जगजीतपà¥à¤° कनखल से शà¥à¤°à¥‚ हà¥à¤ˆ और बूढ़ी माता चौक, सती कà¥à¤‚ड ,देश रकà¥à¤·à¤• चौक , दादू बाग, हनà¥à¤®à¤¾à¤¨à¤—ढ़ी, कनखल थाने, सरà¥à¤°à¤¾à¤«à¤¾ बाजार ,चौक बाजार , पहाड़ी बाजार , बंगाली मोड़ होते हà¥à¤ अखाड़े की छावनी में समापà¥à¤¤ हà¥à¤ˆ
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
हरिदà¥à¤µà¤¾à¤° 5 अपà¥à¤°à¥ˆà¤² शà¥à¤°à¥€ पंचायती उदासीन नया अखाड़ा की पेशवाई का कà¥à¤‚ठमेला अधिकारी दीपक रावत और कà¥à¤‚ठमेला आईजी संजय गà¥à¤‚जà¥à¤¯à¤¾à¤² ने सà¥à¤µà¤¾à¤—त किया देश रकà¥à¤·à¤• चौराहे पर उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड पà¥à¤²à¤¿à¤¸ के बैंड ने सà¥à¤µà¤¾à¤—त धà¥à¤¨ में पेशवाई का सà¥à¤µà¤¾à¤—त किया जगजीतपà¥à¤° कनखल से शà¥à¤°à¥‚ हà¥à¤ˆ और बूढ़ी माता चौक, सती कà¥à¤‚ड ,देश रकà¥à¤·à¤• चौक , दादू बाग, हनà¥à¤®à¤¾à¤¨à¤—ढ़ी, कनखल थाने, सरà¥à¤°à¤¾à¤«à¤¾ बाजार ,चौक बाजार , पहाड़ी बाजार , बंगाली मोड़ होते हà¥à¤ अखाड़े की छावनी में समापà¥à¤¤ हà¥à¤ˆ पेशवाई को देखने के लिठलोगों का हà¥à¤œà¥‚म उमड़ पड़ा पेशवाई का जगह-जगह लोगों ने पà¥à¤·à¥à¤ª वरà¥à¤·à¤¾ कर जोरदार सà¥à¤µà¤¾à¤—त किया पेशवाई का अखिल à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ अखाड़ा परिषद के राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· महंत नरेंदà¥à¤° गिरि महामंतà¥à¤°à¥€ हरि गिरी महंत रविंदà¥à¤° पà¥à¤°à¥€ परिषद के राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ उपाधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· महनà¥à¤¤ देवेंदà¥à¤° सिंह शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ महनà¥à¤¤ जसविंदर सिंह शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ आदि ने सà¥à¤µà¤¾à¤—त किया पेशवाई में सबसे आगे हाथी घोड़े आदि चल रहे थे साथ साथ अखाड़े की धà¥à¤µà¤œ पताका चल रही थी पेशवाई में उदासीन संपà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¯ के संसà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤• à¤à¤—वान शà¥à¤°à¥€ चंदà¥à¤°à¤¾à¤šà¤¾à¤°à¥à¤¯ जी महाराज और शà¥à¤°à¥€ गà¥à¤°à¥ संगत साहिब का विगà¥à¤°à¤¹ चल रहा था अखाड़ा की पेशवाई का नेतृतà¥à¤µ अखाड़े के मà¥à¤–िया शà¥à¤°à¥€ महनà¥à¤¤ à¤à¤—त राम, अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· महनà¥à¤¤ धà¥à¤¨à¥€ दास, सचिव महनà¥à¤¤ जगतार मà¥à¤¨à¤¿ मà¥à¤–िया महनà¥à¤¤ मंगलदास कोठारी महनà¥à¤¤ वेद मà¥à¤¨à¤¿ मà¥à¤–िया महनà¥à¤¤ सà¥à¤°à¤œà¥€à¤¤ मà¥à¤¨à¤¿ मà¥à¤–िया महनà¥à¤¤ आकाशवाणी कर रहे थे पेशवाई में अखाड़ा के उप सचिव महनà¥à¤¤ तà¥à¤°à¤¿à¤µà¥‡à¤£à¥€ दास महामंडलेशà¥à¤µà¤° सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ सà¥à¤°à¥‡à¤‚दà¥à¤° मà¥à¤¨à¤¿ महामंडलेशà¥à¤µà¤° राम पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ महामंडलेशà¥à¤µà¤° शांतानंद महाराज जालंधर वाले महामंडलेशà¥à¤µà¤° मोहनदास खिचड़ी वाले आदि शामिल थे पेशवाई के आरंठसà¥à¤¥à¤² पर पहà¥à¤‚चकर अपर मेला अधिकारी सरदार हरवीर सिंह ने संतों का पà¥à¤·à¥à¤ª माला पहनाकर सà¥à¤µà¤¾à¤—त किया दही और पेड़े का à¤à¥‹à¤— लगाकर पेशवाई की शà¥à¤°à¥à¤†à¤¤ हà¥à¤ˆ अखाड़ा के मà¥à¤–िया महनà¥à¤¤ à¤à¤—त राम ने बताया कि अखाड़े की सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¨à¤¾ 1738 में महनà¥à¤¤ मनोहर दास डेरा पटियाला ने की थी अखाड़े का इतिहास सà¥à¤µà¤°à¥à¤£à¤¿à¤® रहा है अखाड़े ने राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ à¤à¤•à¤¤à¤¾ और अखंडता तथा आजादी की लड़ाई में महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ योगदान दिया उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने अखाड़े के संतों का à¤à¤¾à¤µ पूरà¥à¤£ सà¥à¤®à¤°à¤£ करते हà¥à¤ कहा कि अखाड़े के महंत शà¥à¤°à¥€ बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤¾ दास जी ने उनà¥à¤¨à¥€à¤¸ सौ अटà¥à¤ ारह में कटार पà¥à¤° में गोवध के लिठखà¥à¤²à¥‡ बूचड़खाने को बंद कराने के लिठसंघरà¥à¤· किया और अपना बलिदान दिया उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ अंगà¥à¤°à¥‡à¤œà¥‹à¤‚ ने इस आंदोलन के कारण फांसी की सजा दी थी और कनखल तथा कटार पà¥à¤° और आसपास के गांव के कई लोगों को काले पानी की सजा दी गई थी और इस आंदोलन में कई लोग शहीद हà¥à¤ थे अखाड़ा के अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· महनà¥à¤¤ मà¥à¤¨à¤¿ दास महाराज ने कहा कि अखाड़ा की पेशवाई à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ और सà¤à¥à¤¯à¤¤à¤¾ का पà¥à¤°à¤¤à¥€à¤• है अखाड़े ने हमेशा राषà¥à¤Ÿà¥à¤° निरà¥à¤®à¤¾à¤£ में योगदान दिया है मà¥à¤–िया महंत मंगल दास महाराज ने कहा कि अखाड़ा ने सनातन संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ की रकà¥à¤·à¤¾ के लिठहमेशा कारà¥à¤¯ किया है इस अवसर पर कनखल राम-लीला कमेटी के अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· शैलेंदà¥à¤° तà¥à¤°à¤¿à¤ªà¤¾à¤ ी à¤à¥Œà¤Ÿà¥‚ à¤à¤¾à¤ˆ जी, पारà¥à¤·à¤¦ नितिन माणा आदि ने पेशवाई का सà¥à¤µà¤¾à¤—त किया