सदाननà¥à¤¦ ततà¥à¤¤à¥à¤µà¤œà¥à¤žà¤¾à¤¨ परिषदॠके पà¥à¤²à¥…ाट नं 58 सेकà¥à¤Ÿà¤° नं 2 सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ पणà¥à¤¡à¤¾à¤² में आज से शà¥à¤°à¥‚ हो रहे सतà¥à¤¸à¤‚ग कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® में सनà¥à¤¤ जà¥à¤žà¤¾à¤¨à¥‡à¤¶à¥à¤µà¤° सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ सदाननà¥à¤¦ जी
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
8 फरवरी, माघ मेला पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤—, सदाननà¥à¤¦ ततà¥à¤¤à¥à¤µà¤œà¥à¤žà¤¾à¤¨ परिषदॠके पà¥à¤²à¥…ाट नं 58 सेकà¥à¤Ÿà¤° नं 2 सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ पणà¥à¤¡à¤¾à¤² में आज से शà¥à¤°à¥‚ हो रहे सतà¥à¤¸à¤‚ग कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® में सनà¥à¤¤ जà¥à¤žà¤¾à¤¨à¥‡à¤¶à¥à¤µà¤° सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ सदाननà¥à¤¦ जी परमहंस के शिषà¥à¤¯ महातà¥à¤®à¤¾ दशरथ जी ने कहा, कोई à¤à¥€ पनà¥à¤¥, समà¥à¤ªà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¯ तथा अनेक मत मतानà¥à¤¤à¤° धरà¥à¤® का नाम नहीं है, उसी तरह से कणà¥à¤ ी माला पहनना, वसà¥à¤¤à¥à¤° पहनना आदि धरà¥à¤® नहीं है । दोष रहित, सतà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ , उनà¥à¤®à¥à¤•à¥à¤¤ अमर जीवन पदà¥à¤§à¤¤à¤¿ ही धरà¥à¤® है, धरà¥à¤® वह विधान का नाम है जिससे हमें बार बार के जनम-मरण के चकà¥à¤•à¤° से, इस à¤à¤µ सागर से छà¥à¤Ÿà¤•à¤¾à¤°à¤¾ मिल जाता है । मनà¥à¤·à¥à¤¯ का शरीर इस सृषà¥à¤Ÿà¤¿ में सबसे शà¥à¤°à¥‡à¤·à¥à¤ सबसे सरà¥à¤µà¥‹à¤¤à¥à¤¤à¤® शरीर है, मनà¥à¤·à¥à¤¯ जीवन का à¤à¤•à¤®à¥‡à¤µ à¤à¤• लकà¥à¤·à¥à¤¯ परमेशà¥à¤µà¤° को पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ करके अपने जीवन को मà¥à¤•à¥à¤¤à¤¿-अमरता से यà¥à¤•à¥à¤¤ à¤à¤—वदॠà¤à¤¾à¤µ पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ वाला बनाठरहना है । धरà¥à¤® और मोकà¥à¤· के बीच का जीवन à¤à¤• सरà¥à¤µà¥‹à¤šà¥à¤š और समà¥à¤ªà¥‚रà¥à¤£à¤¤à¥à¤¤à¥à¤µ वाला जीवन है कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि à¤à¤¸à¥‡ जीवन का रख-रखाव और मालिकान सà¥à¤µà¤¯à¤‚ परमेशà¥à¤µà¤°-खà¥à¤¦à¤¾-गॉड-à¤à¤—वानॠके पास रहता है ।