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हरिद्वार कुम्भ मेला के सकुशल एवं निर्विघ्न आयोजन के परिपेक्ष्य में गोष्ठी


संजय गुंज्याल पुलिस महानिरीक्षक, कुम्भ मेला 2021 एवम जन्मजेय खंडूरी वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कुम्भ मेला 2021 हरिद्वार के द्वारा मेला नियंत्रण भवन के सभागार में प्रथम चरण में आये पुलिस बल की आगामी कुम्भ मेला के सकुशल एवं निर्विघ्न आयोजन के परिपेक्ष्य में गोष्ठी ली गई।

रिपोर्ट  - allnewsbharat.com

हरिद्वार दिनांक: 06.12.2021, संजय गुंज्याल पुलिस महानिरीक्षक, कुम्भ मेला 2021 एवम जन्मजेय खंडूरी वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कुम्भ मेला 2021 हरिद्वार के द्वारा मेला नियंत्रण भवन के सभागार में प्रथम चरण में आये पुलिस बल की आगामी कुम्भ मेला के सकुशल एवं निर्विघ्न आयोजन के परिपेक्ष्य में गोष्ठी ली गई। उक्त गोष्ठी में उपनिरीक्षक से लेकर अपर पुलिस अधीक्षक स्तर तक के अधिकारी सम्मिलित हुए। गोष्ठी के दौरान सर्वप्रथम पुलिस महानिरीक्षक द्वारा प्रथम चरण में आये पुलिस बल का स्वागत किया गया तथा उनके आवास एवम भोजन आदि से सम्बंधित समस्याओं के बारे में जानकारी की गई। ततपश्चात IG कुम्भ मेला द्वारा सभी पुलिस उपाधीक्षक स्तर के समस्त अधिकारीगण को अपने अपने सेक्टरों में कुम्भ मेला पुलिस के व्यवस्थापन से सम्बंधित कार्यों के निष्पादन के लिये प्रथम चरण में आये निरीक्षक, उपनिरीक्षक एवम आरक्षीगण में से छांट कर अपनी-अपनी टीमें बनाने के लिये निर्देशित किया गया। पुलिस महानिरीक्षक एवम वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कुम्भ मेला 2021 के द्वारा उपस्थित अधिकारीगण को निम्नवत उपयोगी दिशा निर्देश दिए गए: 1. मेला क्षेत्र में लगे हुए CCTV एवम लाउडस्पीकरों के स्थानों की उपयोगिता की जांच करें। 2. मेला क्षेत्र में हुए अतिक्रमण को चिन्हित करना तथा भीड़ नियंत्रण की दृष्टि से जिन स्थानों से अतिक्रमण हटना अतिआवश्यक हो और वो अभी तक नही हटे हों तो ऐसे संवेदनशील स्थानो का चिन्हीकरण करना। 3. अखाड़ों के पेशवाई मार्गों का भृमण तथा निरिक्षण करते हुए मार्ग में हुए अतिक्रमण, व्यवधान एवम अन्य बाधाओं के सम्बंध में जानकारी करना। 4. शाही स्नान में अखाड़ों के आने के एवम वापसी के मार्गों का भृमण एवम निरीक्षण करते हुए सुव्यवस्थित, बाधारहित एवम निर्विघ्न शाही स्नान सुनिश्चित करने वाली योजना निर्मित करना। 4. अपने-अपने क्षेत्रों में स्थापित अखाड़ों की छावनियों, निवास स्थलों, मुख्यालयों के सम्बंध में पूरी जानकारी प्राप्त करना तथा अखाड़ों के पदाधिकारियों से उच्चकोटि का समन्वय स्थापित करना। 5. स्थानीय जनपद पुलिस के साथ समन्वय स्थापित करके मेले के दौरान एक टीम की भांति कार्य करना। 6. कुम्भ मेलों एवम अन्य मेलों के दौरान हुई दुर्घटनाओं और उनके कारकों के सम्बंध में जानकारी प्राप्त कर दुर्घटना की पुनरावृत्ति रोकने की कार्य योजना तैयार करना। 7. मेला क्षेत्र में रहने वाले किराएदारों, नोकरों, निवासरत बाहरी व्यक्तियों के चरित्र सत्यापन किये जाने हेतु गहन सत्यापन अभियान चलाना। 8. अभिसूचना एवम मुखबिर तंत्र को सक्रिय करते हुए आतंकवादी घटनाओं को रोकने एवम किसी भी आतंकवादी तंत्र को ध्वस्त करने के लिए कारगर योजना बनाना। 9. मेले के दौरान भगदड़ सम्भावित क्षेत्रों का चिन्हिकरण कर सुदृढ कार्ययोजना बनाना। 10. पार्किंग क्षेत्रों का भृमण करते हुए की जाने वाली अन्य आवश्यक व्यवस्थाओं की जानकारी करना। 11. पूर्व मेलों के अनुभवों के आधार पर होल्डअप्स (चक्रव्यूह ) के चयनित स्थलों एवम उनके तैयार किये गए डिजाइनों का मौके पर जाकर निरीक्षण एवम आंकलन करना ताकि मेले के दौरान होल्ड अप्स के संचालन में कोई व्यवधान उतपन्न न हो। 12. सामान्य एवम स्नान दिवस के अनुसार अलग अलग वाहन एवम पैदल यातायात व्यवस्था तैयार करना। 13. मेला क्षेत्र के विभिन्न घाटों, वाहन/पैदल मार्गों, भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में आवश्यक चेतावनी बोर्डों की जगहों का चिन्हिकरण करना। 14. उपरोक्त कार्यों के कुशल एवम सफल क्रियान्वयन के लिये योजना बनाते समय अनुभवी पुलिस कर्मियों से विचार विमर्श करना। 15. कुम्भ मेला निवास करते एवम ड्यूटी करते समय हरिद्वार की पावन धरा की पवित्रता और सुचिता को ध्यान में रखते हुए उच्चकोटि का आचार विचार व्यवहार और आचरण धारण करना। 16. भविष्य की कोविड 19 की परिस्थितियों को दृष्टिगत रखते हुए सभी कार्य योजनाओं को तैयार करना।

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