उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤§à¤¿à¤•à¤¾à¤°à¥€ के रूप में बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤²à¥€à¤¨ शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त विनोद गिरी महाराज की शिषà¥à¤¯à¤¾ गीता मनीषी साधà¥à¤µà¥€ डा.राधागिरी को तिलक चादर पहनाकर गदà¥à¤¦à¥€ पर बिठाया गया।
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
हरिदà¥à¤µà¤¾à¤°, 14 फरवरी। जूना अखाड़ा के अंतरराषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ संगठन मंतà¥à¤°à¥€ व बाल योगी शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त विनोद गिरी महाराज के बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤²à¥€à¤¨ होने के बाद à¤à¥‚पतवाला सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ अमीरगिरी धाम आशà¥à¤°à¤® में आयोजित कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤®à¥‡à¤‚ में संत समाज ने उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ à¤à¤¾à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤‚जलि दी। इस अवसर पर संत महंतों के सानिधà¥à¤¯ में आशà¥à¤°à¤® के उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤§à¤¿à¤•à¤¾à¤°à¥€ के रूप में बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤²à¥€à¤¨ शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त विनोद गिरी महाराज की शिषà¥à¤¯à¤¾ गीता मनीषी साधà¥à¤µà¥€ डा.राधागिरी को तिलक चादर पहनाकर गदà¥à¤¦à¥€ पर बिठाया गया। उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड विधानसà¤à¤¾ अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· पà¥à¤°à¥‡à¤®à¤šà¤‚द अगà¥à¤°à¤µà¤¾à¤² ने बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤²à¥€à¤¨ शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त विनोद गिरी महाराज को शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤‚जलि अरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ करते हà¥à¤ कहा कि बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¥€à¤¨ शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त विनोद गिरी महाराज à¤à¤• महान संत थे। उनका पूरा जीवन “सरà¥à¤µà¥‡ à¤à¤µà¤‚तॠसà¥à¤–िनः सरà¥à¤µà¥‡ संतॠनिरामया†पर आधारित रहा है। विधानसà¤à¤¾à¤§à¥à¤¯à¤•à¥à¤· ने कहा कि बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤²à¥€à¤¨ शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त विनोद गिरी महाराज तà¥à¤¯à¤¾à¤— व तपसà¥à¤¯à¤¾ की पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤®à¥‚रà¥à¤¤à¤¿ थे। उनका बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤²à¥€à¤¨ होना संत समाज के लिठनिशà¥à¤šà¤¿à¤¤ रूप से अपूरणीय कà¥à¤·à¤¤à¤¿ है। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने सदैव गरीब और असहाय लोगों की सहायता कर मानव सेवा की। राषà¥à¤Ÿà¥à¤° कलà¥à¤¯à¤¾à¤£ में उनके अहम योगदान को कà¤à¥€ à¤à¥à¤²à¤¾à¤¯à¤¾ नहीं जा सकता। कोरोना काल में उनके दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ की गई मानव सेवा का संपूरà¥à¤£ समाज साकà¥à¤·à¥€ है। जूना अखाड़ा के अंतरराषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ संगठन मंतà¥à¤°à¥€ पद पर रहते हà¥à¤ उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने अखाड़े की परंपराओं का निरà¥à¤µà¤¹à¤¨ करते हà¥à¤ सचà¥à¤šà¥‡ मन से संतों की मान मरà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾à¤“ं के अनà¥à¤°à¥‚प कारà¥à¤¯ किया। वे हमेशा गौ सेवा à¤à¤µà¤‚ गंगा सेवा के लिठततà¥à¤ªà¤° रहे। नवनियà¥à¤•à¥à¤¤ महंत गीता मनीषा डा.