जगदà¥à¤—à¥à¤°à¥‚ रामानंदाचारà¥à¤¯ महाराज की जयंती पर संत समाज ने à¤à¥‚पतवाला सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ गोकà¥à¤²à¤§à¤¾à¤® से शà¥à¤°à¤µà¤£à¤¨à¤¾à¤¥ नगर तक à¤à¤µà¥à¤¯ शोà¤à¤¾à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤°à¤¾ निकाली। जिसमें मेला अधिकारी दीपक रावत, कà¥à¤‚ठमेला आईजी संजय गà¥à¤‚जà¥à¤¯à¤¾à¤², अपर मेला अधिकारी हरबीर सिंह, उपमेला अधिकारी किशन सिंह नेगी à¤à¥€ समà¥à¤®à¤¿à¤²à¤¿à¤¤ हà¥à¤à¥¤
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
हरिदà¥à¤µà¤¾à¤°, 4 फरवरी। जगदà¥à¤—à¥à¤°à¥‚ रामानंदाचारà¥à¤¯ महाराज की जयंती पर संत समाज ने à¤à¥‚पतवाला सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ गोकà¥à¤²à¤§à¤¾à¤® से शà¥à¤°à¤µà¤£à¤¨à¤¾à¤¥ नगर तक à¤à¤µà¥à¤¯ शोà¤à¤¾à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤°à¤¾ निकाली। जिसमें मेला अधिकारी दीपक रावत, कà¥à¤‚ठमेला आईजी संजय गà¥à¤‚जà¥à¤¯à¤¾à¤², अपर मेला अधिकारी हरबीर सिंह, उपमेला अधिकारी किशन सिंह नेगी à¤à¥€ समà¥à¤®à¤¿à¤²à¤¿à¤¤ हà¥à¤à¥¤ जगदà¥à¤—à¥à¤°à¥ रामानंदाचारà¥à¤¯ सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ अयोधà¥à¤¯à¤¾à¤šà¤¾à¤°à¥à¤¯ महाराज ने कहा कि सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ रामानंदाचारà¥à¤¯ वैषà¥à¤£à¥‹ à¤à¤•à¥à¤¤à¤¿ धारा के महान संत थे। जिनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने हिंदू धरà¥à¤® को संगठित और वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¿à¤¤ करने के अथक पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸ किà¤à¥¤ उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने वैषà¥à¤£à¤µ संपà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¯ को पà¥à¤¨à¤°à¥à¤—ठित किया तथा वैषà¥à¤£à¤µ साधà¥-संतों को उनका आतà¥à¤®à¤¸à¤®à¥à¤®à¤¾à¤¨ दिलाया। à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ राषà¥à¤Ÿà¥à¤° को à¤à¤• नई दिशा देने वाले संत रामानंद पà¥à¤°à¥‡à¤® और à¤à¤•à¥à¤¤à¤¿ के संत थे। à¤à¤—वान राम के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ उनकी à¤à¤•à¥à¤¤à¤¿ ने देश को à¤à¤• नई दिशा पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ की। अखिल à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ शà¥à¤°à¥€à¤ªà¤‚च निरà¥à¤µà¤¾à¤£à¥€ अनी अखाड़े के अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त धरà¥à¤®à¤¦à¤¾à¤¸ महाराज ने कहा कि सातà¥à¤µà¤¿à¤• और संत जीवन वाले सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ रामानंदाचारà¥à¤¯ ने जहां à¤à¤• और सगà¥à¤£ धारा को पà¥à¤°à¤¬à¤² किया तो दूसरी ओर निरà¥à¤—à¥à¤£ धारा को à¤à¥€ अवसर दिया। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने हिंदू समाज को समता व सदà¥à¤à¤¾à¤µ की दृषà¥à¤Ÿà¤¿ पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ की। à¤à¤¾à¤°à¤¤ में पà¥à¤°à¥‡à¤® और à¤à¤•à¥à¤¤à¤¿ के महतà¥à¤µ को उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने मजबूत किया। जिस मारà¥à¤— का अनà¥à¤¸à¤°à¤£ कर वैषà¥à¤£à¤µ संत धरà¥à¤® व संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ की रकà¥à¤·à¤¾ कर रहे हैं। उछाली आशà¥à¤°à¤® के अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त विषà¥à¤£à¥ दास महाराज ने कहा कि सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ रामानंद महाराज बहà¥à¤¤ ही कà¥à¤¶à¤¾à¤—à¥à¤° बà¥à¤¦à¥à¤§à¤¿ के धनी थे। जिनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने अलà¥à¤ªà¤¾à¤¯à¥ में ही शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤‚ पà¥à¤°à¤¾à¤£à¥‹à¤‚ का अधà¥à¤¯à¤¯à¤¨ कर महारत हासिल की। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ रामानंद पहले आचारà¥à¤¯ थे जिनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने सबसे पहले उतà¥à¤¤à¤° à¤à¤¾à¤°à¤¤ में à¤à¤•à¥à¤¤à¤¿ का पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° किया। इसीलिठउनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ मधà¥à¤¯à¤•à¤¾à¤²à¥€à¤¨ à¤à¤•à¥à¤¤à¤¿ आंदोलन का महान संत माना गया है। बाबा हठयोगी दिगंबर ने कहा कि सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ रामानंद महाराज ने समाज में उपजी कà¥à¤°à¥€à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚, छà¥à¤†à¤›à¥‚त, ऊंच नीच और जात पात की à¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾ का विरोध किया और जाति पाति के à¤à¥‡à¤¦ को मिटा कर कà¥à¤°à¤¾à¤‚ति को आरंठकिया। आवाहन अखाड़े के राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ महामंतà¥à¤°à¥€ शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त सतà¥à¤¯ गिरी महाराज ने कहा कि सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ रामानंद महाराज ने सà¤à¥€ को राम मंतà¥à¤° देकर à¤à¤•à¥à¤¤à¤¿ का दà¥à¤µà¤¾à¤° खोला। वरà¥à¤£ और जाति के नियम को शिथिल कर सरà¥à¤µà¤¸à¤¾à¤§à¤¾à¤°à¤£ को à¤à¤•à¤¤à¤¾ के सूतà¥à¤° में बांधा। राषà¥à¤Ÿà¥à¤° निरà¥à¤®à¤¾à¤£ में उनके अहम योगदान को कà¤à¥€ à¤à¥à¤²à¤¾à¤¯à¤¾ नहीं जा सकता। शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त मनमोहन गिरी महाराज ने कहा कि सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ रामानंद महाराज ने मरà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ पà¥à¤°à¥à¤·à¥‹à¤¤à¥à¤¤à¤® शà¥à¤°à¥€à¤°à¤¾à¤® को आदरà¥à¤¶ मानकर राम à¤à¤•à¥à¤¤à¤¿ मारà¥à¤— का निरà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¤¨ किया। उनà¥à¤¹à¥€à¤‚ के आदरà¥à¤¶à¥‹à¤‚ का अनà¥à¤¸à¤°à¤£ करते हà¥à¤ सà¤à¥€ को धरà¥à¤® के संरकà¥à¤·à¤£ à¤à¤µà¤‚ संवरà¥à¤§à¤¨ के लिठसदैव ततà¥à¤ªà¤° रहना चाहिà¤à¥¤ मेला अधिकारी दीपक रावत ने कहा कि संत महापà¥à¤°à¥‚षों से ही à¤à¤¾à¤°à¤¤ की विशà¥à¤µ में à¤à¤• अलग पहचान है। संत महापà¥à¤°à¥‚षों के आशीरà¥à¤µà¤¾à¤¦ से कà¥à¤‚ठमेला सकà¥à¤¶à¤² à¤à¤µà¥à¤¯ रूप से संपनà¥à¤¨ होगा। इस दौरान शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त रविनà¥à¤¦à¥à¤°à¤ªà¥à¤°à¥€, म.म.सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ हरिचेतनानंद, शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त किशनदास, शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त मोहनदास, महंत अरूणदास, महंत पà¥à¤°à¥‡à¤®à¤¦à¤¾à¤¸, सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ जगदीशानंद, सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदविलासानंद, महंत रामकिशन दास, सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ ऋषि रामकिशन, सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ हरिहरानंद, सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ रविदेव शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€, महंत मोहनसिंह, महंत तीरथ सिंह, सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ ललितानंद गिरी, महंत पà¥à¤°à¤¹à¤²à¤¾à¤¦ दास, महंत दà¥à¤°à¥à¤—ादास, महंत कमलदास, महंत लोकेशदास, महंत अगसà¥à¤¤ दास, महंत सà¥à¤®à¤¿à¤¤à¤¦à¤¾à¤¸, महंत सूरजदास, सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ शिवानंद, महंत शà¥à¤¯à¤¾à¤®à¤ªà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ आदि सहित सैकड़ों संत मौजूद रहे। दूसरी ओर सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯ खराब होने के चलते कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® में समà¥à¤®à¤¿à¤²à¤¿à¤¤ नहीं हो पाठअखिल à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ अखाड़ा परिषद के राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त नरेंदà¥à¤° गिरी महाराज ने दूरà¤à¤¾à¤· पर सà¤à¥€ को रामानंदाचारà¥à¤¯ जयंती की शà¥à¤à¤•à¤¾à¤®à¤¨à¤¾à¤à¤‚ देते हà¥à¤ कहा कि समाज को नई दिशा पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ करने वाले सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ रामानंदाचारà¥à¤¯ महाराज के बताठमारà¥à¤— का अनà¥à¤¸à¤°à¤£ करते हà¥à¤ सà¤à¥€ को राषà¥à¤Ÿà¥à¤° उतà¥à¤¥à¤¾à¤¨ में सहयोग करना चाहिà¤à¥¤