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पौड़ी में उत्कृष्ट दिव्यांग कर्मचारियों, व्यक्तियों एवं सेवायोजकों को राज्य स्तरीय दक्षता पुरस्कार वितरण


अतंराष्ट्रीय दिव्यांग दिवस के अवसर पर समाज कल्याण विभाग उत्तराखण्ड के तत्वाधान में आयोजित उत्कृष्ट दिव्यांग कर्मचारियों, व्यक्तियों एवं सेवायोजकों को राज्य स्तरीय दक्षता पुरस्कार वितरण|

रिपोर्ट  - à¤…ंजना भट्ट घिल्डियाल

पौड़ी/दिनांक 03 दिसम्बर, 2020, अतंराष्ट्रीय दिव्यांग दिवस के अवसर पर समाज कल्याण विभाग उत्तराखण्ड के तत्वाधान में आयोजित उत्कृष्ट दिव्यांग कर्मचारियों, व्यक्तियों एवं सेवायोजकों को राज्य स्तरीय दक्षता पुरस्कार वितरण कार्यक्रम में प्रदेश के समाज कल्याण, परिवहन एवं अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री यशपाल आर्य ने बातौर मुख्य अतिथि वीडियों कांन्फ्रेन्सिंग के माध्यम से प्रदेश के दिव्यांगजनो को जिन्होने राष्ट्रीय व अन्तराष्ट्रीय स्तर पर विभिन्न क्षेत्रों में महत्वपूर्ण उपलब्धियां अर्जित की है, उनको मेडल, प्रशस्ती पत्र, पांच-पांच हजार के चेक व ट्राई साइकिल देकर सम्मानित किया। जबकि जनपद पौड़ी के दिव्यांगजनों को वीडियो कान्फ्रेसिंग के माध्यम से संबोधित करते हुए, वीडियों कांफ्रेस कक्ष में उपस्थित मुख्य विकास अधिकारी आशीष भटगांई के द्वारा दिव्यांग जितेंद्र सिंह रावत व सतेंद्र सिंह नेगी को मेडल, प्रशस्ति पत्र एवं पांच-पांच हजार के चेक भेंट कर पुरस्कृत/सम्मानित कराया गया। श्री भटगांई ने इस मौके पर अतंराष्ट्रीय दिव्यांग दिवस की शुभकामनाऐं देते हुए, पुरस्कृत दिव्यांगजनों को बधाई दी। मंत्री श्री आर्य ने अपने संबोधन में कहा कि केन्द्र व प्रदेश सरकार द्वारा दिव्यांगजनों के लिये विशेष सहायता के तौर पर कई योजनाएं शुरू की गयी है। उन्होने कहा कि हमे दिव्यांगों को यह अनुभव कराना चाहिये कि वे भी समाज के एक महत्वपूण अंग है। उन्होने कहा कि सरकार की पहली प्राथमिकता है कि दिव्यांगजनों को सरकार द्वारा संचालित योजनाओं से जोडना है। दिव्यांगजनों को सहानुभूति नही अपितु सहयोग की आवश्यकता है जिस ओर सरकार लगातार कार्य कर रही है। दिव्यांगजनो के साथ कोई अन्याय या भेद-भाव होता है तो सम्बन्धित के खिलाफ 05 वर्ष तक कारावास का भी प्राविधान किया गया है। उन्होने कहा कि दिव्यांगजनों को समानता, शिक्षा, कौशल विकास, सामाजिक सुरक्षा, स्वास्थ्य पुनर्वास आदि के क्षेत्र में कार्य किया जा रहा है। उन्होने कहा कि राज्य में दिव्यांगजनो के कल्याणानार्थ वित्तय वर्ष 2020-21 में 122 करोड की धनराशि का प्राविधान किया गया है। राज्य में 18 वर्ष से अधिक ऐसे दिव्यांगजन जो बीपीएल श्रेणाी अथवा जिनकी वार्षिक आय 48 हजार से कम है तथा दिव्यांगता 40 प्रतिशत से ज्यादा ऐसे दिव्यांगजनों को मासिक 1200 रूपया पेंशन दी जा रही है।

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