à¤à¤¾à¤°à¤¤ बायोटेक देश में जलà¥à¤¦ ही Nasal वैकà¥à¤¸à¥€à¤¨ का टà¥à¤°à¤¾à¤¯à¤² शà¥à¤°à¥‚ करने जा रहा है।
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
à¤à¤¾à¤°à¤¤ बायोटेक देश में जलà¥à¤¦ ही Nasal वैकà¥à¤¸à¥€à¤¨ का टà¥à¤°à¤¾à¤¯à¤² शà¥à¤°à¥‚ करने जा रहा है। नागपà¥à¤° में इस वैकà¥à¤¸à¥€à¤¨ के पहले और दूसरे फेज का टà¥à¤°à¤¾à¤¯à¤² किया जाà¤à¤—ा। Nasal वैकà¥à¤¸à¥€à¤¨ को नाक के जरिठदिया जाता है, जबकि अà¤à¥€ तक à¤à¤¾à¤°à¤¤ में जिन दो वैकà¥à¤¸à¥€à¤¨ (कोविशीलà¥à¤¡, कोवैकà¥à¤¸à¥€à¤¨) को मंजूरी मिली है वो हाथ पर इंजेकà¥à¤¶à¤¨ लगाकर दी जाती है à¤à¤¾à¤°à¤¤ बायोटेक के डॉ. कृषà¥à¤£à¤¾ इलà¥à¤²à¤¾ के मà¥à¤¤à¤¾à¤¬à¤¿à¤•, उनकी कंपनी ने वाशिंगटन यूनिवरà¥à¤¸à¤¿à¤Ÿà¥€ के साथ करार किया है।इस Nasal वैकà¥à¤¸à¥€à¤¨ में दो की बजाय सिरà¥à¤« à¤à¤• ही डोज देने की जरूरत होगी।रिसरà¥à¤š में पाया गया है कि ये काफी बेहतरीन ऑपà¥à¤¶à¤¨ है।