संतों के आशीरà¥à¤µà¤¾à¤¦ से दिवà¥à¤¯ व à¤à¤µà¥à¤¯ कà¥à¤®à¥à¤ का आयोजन होगा सफल हरिदà¥à¤µà¤¾à¤° में अखाड़ों में पहà¥à¤‚च मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ ने संतों से लिया आशीरà¥à¤µà¤¾à¤¦ पंचायती अखाड़ा शà¥à¤°à¥€ निरंजनी की पेशवाई में शामिल हà¥à¤ मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
हरिदà¥à¤µà¤¾à¤°à¥¤ 3 मारà¥à¤š (सूचना) मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ तà¥à¤°à¤¿à¤µà¥‡à¤¨à¥à¤¦à¥à¤° सिंह रावत ने बà¥à¤§à¤µà¤¾à¤° को हरिदà¥à¤µà¤¾à¤° में पंचायती अखाड़ा शà¥à¤°à¥€ निरंजनी की पेशवाई में शामिल साधà¥-संतों से आशीरà¥à¤µà¤¾à¤¦ लिया। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि महाकà¥à¤®à¥à¤ में संतों के दरà¥à¤¶à¤¨ मातà¥à¤° से ही जीवन सफल हो जाता है। संतों के आशीरà¥à¤µà¤¾à¤¦ से सरकार दिवà¥à¤¯ व à¤à¤µà¥à¤¯ कà¥à¤®à¥à¤ के आयोजन में पूरी तरह सफल होगी। मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ तà¥à¤°à¤¿à¤µà¥‡à¤¨à¥à¤¦à¥à¤° ने बà¥à¤§à¤µà¤¾à¤° को अपने हरिदà¥à¤µà¤¾à¤° à¤à¥à¤°à¤®à¤£ के दौरान सरà¥à¤µà¤ªà¥à¤°à¤¥à¤® पंचायती अखाड़ा शà¥à¤°à¥€ निरंजनी की छावनी à¤à¤¸à¤à¤®à¤œà¥‡à¤à¤¨ पीजी काॅलेज में पहà¥à¤‚चे। जहां महाकà¥à¤®à¥à¤ की पहली पेशवाई अखाड़े की ओर से निकलनी थी। मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ ने यहां पर अखिल à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ अखाड़ा परिषद के राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· शà¥à¤°à¥€ महंत नरेंदà¥à¤° गिरि, अखाडे़ के सचिव व मनसा देवी मंदिर टà¥à¤°à¤¸à¥à¤Ÿ के अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· महंत रविनà¥à¤¦à¥à¤° पà¥à¤°à¥€, अखाड़े के आचारà¥à¤¯ महामंडलेशà¥à¤µà¤° सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ कैलाशानंद आदि संतों के साथ पूजन कर पेशवाई को रवाना किया। इसके बाद मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ शà¥à¤°à¥€ पंचदशनाम जूना à¤à¥ˆà¤°à¤µ अखाड़ा मायादेवी मंदिर में दरà¥à¤¶à¤¨ पूजन करने पहà¥à¤‚चे। वहां उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने पूजा अरà¥à¤šà¤¨à¤¾ कर मां से दिवà¥à¤¯ व à¤à¤µà¥à¤¯ कà¥à¤‚ठके आयोजन का आशीरà¥à¤µà¤¾à¤¦ मांगा। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने अखिल à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ अखाड़ा परिषद के राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ महामंतà¥à¤°à¥€ शà¥à¤°à¥€ महंत हरि गिरि आदि से आशीरà¥à¤µà¤¾à¤¦ लिया। परिसर में ही सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ दतà¥à¤°à¤¾à¤¤à¥à¤°à¥‡à¤¯ चरण पादà¥à¤•à¤¾ के साथ ही शà¥à¤°à¥€ पंचदशनाम आवाहन अखाड़ा चरण पादà¥à¤•à¤¾ का शà¥à¤°à¥€ पंच अगà¥à¤¨à¤¿ अखाड़ा में पूजा की। यहां से मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ शà¥à¤°à¥€ पंचायती महानिरà¥à¤µà¤¾à¤£à¥€ अखाड़ा कनखल पहà¥à¤‚चे। वहां उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने अखाड़े के शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त रविनà¥à¤¦à¥à¤°à¤ªà¥à¤°à¥€ आदि के साथ धरà¥à¤®à¤§à¥à¤µà¤œà¤¾ का पूजन किया। संतों से आशीरà¥à¤µà¤¾à¤¦ लेने और कà¥à¤®à¥à¤ की वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾à¤“ं पर चरà¥à¤šà¤¾ के बाद मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ कनखल सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ जगदगà¥à¤°à¥ आशà¥à¤°à¤® पहà¥à¤‚चे। यहां उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने जगदगà¥à¤°à¥‚ शंकराचारà¥à¤¯ शà¥à¤°à¥€ राजराजेशà¥à¤µà¤°à¤¾à¤¶à¥à¤°à¤® से आशीरà¥à¤µà¤¾à¤¦ पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ किया। वह कनखल के ही शà¥à¤°à¥€ शंà¤à¥‚ पंचायती अटल अखाड़ा पहà¥à¤‚चे। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने मंदिर में दरà¥à¤¶à¤¨ के बाद परिसर में सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ धरà¥à¤®à¤§à¥à¤µà¤œà¤¾ का à¤à¥€ पूजन किया। इसके बाद मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ बैरागी कैंप कनखल के अखिल à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ शà¥à¤°à¥€ पंच निरà¥à¤®à¥‹à¤¹à¥€ अनि अखाडे़ पहà¥à¤‚चे। वहां हनà¥à¤®à¤¾à¤¨ मंदिर में पूजा कर अखाड़े के अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· शà¥à¤°à¥€ महंत राजेंदà¥à¤° दास जी महाराज आदि से आशीरà¥à¤µà¤¾à¤¦ लिया। इससे पूरà¥à¤µ गà¥à¤°à¥‚कà¥à¤² कांगड़ी में बने हैलीपैड पहà¥à¤‚चने पर मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ का मेलाधिकारी दीपक रावत, आईजी कà¥à¤‚ठसंजय गà¥à¤‚जà¥à¤¯à¤¾à¤², जिलाधिकारी सी. रविशंकर, वरिषà¥à¤·à¥à¤ पà¥à¤²à¤¿à¤¸ अधीकà¥à¤·à¤• कà¥à¤‚ठजनà¥à¤®à¥‡à¤œà¤¯ खंडूड़ी, वरिषà¥à¤ पà¥à¤²à¤¿à¤¸ अधीकà¥à¤·à¤• हरिदà¥à¤µà¤¾à¤° सेंथिल अबूदई कृषà¥à¤£ राज à¤à¤¸, दायितà¥à¤µà¤§à¤¾à¤°à¥€ डा0 विनोद आरà¥à¤¯à¤¾à¤‚, à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾ जिलाधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· डा0 जयपाल सिंह चैहान, जिला महामंतà¥à¤°à¥€ विकास तिवारी, नरेश शरà¥à¤®à¤¾, विमल कà¥à¤®à¤¾à¤°, उजà¥à¤œà¤µà¤² पंडित, लव शरà¥à¤®à¤¾ आदि ने सà¥à¤µà¤¾à¤—त किया।