मकर संकà¥à¤°à¤¾à¤‚ति के मौके पर वैदिक रीति रिवाज और हिंदू धरà¥à¤® की परंपरा के साथ बड़ी धूमधाम से सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ कैलाशानंद गिरी महाराज को आदि जगतगà¥à¤°à¥ शंकराचारà¥à¤¯ वाला सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ दशनामी नागा संनà¥à¤¯à¤¾à¤¸à¥€ परंपरा के सबसे पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤·à¥à¤ ित अखाड़ा शà¥à¤°à¥€ पंचायती निरंजनी अखाड़ा के आचारà¥à¤¯ महामंडलेशà¥à¤µà¤° बनाया गया उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ आचारà¥à¤¯ महामंडलेशà¥à¤µà¤° बनाने के लिठà¤à¤• दिवà¥à¤¯ और à¤à¤µà¥à¤¯ पटà¥à¤Ÿà¤¾à¤à¤¿à¤·à¥‡à¤• समारोह का आयोजन किया गया।
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
हरिदà¥à¤µà¤¾à¤° 14 जनवरी आज मकर संकà¥à¤°à¤¾à¤‚ति के मौके पर वैदिक रीति रिवाज और हिंदू धरà¥à¤® की परंपरा के साथ बड़ी धूमधाम से सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ कैलाशानंद गिरी महाराज को आदि जगतगà¥à¤°à¥ शंकराचारà¥à¤¯ वाला सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ दशनामी नागा संनà¥à¤¯à¤¾à¤¸à¥€ परंपरा के सबसे पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤·à¥à¤ ित अखाड़ा शà¥à¤°à¥€ पंचायती निरंजनी अखाड़ा के आचारà¥à¤¯ महामंडलेशà¥à¤µà¤° बनाया गया उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ आचारà¥à¤¯ महामंडलेशà¥à¤µà¤° बनाने के लिठà¤à¤• दिवà¥à¤¯ और à¤à¤µà¥à¤¯ पटà¥à¤Ÿà¤¾à¤à¤¿à¤·à¥‡à¤• समारोह का आयोजन किया गया। शà¥à¤°à¥€ निरंजनी पंचायती अखाड़ा के सचिव महनà¥à¤¤ नरेंदà¥à¤° गिरी सचिव तथा मनसा देवी मंदिर टà¥à¤°à¤¸à¥à¤Ÿ के अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· महंत रविंदà¥à¤° पà¥à¤°à¥€ महाराज तथा रमता पंचों की उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ में अखाड़े के आचारà¥à¤¯ महामंडलेशà¥à¤µà¤° पद पर सà¥à¤¶à¥‹à¤à¤¿à¤¤ किया गया और उनका पंचामृत से अà¤à¤¿à¤·à¥‡à¤• किया गया आचारà¥à¤¯ महामंडलेशà¥à¤µà¤° का पद अखाड़े का सरà¥à¤µà¥‹à¤šà¥à¤š पद होता है जो दशनाम नाम नागा संनà¥à¤¯à¤¾à¤¸à¥€ परंपरा से जà¥à¤¡à¤¼à¥‡ हà¥à¤ बà¥à¤°à¤¹à¤®à¤šà¤¾à¤°à¥€à¤¯à¥‹à¤‚ को संनà¥à¤¯à¤¾à¤¸ दीकà¥à¤·à¤¾ देते हैं इस अवसर पर विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ 13 अखाड़ों के महामंडलेशà¥à¤µà¤° शà¥à¤°à¥€ महनà¥à¤¤ महनà¥à¤¤ मौजूद थे जिनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने à¤à¤—वा चादर चढ़ाकर सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ शà¥à¤°à¥€ कैलाशानंद गिरी महाराज को आचारà¥à¤¯ महामंडलेशà¥à¤µà¤° पद पर सà¥à¤¶à¥‹à¤à¤¿à¤¤ किया और सà¤à¥€ संतो ने उमà¥à¤®à¥€à¤¦ जताई कि आचारà¥à¤¯ महामंडलेशà¥à¤µà¤° पद पर आसीन होकर सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ कैलाशानंद गिरी महाराज हिंदू धरà¥à¤® धà¥à¤µà¤œà¤¾ को चारों और फहराà¤à¤‚गे और अखाड़े की परंपराओं को निà¤à¤¾à¤¤à¥‡ हà¥à¤ संत समाज का गौरव और मान बढ़ाà¤à¤‚गे इस अवसर पर मौजूद उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड की राजà¥à¤¯à¤ªà¤¾à¤² बेबी रानी मौरà¥à¤¯ ने कहा कि आचारà¥à¤¯ महामंडलेशà¥à¤µà¤° सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ कैलाशानंद गिरी महाराज à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ के सचà¥à¤šà¥‡ संवाहक हैं उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने हमेशा à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ को आगे बढ़ाने के लिठकारà¥à¤¯ किया है और अपना जीवन मानव सेवा और संत समाज की सेवा में समरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ कर दिया है à¤à¤¸à¥‡ संत विरले ही होते हैं à¤à¤¾à¤µà¥à¤• होते हà¥à¤ अखिल à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ अखाड़ा परिषद के राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· और शà¥à¤°à¥€ निरंजनी पंचायती अखाड़ा के सचिव महनà¥à¤¤ नरेंदà¥à¤° गिरि महाराज ने कहा कि अखाड़े के आचारà¥à¤¯ महामंडलेशà¥à¤µà¤° पद पर आसीन हà¥à¤ सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ कैलाशानंद गिरी महाराज जैसा यà¥à¤µà¤¾ और दिवà¥à¤¯ संत संत समाज और हिंदू समाज को à¤à¤• नई दिशा देगा उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ अखाड़ा की सरà¥à¤µà¥‹à¤šà¥à¤š परिषद रमता पंच और अखाड़े के पदाधिकारियों ने सरà¥à¤µà¤¸à¤®à¥à¤®à¤¤à¤¿ से इस सरà¥à¤µà¥‹à¤šà¥à¤š पद पर सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ किया है निरंजनी पंचायती अखाड़ा के सचिव और शà¥à¤°à¥€ मनसा देवी मंदिर टà¥à¤°à¤¸à¥à¤Ÿ के अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· महनà¥à¤¤ शà¥à¤°à¥€ रविंदà¥à¤° पà¥à¤°à¥€ महाराज ने कहा कि शà¥à¤°à¥€ निरंजनी पंचायती अखाड़ा हमेशा समाज निरà¥à¤®à¤¾à¤£ और मानव सेवा के लिठकारà¥à¤¯ करता रहा है और आज à¤à¤• यà¥à¤µà¤¾ संत ने अखाड़ा के सरà¥à¤µà¥‹à¤šà¥à¤š आचारà¥à¤¯ महामंडलेशà¥à¤µà¤° पद को सà¥à¤¶à¥‹à¤à¤¿à¤¤ कर अखाड़े का मान बढ़ाया है और हमें उमà¥à¤®à¥€à¤¦ है कि आचारà¥à¤¯ शà¥à¤°à¥€ अखाड़े की परंपरा का निरà¥à¤µà¤¹à¤¨ करते हà¥à¤ संत समाज का नाम रोशन करेंगे उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि आचारà¥à¤¯ महामंडलेशà¥à¤µà¤° कैलाशानंद गिरी महाराज à¤à¤• ऊरà¥à¤œà¤¾à¤µà¤¾à¤¨ संत हैं और उनसे समाज को बहà¥à¤¤ अपेकà¥à¤·à¤¾à¤à¤‚ हैं और निरंजनी पंचायती अखाड़ा के सà¤à¥€ पदाधिकारी संत महंत à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ के पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤° में उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर कारà¥à¤¯ करेंगे इन à¤à¤¾à¤µà¥à¤• कà¥à¤·à¤£à¥‹à¤‚ में आचारà¥à¤¯ महामंडलेशà¥à¤µà¤° पद पर सà¥à¤¶à¥‹à¤à¤¿à¤¤ हà¥à¤ सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ कैलाशानंद गिरी महाराज ने कहा कि आज उनके कंधों पर बहà¥à¤¤ बड़ी जिमà¥à¤®à¥‡à¤¦à¤¾à¤°à¥€ शà¥à¤°à¥€ निरंजनी पंचायती अखाड़ा के महनà¥à¤¤ शà¥à¤°à¥€ रवींदà¥à¤° पà¥à¤°à¥€ जी महाराज और महंत नरेंदà¥à¤° गिरि जी महाराज तथा रमता पंच ने जो दी है वे उसका पूरà¥à¤£ पालन करेंगे और à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ के पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤°-पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤° के लिठसमरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ à¤à¤¾à¤µ से कारà¥à¤¯ करेंगे और हरिदà¥à¤µà¤¾à¤° में इस साल होने वाले महाकà¥à¤‚ठमेले को निरà¥à¤µà¤¿à¤˜à¥à¤¨ और दिवà¥à¤¯ à¤à¤µà¥à¤¯ रà¥à¤ª से संपनà¥à¤¨ कराने के लिठवे कारà¥à¤¯ करेंगे उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि वे अखाड़ा और संतों की परंपरा से कà¤à¥€ à¤à¥€ समà¤à¥Œà¤¤à¤¾ नहीं करेंगे अखाड़े की उनà¥à¤¨à¤¤à¤¿ और संतों के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ बताठगठमारà¥à¤— का अनà¥à¤¸à¤°à¤£ करेंगे कैबिनेट मंतà¥à¤°à¥€ मदन कौशिक ने कहा कि आचारà¥à¤¯ महामंडलेशà¥à¤µà¤° कैलाशानंद गिरी महाराज ने हमेशा समाज को नई दिशा दी है और वे à¤à¤• महान संत हैं उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने हमेशा मानव सेवा को ही अपना धरà¥à¤® माना है वह मानवता की सचà¥à¤šà¥€ मिसाल हैं इस अवसर पर कोई संत महंतों ने अपने विचार रखे महनà¥à¤¤ राम रतन गिरी आनंद अखाड़े के आचारà¥à¤¯ महामंडलेशà¥à¤µà¤° बालकानंद गिरी महनà¥à¤¤ दà¥à¤°à¥à¤—ादास महनà¥à¤¤ दामोदर दास महनà¥à¤¤ देवानंद महनà¥à¤¤ पà¥à¤°à¥‡à¤® गिरी महाराज महनà¥à¤¤ रविंदà¥à¤° पà¥à¤°à¥€ महाराज महनà¥à¤¤ जसविंदर सिंह महाराज महनà¥à¤¤ जगजीत सिंह महाराज बà¥à¤°à¤¹à¥à¤® सà¥à¤µà¤°à¥‚प बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤šà¤¾à¤°à¥€ सतपाल बाबा हठयोगी बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤šà¤¾à¤°à¥€ à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾ साà¤à¤¸à¤¦ मनोज तिवारी, पà¥à¤°à¤¸à¤¿à¤¦à¥à¤§ गायक अनà¥à¤°à¤¾à¤§à¤¾ पौडवाल, पतंजलि योगपीठके महामंतà¥à¤°à¥€ आचारà¥à¤¯ बालकृषà¥à¤£ ओमपà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ जमदगà¥à¤¨à¤¿ समेत कई लोग शामिल हà¥à¤à¥¤ पटà¥à¤Ÿà¤¾à¤à¤¿à¤·à¥‡à¤• से पहले कैलाशानंद गिरी महाराज रथ पर शोà¤à¤¾ यातà¥à¤°à¤¾ निकालते हà¥à¤ आशà¥à¤°à¤® दकà¥à¤·à¤¿à¤£ काली मंदिर से निरंजनी अखाड़े तक पहà¥à¤à¤šà¥‡à¥¤à¤à¤µà¥à¤¯ कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® दौरान हेलीकॉपà¥à¤Ÿà¤° से फूलों से वरà¥à¤·à¤¾ की गई साथ ही जगह जगह