राधागिरी को शà¥à¤à¤•à¤¾à¤®à¤¨à¤¾à¤à¤‚ देते हà¥à¤ कहा कि उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤§à¤¿à¤•à¤¾à¤°à¥€ के रूप में वे आशà¥à¤°à¤® की परंपरा को आगे बà¥à¤¾à¤¤à¥‡ हà¥à¤ बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤²à¥€à¤¨ शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त विनोद गिरी महाराज के सिदà¥à¤§à¤¾à¤‚तों का पालन करते हà¥à¤ आशà¥à¤°à¤® के कारà¥à¤¯à¥‹à¤‚ को पूरी करà¥à¤¤à¤µà¥à¤¯à¤¨à¤¿à¤·à¥à¤ ा से आगे बà¥à¤¾à¤à¤‚गी। जूना अखाड़े के अंतरराषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ सà¤à¤¾à¤ªà¤¤à¤¿ शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त पà¥à¤°à¥‡à¤®à¤—िरी महाराज ने कहा कि महापà¥à¤°à¥‚ष केवल शरीर तà¥à¤¯à¤—ाते हैं। समाज कलà¥à¤¯à¤¾à¤£ के लिठउनका आतà¥à¤®à¤¾ सदैव उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤ रहती है। बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤²à¥€à¤¨ शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त विनोद गिरी महाराज à¤à¤• दिवà¥à¤¯ महापà¥à¤°à¥‚ष थे। जिनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने गंगा सà¥à¤µà¤šà¥à¤›à¤¤à¤¾ व निरà¥à¤®à¤²à¤¤à¤¾ के लिठलंबे समय तक आंदोलन कर समाज को महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ संदेश दिया। जूना अखाड़े के अंतरराषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ उपाधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त विदà¥à¤¯à¤¾à¤¨à¤‚द सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ महाराज ने कहा कि महापà¥à¤°à¥‚षों ने सदैव समाज को नई दिशा पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ की है। बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤²à¥€à¤¨ शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त विनोद गिरी महाराज ने à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ व सनातन धरà¥à¤® का पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤° कर पूरे देश में à¤à¤¾à¤µà¥€ पीà¥à¥€ को संसà¥à¤•à¤¾à¤° बनाया। राषà¥à¤Ÿà¥à¤° कलà¥à¤¯à¤¾à¤£ में उनका योगदान कà¤à¥€ à¤à¥à¤²à¤¾à¤¯à¤¾ नहीं जा सकता। बाबा अमीरगिरी धाम की नवनियà¥à¤•à¥à¤¤ महंत गीता मनीषी साधà¥à¤µà¥€ डा.राधागिरी ने कहा कि संत समाज ने जो जिमà¥à¤®à¥‡à¤¦à¤¾à¤°à¥€ उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ सौंपी है। उसका पूरी करà¥à¤¤à¤µà¥à¤¯ निषà¥à¤ ा से निरà¥à¤µà¤¹à¤¨ करते हà¥à¤ पूजà¥à¤¯ गà¥à¤°à¥‚देव दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ गंगा तट से जो सेवा पà¥à¤°à¤•à¤²à¥à¤ª पà¥à¤°à¤¾à¤°à¤®à¥à¤ किठगठथे। उनमें निरंतर बà¥à¥‹à¤¤à¤°à¥€ कर समाज की सेवा की जाà¤à¤—ी। इस अवसर पर महंत देवानंद सरसà¥à¤µà¤¤à¥€, शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त साधनानंद, महंत कमलदास, महंत सचà¥à¤šà¤¿à¤¦à¤¾à¤¨à¤¦à¤‚, महंत रामकृषà¥à¤£ दास, सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ रविदेव शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€, सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ हरिहरानदं, सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ दिनेश दास, महंत दà¥à¤°à¥à¤—ादास, महंत सà¥à¤®à¤¿à¤¤ दास, महंत बà¥à¤§à¤—िरी, पहलवान बाबा, सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ राजेश गिरी, सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ केशवानंद, महंत महेशपà¥à¤°à¥€, महंत धीरेंदà¥à¤° पà¥à¤°à¥€, अषà¥à¤Ÿà¤•à¥Œà¤¶à¤² महंत हरेराम गिरी, शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त आराधना गिरी, सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ ललितानंद गिरी, महंत शà¥à¤¯à¤¾à¤® पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶, महंत विनोद महाराज, गीतांजलि जखमोला, सतà¥à¤¯à¥‡à¤‚दà¥à¤° धमांदा, शिवानी à¤à¤Ÿà¥à¤Ÿ, दिवà¥à¤¯à¤¾ बेलवाल, पंकज पाल, मà¥à¤•à¥‡à¤¶ गौनियाल, वेद गà¥à¤µà¤¾à¤¡à¥€, राजपाल नेगी, विनोद à¤à¤Ÿà¥à¤Ÿ, सà¥à¤°à¥‡à¤‚दà¥à¤° रयाल, मनोज जखमोला, अंकित बिजलवान, चंदà¥à¤°à¤•à¤²à¤¾ बेलवाल सहित बड़ी संखà¥à¤¯à¤¾ में शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤²à¥à¤œà¤¨ मौजूद रहे।