Latest News

चमोली जिला स्तरीय वनाग्नि सुरक्षा अनुश्रवण समिति की बैठक


जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने सोमवार को क्लेक्ट्रेट सभागार में जिला स्तरीय वनाग्नि सुरक्षा अनुश्रवण समिति की बैठक लेते हुए वन विभाग को वनाग्नि की रोकथाम के लिए पूरी तैयारी रखने, लोगों को जागरूक करने एवं वनाग्नि के दौरान सभी विभागों को समन्वय बनाकर कार्य करने के निर्देश दिए।

रिपोर्ट  - à¤…ंजना भट्ट घिल्डियाल

चमोली 04 जनवरी,2021, जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने सोमवार को क्लेक्ट्रेट सभागार में जिला स्तरीय वनाग्नि सुरक्षा अनुश्रवण समिति की बैठक लेते हुए वन विभाग को वनाग्नि की रोकथाम के लिए पूरी तैयारी रखने, लोगों को जागरूक करने एवं वनाग्नि के दौरान सभी विभागों को समन्वय बनाकर कार्य करने के निर्देश दिए। उन्होंने वनों में आग लगाने वाले असामाजिक तत्वों के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज कराते हुए कडी कार्यवाही भी सुनिश्चित करने को कहा। जिलाधिकारी ने कहा कि वनाग्नि की ज्यादातर घटनाएं मानव जनित है, जिनको रोकने के लिए वन पंचायत स्तर पर गठित समितियों, महिला एवं युवक मंगल दलों को सक्रिय भूमिका निभानी होगी। उन्होंने वनाग्नि दुर्घटनाओं को रोकने के लिए फायर सीजन से पहले ग्राम समितियों को सक्रिय करने, संवेदनशील और अति संवेदनशील क्षेत्रों में पिरूल घास को साफ कर फायर लाईन बनाने, फायर सीजन में पर्याप्त संख्या में फायर वाचर एवं ग्राम प्रहरी की तैनाती सुनिश्चित करने, विद्यालयों व न्याय पंचायत स्तर पर लोगों को जागरूक करने के निर्देश वन विभाग के अधिकारियों को दिए। जिलाधिकारी ने कहा कि वर्ष 2019 में वनाग्नि की 46 घटनाएं तथा वर्ष 2020 में लाॅकडाॅउन के कारण केवल 6 घटनाएं हुई। इससे साफ जाहिर है कि अधिकतर वनाग्नि की घटनाएं मानव जनित है। उन्होंने निर्देश दिए कि वनों में आग लगाने वाले असामाजिक तत्वों को दबोच कर नामजद प्राथमिक दर्ज करते हुए कडी कार्यवाही की जाए। और कोई भी व्यक्ति, महिला व युवक मंगल दल जो वनों की आग बुझाने व जागरूकता कार्यक्रमों में अच्छा सहयोग करते है उनको चिन्हित कर आकर्षक पुरस्कार से सम्मानित किया जाए। साथ ही फायर सीजन में जिस ग्राम पंचायत में वनाग्ति की एक भी घटना नही होगी उन ग्राम ंपंचायतों को भी पुरस्कृत करें। जिलाधिकारी ने कहा कि पिछले 2-3 सालों में जहाॅ पर भी वनाग्नि की अधिक घटनाएं हुई है वहां पर फरवरी से पहले माॅकड्रिल कराना सुनिश्चित करें। साथ ही ब्लाक एवं ग्राम पंचायत स्तर पर होनी वाली सभी बैठके 15 फरवरी से पहले आयोजित की जाए और इसमें समिति के सदस्यों के अलावा सामाजिक कार्यकर्ताओं व अधिक से अधिक स्थानीय लोगों को शामिल किया जाए। न्याय पंचायतों में राजस्व टीम के माध्यम से चल रही म्यूटेशन की कार्यवाही के दौरान भी लोगों को वनाग्नि की रोकथाम हेतु जागरूक करें। जिलाधिकारी ने वन विभाग के अधिकारियों को पिरूल से बिजली उत्पादन हेतु प्रस्ताव भी उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। साथ ही चीड़ की पत्ती व कोन से सुन्दर क्राफ्ट तैयार करने हेतु वर्कशाॅप आयोजित कर अधिक से अधिक लोगों प्रशिक्षत करने की बात कही। कहा कि चीड की पत्ती व कोन से सुन्दर क्राफ्ट बनाने से जहाॅ लोगों को अच्छी आमदनी होगी वही वनाग्नि घटनाओं को रोकने में भी मदद मिलेगी। वर्कशाॅप के आयोजन हेतु वन प्रभाग को यदि धनराशि की आवश्यकता है तो शीघ्र इसकी डिमांड उपलब्ध करें।

Related Post