रासà¥à¤¤à¥‡ मे à¤à¥€ समरà¥à¤¥à¤•à¥‹ ने पà¥à¤·à¥à¤ªà¤µà¤°à¥à¤·à¤¾ कर उनका जोरदार सà¥à¤µà¤¾à¤—त किया। कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® में साà¤à¤¸à¤¦ मनोज तिवारी और पà¥à¤°à¤¸à¤¿à¤¦à¥à¤§ à¤à¤œà¤¨ गायिका अनà¥à¤°à¤¾à¤§à¤¾ पौडवाल ने à¤à¥€ मंच से à¤à¤œà¤¨ गाकर शà¥à¤à¤•à¤¾à¤®à¤¨à¤¾à¤à¤‚ दी। शà¥à¤°à¥€ निरंजनी पंचायती अखाड़े के सचिव महनà¥à¤¤ शà¥à¤°à¥€ नरेंदà¥à¤° गिरी महाराज शà¥à¤°à¥€ निरंजनी पंचायती अखाड़े के सचिव à¤à¤µà¤‚ शà¥à¤°à¥€ मनसा देवी मंदिर टà¥à¤°à¤¸à¥à¤Ÿ के अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· जनपà¥à¤°à¤¿à¤¯ संत महनà¥à¤¤ शà¥à¤°à¥€ रविंदà¥à¤° पà¥à¤°à¥€ महाराज के कà¥à¤¶à¤² निरà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¤¨ और मारà¥à¤—दरà¥à¤¶à¤¨ में पटà¥à¤Ÿà¤¾ विशेष समारोह की à¤à¤µà¥à¤¯ दिवà¥à¤¯ तैयारियां की गई शà¥à¤°à¥€ महनà¥à¤¤ रविंदà¥à¤° पà¥à¤°à¥€ महाराज के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ रात दिन à¤à¤• करके इस कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® को मूरà¥à¤¤ रूप दिया गया है उनके अथक पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸à¥‹à¤‚ से यह कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® संà¤à¤µ हो पाया उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि à¤à¤• विदà¥à¤µà¤¾à¤¨ संत आचारà¥à¤¯ महामंडलेशà¥à¤µà¤° पद पर शà¥à¤°à¥€ कैलाशानंद गिरी के रूप में अखाड़े में पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤·à¥à¤ ित हो रहे हैं पिछले साल 31 दिसंबर को शà¥à¤°à¥€ जगदगà¥à¤°à¥‚ आशà¥à¤°à¤® कनखल के पà¥à¤°à¤®à¥à¤– महामंडलेशà¥à¤µà¤° राज राजेशà¥à¤µà¤°à¤¾à¤¶à¥à¤°à¤® महाराज ने अपने आशà¥à¤°à¤® में शà¥à¤°à¥€ बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤šà¤¾à¤°à¥€ कैलाशानंद महाराज को संनà¥à¤¯à¤¾à¤¸ दीकà¥à¤·à¤¾ दी थी और उनकी चोटी काटी गई थी और उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ विà¤à¥‚ति सà¥à¤¨à¤¾à¤¨ किया गया था और इस साल 1 जनवरी को कैलाशानंद बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤šà¤¾à¤°à¥€ के जनà¥à¤®à¤¦à¤¿à¤¨ के दिन शà¥à¤ मà¥à¤¹à¥‚रà¥à¤¤ में कनखल के काली मंदिर आशà¥à¤°à¤® में कैलाशानंद बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤šà¤¾à¤°à¥€ को विधि विधान से सनà¥à¤¯à¤¾à¤¸ दीकà¥à¤·à¤¾ दी गई थी कैलाशानंद बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤šà¤¾à¤°à¥€ महाराज अब आचारà¥à¤¯ महामंडलेशà¥à¤µà¤° शà¥à¤°à¥€ कैलाशानंद गिरी के नाम से सनà¥à¤¯à¤¾à¤¸ जगत में ही नहीं पूरे विशà¥à¤µ में जाने जाà¤à¤‚गे संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤ और à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ धरà¥à¤® गà¥à¤°à¤‚थों के पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤‚ड पंडित और तपसà¥à¤µà¥€ संत आचारà¥à¤¯ महामंडलेशà¥à¤µà¤° शà¥à¤°à¥€ कैलाशानंद गिरी महाराज मां काली और शिव के à¤à¤•à¥à¤¤ हैं और सावन में वे कठोर साधना करके 1 महीने तक 12 से 18 घंटे तक शिव का रà¥à¤¦à¥à¤°à¤¾à¤à¤¿à¤·à¥‡à¤• करते हैं और साल में दो नवरातà¥à¤°à¥‹à¤‚ में मां काली की घोर साधना करते हैं जब से वे हरिदà¥à¤µà¤¾à¤° में आठतब से उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कठोर साधना तपसà¥à¤¯à¤¾ की और अपने वà¥à¤¯à¤µà¤¹à¤¾à¤° और कà¥à¤¶à¤² वाणी के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ वे हरिदà¥à¤µà¤¾à¤° वासियों के दिलों पर छा गठइसी तरह महनà¥à¤¤ शà¥à¤°à¥€ रवींदà¥à¤° पà¥à¤°à¥€ महाराज ने जब निरंजनी अखाड़ा और शà¥à¤°à¥€ मनसा देवी मंदिर टà¥à¤°à¤¸à¥à¤Ÿ तथा à¤à¤¸à¤à¤® जेà¤à¤¨ पीजी कॉलेज और शà¥à¤°à¥€ रामानंद सà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤Ÿ की कमान संà¤à¤¾à¤²à¥€ तब से इन सà¤à¥€ संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ को उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने शीरà¥à¤· पर पहà¥à¤‚चाने के लिठअथक पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸ किया और पूरे हरिदà¥à¤µà¤¾à¤° वासियों का दिल जीत लिया निरंजनी अखाड़े के सचिव महनà¥à¤¤ शà¥à¤°à¥€ नरेंदà¥à¤° गिरी महाराज ने जब से अखाड़े की कमान संà¤à¤¾à¤²à¥€ तब से उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने अखाड़ा परिषद को à¤à¤• धार दी और अखाड़ा परिषद की धाक जमाई और उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर शà¥à¤°à¥€ पंच दश जूना अखाड़ा के अंतरराषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ संरकà¥à¤·à¤• और अखिल à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ अखाड़ा परिषद के राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ महामंतà¥à¤°à¥€ महनà¥à¤¤ शà¥à¤°à¥€ हरि गिरि महाराज ने अखाड़ा परिषद की साख को चार चांद लगाने में अहम सहयोग दिया इन महान संतों की वजह से आज हरिदà¥à¤µà¤¾à¤° के संत समाज का पूरे विशà¥à¤µ में मान-समà¥à¤®à¤¾à¤¨ बना हà¥à¤† है और हर कोई उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ समà¥à¤®à¤¾à¤¨ पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ करता है शà¥à¤°à¥€ आचारà¥à¤¯ कैलाशानंद गिरि महाराज के पटà¥à¤Ÿà¤¾ अà¤à¤¿à¤·à¥‡à¤• समारोह जहां राजनीति धरà¥à¤® कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° से जà¥à¤¡à¤¼à¥€ महान विà¤à¥‚तियां शामिल हà¥à¤ˆ वहीं आम जनमानस à¤à¥€ इस कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® में शामिल हà¥à¤† à¤à¤¸à¤¾ à¤à¤µà¥à¤¯ समारोह आज तक हरिदà¥à¤µà¤¾à¤° में किसी आचारà¥à¤¯ महामंडलेशà¥à¤µà¤° के पटà¥à¤Ÿà¤¾ विशेष समारोह में नहीं हà¥à¤† है|