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उप्र में 68 करोड़ के बजट में कल्पवास के लिए हजारों टेंट लगेंगे, हरिद्वार कुम्भ के 375 करोड़ के बजट में एक भी टेंट नहीं


योगी सरकार धर्म को बचाने के लिए माघ मेले में आने वाले लाखों, करोड़ों श्रद्धालुओं को स्नान कराकर सकुशल वापस भेजने की तैयारी कर रही है| वहीँ उत्तराखंड सरकार कुम्भ के नाम पर सैकड़ों करोड़ खर्च करने के बावजूद भी श्रधालुओं के लिए कोई व्यवस्था न कर, धर्म को ख़त्म करने पर तुली है|

रिपोर्ट  - à¤°à¤¾à¤®à¥‡à¤¶à¥à¤µà¤° गौड़

हरिद्वार कुंभ मेले को लेकर उत्तराखंड सरकार की नीयत को लेकर अब सवाल उठने लगे हैं हरिद्वार कुंभ मेले को लेकर सरकार कोविड-19 का बहाना लेकर कुंभ को करना नहीं चाहती क्योंकि कुंभ को लेकर जो इंतजाम किए जाने थे वह कुछ ऐसा नहीं कर रही है| वही पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश प्रयागराज में माघ मेले को लेकर राज्य सरकार बहुत गंभीर है और माघ मेले में आने वाले करोड़ों श्रद्धालुओं सुरक्षा को लेकर कड़े इंतजाम किए जा रहे हैं कल्पवास में रहने वाले 5 लाख श्रद्धालुओं के लिए टेंट भी लगाए जा रहे हैं| लेकिन उत्तराखंड सरकार कुंभ को लेकर गंभीर नहीं नजर आ रही है क्योंकि हरिद्वार महाकुंभ में पहुंचने वाले लाखों, करोड़ों श्रद्धालुओं के लिए सरकार द्वारा रहने के लिए कोई इंतजाम नहीं किए जा रहे जबकि कुंभ मेले में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए टेंट लगाए जाते हैं जिससे लोग स्नान के उपरांत टेंटों में जाकर विश्राम कर सकें खाली होते ही वापस हो सकें | लेकिन उत्तराखंड सरकार कुछ करना नहीं चाहती इतने बड़े महाकुंभ में लाखों करोड़ों श्रद्धालु स्नान करने आएंगे तो वह कहां पर रहेंगे यह एक सोचने का विषय है क्योंकि इतनी तादात में रातों-रात स्नान करने के बाद श्रद्धालु वापस तो जा नहीं सकते एसे में कोई बड़ा हादसा होने का भी डर है| जबकि उत्तर प्रदेश की सरकार कल्पवास में रहने वाले लाखों श्रद्धालुओं के लिए कोविड-19 का ध्यान में रखते हुए टेंट लगाकर पूरा इंतजाम कर रही है| वहीं उत्तराखंड की सरकार कुंभ मेले को टालने में लगी हुई है| जबकि योगी सरकार धर्म को बचाने के लिए माघ मेले में आने वाले लाखों करोड़ों श्रद्धालुओं को स्नान कराकर सकुशल वापस भेजने की तैयारी कर रही है | वहीं उत्तराखंड सरकार धर्म को खत्म करने पर तुली है जबकि उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा माघ मेले की तैयारियों को लेकर लगभग 68 करोड़ का बजट बनाया गया है जबकि उत्तराखंड सरकार ने कुंभ मेले का 375 करोड़ रूपया केंद्र सरकार से पाया है उसके बावजूद भी कुछ करने को तैयार नहीं है| हरिद्वार कुंभ को लेकर उत्तराखंड राज्य सरकार से संत भी अपनी नाराजगी व्यक्त करने लगे हैं आज हरिद्वार में जगतगुरु शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती ज्योतिष पीठ के 50 वर्ष पूरे होने पर उनके शिष्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने आयोजित कार्यक्रम में कहां की कुंभ मेले के आयोजन को लेकर सरकार की नीयत पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि सरकार कोरोना का भय दिखाकर कुंभ का स्वरूप खत्म करने पर तुली हुई है जबकि करोना काल में चुनावी रैलियां और चुनाव हो सकते हैं तो 12 वर्ष में एक बार होने वाले कुंभ का आयोजन क्यों नहीं हो सकता। जबकि उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने अर्ध कुंभ को महाकुंभ बना दिया था लेकिन उत्तराखंड की सरकार ने महाकुंभ को भी अर्धकुंभ का स्वरूप देने को तैयार नहीं है।

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