वसंत पंचमी के पावन परà¥à¤µ पर जूना अखाडे दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ दà¥à¤ƒà¤–हरण हनà¥à¤®à¤¾à¤¨ मनà¥à¤¦à¤¿à¤° जूना अखाड़ा घाट ललतारौ पर सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ पूजन तथा कà¥à¤®à¥à¤ मेला 2021 के निरà¥à¤µà¤¿à¤§à¥à¤¨ शांति पूरà¥à¤µà¤• समà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ होने की मंगलकामना के साथ हवन किया गया।
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
हरिदà¥à¤µà¤¾à¤°à¥¤ वसंत पंचमी के पावन परà¥à¤µ पर जूना अखाडे दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ दà¥à¤ƒà¤–हरण हनà¥à¤®à¤¾à¤¨ मनà¥à¤¦à¤¿à¤° जूना अखाड़ा घाट ललतारौ पर सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ पूजन तथा कà¥à¤®à¥à¤ मेला 2021 के निरà¥à¤µà¤¿à¤§à¥à¤¨ शांति पूरà¥à¤µà¤• समà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ होने की मंगलकामना के साथ हवन किया गया। इस अवसर पर जूना अखाड़े की तेरह मढी के कपूरथला परिवार के संसà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤• बà¥à¤°à¤¹à¤®à¤²à¥€à¤¨ शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त शिवदतà¥à¤¤ गिरि जी के पà¥à¤°à¤¾à¤•à¤Ÿà¥à¤¯ दिवस पर साधà¥-संतो के विशाल à¤à¤£à¥à¤¡à¤¾à¤°à¥‡ का आयोजन à¤à¥€ किया गया। जूना अखाड़ा घाट पर अखाडे के अनà¥à¤°à¥à¤¤à¤°à¤¾à¤·à¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ संरकà¥à¤·à¤• शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त हरिगिरि महाराज के संयोजन में कपूरथला परिवार के वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ गादीपति शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त पà¥à¤°à¥‚षोतà¥à¤¤à¤® गिरि,शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त कमलपà¥à¤°à¥€,सà¤à¤¾à¤ªà¤¤à¤¿ शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त पà¥à¤°à¥‡à¤®à¤¾ गिरि,सचिव शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त मोहन à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€,शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त महेशपà¥à¤°à¥€,गादीपति शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त पृथà¥à¤µà¥€ गिरि,शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त कमल à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€ आदि ने à¤à¤—वा धà¥à¤µà¤œ की सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¨à¤¾ की। साथ ही वैदिक विदà¥à¤µà¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ के मंतà¥à¤°à¥‹à¤šà¥à¤šà¤¾à¤° के मधà¥à¤¯ हवन,माॅ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ जी,माॅ गंगा की विशेष पूजा अरà¥à¤šà¤¨à¤¾ की। अनà¥à¤°à¥à¤¤à¤°à¤¾à¤·à¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ संरकà¥à¤·à¤• शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त हरिगिरि महाराज ने सचिव शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त मोहन à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€,शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त महेशपà¥à¤°à¥€ तथा थानापति नीलकंठगिरि आदिके साथ ललतारौ में जूना अखाड़े की छावनी के लिठचल रहे कारà¥à¤¯à¥‹ का à¤à¥€ निरीकà¥à¤·à¤£ किया तथा कई आवशà¥à¤¯à¤• निरà¥à¤¦à¥‡à¤¶ दिà¤à¥¤ बताते चले कि यहां पर पà¥à¤°à¤¾à¤šà¥€à¤¨ काल से ही नागा सनà¥à¤¯à¤¾à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ का सनà¥à¤¯à¤¾à¤¸ दीकà¥à¤·à¤¾ व अनà¥à¤¯ धारà¥à¤®à¤¿à¤• संसà¥à¤•à¤¾à¤° होते चले आठहै। यहां पर अखाडे के जखीरा,माल असवाब,रथ,पालकी होै,हाथी घोडे,टैªकà¥à¤Ÿà¤° टà¥à¤°à¤¾à¥…ली व अनà¥à¤¯ वाहन रखे जाते रहे है। यही से शाही सà¥à¤¨à¤¾à¤¨ के लिठपालकियाॅ व बैडे सजक र शाही जà¥à¤²à¥‚स में जाते है। सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ पूजन तथा हवन में शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त हरिगिरि महाराज के साथ साथ शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त इनà¥à¤¦à¤° à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€,शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त विदà¥à¤¯à¤¾à¤¨à¤‚द सरसà¥à¤µà¤¤à¥€,शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त उमाशंकर à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€,शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त केदारपà¥à¤°à¥€,शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त साधनानंद बà¥à¤°à¤¹à¤®à¤šà¤¾à¤°à¥€,शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त कमल à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€,कारोबारी महादेवानंद गिरि,पà¥à¤œà¤¾à¤°à¥€ परमानंद गिरि सहित सैंकड़ो नागा सनà¥à¤¯à¤¾à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ ने à¤à¤¾à¤— लिया।