन तनाव पूरà¥à¤£ हो रहा है, अतः यह à¤à¤• समà¥à¤à¤²à¤¨à¥‡ का अवसर है। अब नहीं समà¥à¤à¤²à¥‡à¤‚ तो फिर बहà¥à¤¤ देर हो जायेगी कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि अà¤à¥€ नहीं, तो कà¤à¥€ नहीं इसलिये जीवन जितना नैसरà¥à¤—िक और नैचà¥à¤°à¤² बना सकते हैं उतना ही बेहतर है। हमारे चारों ओर पà¥à¤°à¤¦à¥‚षण बॠरहा है उसमें à¤à¥€ वायॠपà¥à¤°à¤¦à¥‚षण तो सबसे बड़ा पà¥à¤°à¤¦à¥‚षण है और सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯ के लिये सबसे बड़ा खतरा à¤à¥€ है। यह न केवल फेफड़ों को नà¥à¤•à¤¸à¤¾à¤¨ पहà¥à¤‚चाता है बलà¥à¤•à¤¿ मसà¥à¤¤à¤¿à¤·à¥à¤• को à¤à¥€ नà¥à¤•à¤¸à¤¾à¤¨ पहंचाता है इसलिये वायॠकी गà¥à¤£à¤µà¤¤à¥à¤¤à¤¾ में सà¥à¤§à¤¾à¤° लाकर पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° जीना बहà¥à¤¤ जरूरी है। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ जी ने कहा कि हम सà¤à¥€ जानते है कि शà¥à¤µà¤¾à¤¸ चल रही हंै तो जीवन है और शà¥à¤µà¤¾à¤¸ के लिये आॅकà¥à¤¸à¥€à¤œà¤¨ की जरूरत है। आॅकà¥à¤¸à¥€à¤œà¤¨ को बनाया तो नहीं जा सकता परनà¥à¤¤à¥ पà¥à¤°à¤¦à¥‚षित होने से बचाया जा सकता है; शà¥à¤¦à¥à¤§ रखा जा सकता है इसलिये आईये संकलà¥à¤ª लें कि अपने और अपने बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ के जीवन की रकà¥à¤·à¤¾ के लिये वृकà¥à¤·à¤¾à¤°à¥‹à¤ªà¤£ अवशà¥à¤¯ करेंगे।