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मां दुर्गा में निहित हैं सभी शक्तियां व सुख संपदा-स्वामी कैलाशानंद


श्री दक्षिण काली पीठाधीश्वर म.म.स्वामी कैलाशानंद ब्रह्मचारी महाराज ने कहा कि देवी दुर्गा के नवरात्र समाज में ज्ञान व प्रेरणा का संचार करते हैं। नवरात्र व्रत करने वाले श्रद्धालु के जीवन की सभी विसंगतियां मां दुर्गा की कृपा से दूर हो जाती हैं। नवरात्र व्रत करने वाले साधक के जीवन में सुख समृद्धि का वास होता है।

रिपोर्ट  - à¤°à¤¾à¤®à¥‡à¤¶à¥à¤µà¤° गौड़

हरिद्वार, 6 अक्टूबर। श्री दक्षिण काली पीठाधीश्वर म.म.स्वामी कैलाशानंद ब्रह्मचारी महाराज ने कहा कि देवी दुर्गा के नवरात्र समाज में ज्ञान व प्रेरणा का संचार करते हैं। नवरात्र व्रत करने वाले श्रद्धालु के जीवन की सभी विसंगतियां मां दुर्गा की कृपा से दूर हो जाती हैं। नवरात्र व्रत करने वाले साधक के जीवन में सुख समृद्धि का वास होता है। दुर्गा अष्टमी के अवसर पर मंदिर में दर्शन व पूजन के आए श्रद्धालुओं को नवरात्र व्रत की महिमा बताते हुए स्वामी कैलाशानंद महाराज ने कहा कि संसार की समस्त शक्तियां व सुख संपदा देवी दुर्गा में निहित हैं। भक्तों के कल्याण के लिए विभिन्न रूपों में आसुरी शक्तियों का नाश करने वाली मां दुर्गा की महिमा अपरम्पार है। नवरात्रों में नौ दिनों तक व्रत रखकर विधि पूर्वक देवी दुर्गा की आराधना व ध्यान करने से साधक के कल्याण होता है। जो साधक नौ दिनों तक नवरात्र व्रत करते हैं। उनके जीवन के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं। अंधकार रूपी दुखों का नाश हो जाता है। जीवन में ज्ञान का प्रकाश होता है। भगवती मां दुर्गा की आराधना व पूजा कभी व्यर्थ नहीं जाती। सच्चे मन से आराधना करने पर देवी दुर्गा अपने भक्तों का कल्याण अवश्य करती है। उन्होंने कहा कि नवरात्र व्रत करने वाले सभी साधक कन्या रूपी देवियों के उत्थान व संवर्द्धन का संकल्प अवश्य लें। बालिकाओं को शिक्षा के समान अवसर उपलब्ध कराएं। बालक व बालिकाओं में किसी प्रकार का भेद न करें। जीवन में आगे बढ़ने के लिए बालिकाओं को भी पूर्ण अवसर अवश्य दें। बालिका ही समाज का आधार हैं। इसको दृष्टिगत रखते हुए बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ नारे को सार्थकता प्रदान करें। इस अवसर पर महंत प्रबोधानंद गिरी, स्वामी शिवानंद, आचार्य पवनदत्त मिश्र, पंडित प्रमोद पाण्डे, विवेकानंद ब्रह्मचारी, अंकुश शुक्ला, सागर ओझा, बालमुकुंदानंद ब्रह्मचारी आदि सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे।

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