डॉ राधिका नागरथ को महामना मदन मोहन मालवीय सà¥à¤®à¥ƒà¤¤à¤¿ समà¥à¤®à¤¾à¤¨ से नवाजा गया, महामना मदन मोहन मालवीय के विचार हर यà¥à¤— में पà¥à¤°à¤¾à¤¸à¤‚गिक रहेंगे- सà¥à¤§à¥€à¤° कà¥à¤®à¤¾à¤° गà¥à¤ªà¥à¤¤à¤¾
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
हरिदà¥à¤µà¤¾à¤° 25 दिसंबर । à¤à¤¾à¤°à¤¤ रतà¥à¤¨ महामना मदन मोहन मालवीय की जयंती शà¥à¤°à¥€ मिथिलेश सनातन धरà¥à¤® इंटर कॉलेज कनखल में मनाई गई इस अवसर पर लेखिका विचारक चिंतक पतà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° डॉ राधिका नागरथ और शिकà¥à¤·à¤¾à¤µà¤¿à¤¦à¥ पंडित रमेश चंदà¥à¤° शरà¥à¤®à¤¾ को महामना मदन मोहन मालवीय सà¥à¤®à¥ƒà¤¤à¤¿ समà¥à¤®à¤¾à¤¨ 2020 से समà¥à¤®à¤¾à¤¨à¤¿à¤¤ किया गया। उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ संसà¥à¤¥à¤¾ की ओर से महामना मदन मोहन जी का à¤à¤• चितà¥à¤° सà¥à¤®à¥ƒà¤¤à¤¿ चिनà¥à¤¹ अंग वसà¥à¤¤à¥à¤° à¤à¥‡à¤‚ट किया गया। इस अवसर पर मà¥à¤–à¥à¤¯ अतिथि और मà¥à¤–à¥à¤¯ वकà¥à¤¤à¤¾ के रूप में बोलते हà¥à¤ डॉ राधिका नागरथ ने कहा कि महामना मदन मोहन मालवीय महान शिकà¥à¤·à¤¾à¤µà¤¿à¤¦à¥ थे और उदारवादी हिंदà¥à¤¤à¥à¤µ के विचारों का पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¨à¤¿à¤§à¤¿à¤¤à¥à¤µ करते थे उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने शिकà¥à¤·à¤¾ और गंगा की रकà¥à¤·à¤¾ के लिठअदà¥à¤µà¤¿à¤¤à¥€à¤¯ कारà¥à¤¯ किया उनके इस योगदान को à¤à¥à¤²à¤¾à¤¯à¤¾ नहीं जा सकता है उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि बीà¤à¤šà¤¯à¥‚ जैसी शिकà¥à¤·à¤£ संसà¥à¤¥à¤¾ पूरे विशà¥à¤µ के लिठà¤à¤• उदाहरण है जो मदन मोहन मालवीय जी के तप तà¥à¤¯à¤¾à¤— और समरà¥à¤ªà¤£ की पà¥à¤°à¤¤à¥€à¤• है डॉकà¥à¤Ÿà¤° नागरथ ने कहा कि सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ विवेकानंद और महामना मदन मोहन मालवीय कटà¥à¤Ÿà¤° हिंदà¥à¤¤à¥à¤µ के नहीं बलà¥à¤•à¤¿ सनातन और उदारवादी परंपरा के मानने वाले थे।उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि आज समाज को जोड़ने के लिठऔर सदà¥à¤à¤¾à¤µ कायम करने के लिठसहिषà¥à¤£à¥ और उदारवादी विचारों की समाज को जरूरत है। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि हरिदà¥à¤µà¤¾à¤° का मदन मोहन मालवीय जी से विशेष रिशà¥à¤¤à¤¾ रहा है ।उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने गंगा रकà¥à¤·à¤¾ के लिठमहान कारà¥à¤¯ किया। अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤·à¥€à¤¯ संबोधन में शà¥à¤°à¥€ सनातन धरà¥à¤® पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¨à¤¿à¤§à¤¿ सà¤à¤¾ पंजाब नई दिलà¥à¤²à¥€ के राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ उपाधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· और कॉलेज की पà¥à¤°à¤¬à¤‚ध समिति के अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· सà¥à¤§à¥€à¤° कà¥à¤®à¤¾à¤° गà¥à¤ªà¥à¤¤à¤¾ ने कहा कि महामना मदन मोहन मालवीय जी के विचार हर यà¥à¤— में पà¥à¤°à¤¾à¤¸à¤‚गिक रहेंगे और उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने सनातन धरà¥à¤® सà¤à¤¾ के संसà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤• तà¥à¤¯à¤¾à¤—मूरà¥à¤¤à¤¿ गोसà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ गणेश दतà¥à¤¤ को मंतà¥à¤° दीकà¥à¤·à¤¾ देकर शिकà¥à¤·à¤¾ के कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° में कारà¥à¤¯ करने के लिठपà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤ किया और उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उनकी परंपरा को आगे बढ़ाया। गà¥à¤ªà¥à¤¤à¤¾ ने कहा कि मदन मोहन मालवीय जी ने जो समाज में शिकà¥à¤·à¤¾ के कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° में ऊरà¥à¤œà¤¾ और अलख जगाई थी वह हम सब को पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤ करती है। कॉलेज की पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤¾à¤šà¤¾à¤°à¥à¤¯à¤¾ शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¤à¥€ मीनाकà¥à¤·à¥€ शरà¥à¤®à¤¾ ने कहा कि कि à¤à¤¾à¤°à¤¤ à¤à¤• सहिषà¥à¤£à¥ देश रहा है। और आज जिस तरह से कटà¥à¤Ÿà¤°à¤¤à¤¾ समाज में पैदा हो रही है और कई विषमता है समाज में आ गई हैं। इससे समाज के टूटने का खतरा पैदा हो गया है। à¤à¤¸à¥‡ में महामना मदन मोहन मालवीय जी के विचारों को अपनाने की बहà¥à¤¤ जरूरत है। इस अवसर पर पूरà¥à¤µ पà¥à¤°à¤¬à¤‚धक सà¥à¤¨à¥€à¤² दतà¥à¤¤ पांडेय , पà¥à¤°à¤¬à¤‚ध समिति के वरिषà¥à¤ सदसà¥à¤¯ मनोज खनà¥à¤¨à¤¾ ,वरिषà¥à¤ शिकà¥à¤·à¤• शेर सिंह ,सहायक अधà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤¿à¤•à¤¾ जयंती उपाधà¥à¤¯à¤¾à¤¯ ने विचार रखे । वरिषà¥à¤ शिकà¥à¤·à¤• गगन वीर सिंह, अनिल शरà¥à¤®à¤¾ ,के à¤à¤¨ जोशी ,मनोज शरà¥à¤®à¤¾, मीनाकà¥à¤·à¥€ सिंह ,पà¥à¤°à¤®à¤¿à¤²à¤¾ शरà¥à¤®à¤¾ ,अमित गिरी ,गंà¤à¥€à¤° सिंह राणा ,नितिन ,मधॠबिषà¥à¤Ÿ आदि ने अतिथियों का सà¥à¤µà¤¾à¤—त किया।महामना मदन मोहन मालवीय जी के चितà¥à¤° पर अतिथियों ने पà¥à¤·à¥à¤ªà¤®à¤¾à¤²à¤¾ पहना कर शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤‚जलि अरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ की। कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® का संचालन वरिषà¥à¤ शिकà¥à¤·à¤• राजीव पंत ने किया।