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स्वास्थ्य केंद्र जोशीमठ मे कोविड टीकाकरण व्यवस्थाओं का निरीक्षण


जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने सोमवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जोशीमठ मे कोविड टीकाकरण व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया। इस दौरान जिलाधिकारी ने स्वास्थ्य केंद्र में वैक्सीनेशन सेंटर, कोल्डचेन प्वाइंट से बूथ तक वैक्सीन पहुॅचाने|

रिपोर्ट  - à¤…ंजना भट्ट घिल्डियाल

चमोली 25 जनवरी 2021, जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने सोमवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जोशीमठ मे कोविड टीकाकरण व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया। इस दौरान जिलाधिकारी ने स्वास्थ्य केंद्र में वैक्सीनेशन सेंटर, कोल्डचेन प्वाइंट से बूथ तक वैक्सीन पहुॅचाने, टीकाकरण, निगरानी कक्ष, प्रतीक्षा कक्ष आदि व्यवस्थाओं का जायजा लिया और स्वास्थ्य कर्मियों को वैक्सीनेशन के लिए जारी गाइड लाइन का पूरी तरह से पालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। जोशीमठ स्वास्थ्य केंद्र मे सोमवार से कोविड वैक्सीनेशन शुरू हो गया है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में ओपीडी के सुदृढ़ीकरण एवं छत रिपेयरिंग करवाने के बावजूद भी छत टपकने और कक्षो मे सीलन की समस्या पर जिलाधिकारी ने ठेकेदार का भुगतान रोकने के निर्देश एसीएमओ को दिए। वही अस्पताल मे साफ सफाई पर विशेष ध्यान रखने को कहा। औषधि कक्ष के निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने दवाइयों का पर्याप्त स्टाक रखने के निर्देश दिए। कहा कि यदि किसी दवाई की आवश्यकता हो तो शीघ्र मंगाए। वही दूसरी ओर जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने पाखी गांव का भ्रमण कर स्वयं सहायता समूह द्वारा संचालित कार्यों का स्थलीय निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने ग्रामीणों की समस्याएं भी सुनी और मौके पर उसका समधान किया। जिलाधिकारी ने गांव में संचालित स्वयं सहायता समूह को सक्रियता से कार्य करने पर जोर दिया। कहा स्वयं सहायता समूह को हर संभव मदद भी दी जाएगी। शिवानी स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा उत्पादित चोरू, फरण, धूप बनाने के लिए जड़ी बूटी पीसने हेतु मशीन एवं विपणन हेतु मार्केट न मिलने की समस्या पर जिलाधिकारी ने समूह को अपने उत्पादों की गोपेश्वर उद्यान विभाग में संचालित नैनो पैकेजिंग यूनिट में अच्छी पैकेजिंग कराने और संडे मार्केट में विपणन कराने की सलाह दी। साथ ही कहा कि समूह को मशीन क्रय करने के लिए धनराशि की व्यवस्था भी जाएगी। पाखी में हिमालय पर्यावरण आरक्षी महिला सोसायटी द्वारा आर्थिक समस्या के कारण पिछले कुछ महीनों से काम बंद करने पर जिलाधिकारी ने खंड विकास अधिकारी को समूह का एनआरएलएम के तहत पंजीकरण कराने के निर्देश दिए। ताकि पंजीकरण के बाद रिवाल्विंग फंड की मदद से समूह फिर से सक्रिय होकर कार्य कर सके। इस समूह में लगभग 250 से अधिक महिलाएं विभिन्न प्रकार के अचार, जैम, जैली आदि बनाने का कार्य करती है लेकिन फंड के अभाव में कुछ समय से समूह निष्क्रय है।

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