वैषà¥à¤£à¤µ अनी अखाड़ों की पेशवाई à¤à¥‚पतवाला वैषà¥à¤£à¥‹ देवी शकà¥à¤¤à¤¿ पीठसे धूमधाम के साथ निकाली गई। बैंड बाजों à¤à¤µà¤‚ à¤à¤µà¥à¤¯ à¤à¤¾à¤‚कियों से सà¥à¤¸à¤œà¥à¤œà¤¿à¤¤ पेशवाई खड़खड़ी से हरकी पैड़ी, अपर रोड़, वालà¥à¤®à¤¿à¥€à¤•à¤¿ चैक, शिवमूरà¥à¤¤à¤¿, तà¥à¤²à¤¸à¥€ चैक, शंकराचारà¥à¤¯ चैक से होती हà¥à¤ˆ बैरागी कैंप पहà¥à¤‚ची।
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
हरिदà¥à¤µà¤¾à¤°, 6 अपà¥à¤°à¥ˆà¤²à¥¤ वैषà¥à¤£à¤µ अनी अखाड़ों की पेशवाई à¤à¥‚पतवाला वैषà¥à¤£à¥‹ देवी शकà¥à¤¤à¤¿ पीठसे धूमधाम के साथ निकाली गई। बैंड बाजों à¤à¤µà¤‚ à¤à¤µà¥à¤¯ à¤à¤¾à¤‚कियों से सà¥à¤¸à¤œà¥à¤œà¤¿à¤¤ पेशवाई खड़खड़ी से हरकी पैड़ी, अपर रोड़, वालà¥à¤®à¤¿à¥€à¤•à¤¿ चैक, शिवमूरà¥à¤¤à¤¿, तà¥à¤²à¤¸à¥€ चैक, शंकराचारà¥à¤¯ चैक से होती हà¥à¤ˆ बैरागी कैंप पहà¥à¤‚ची। पेशवाई के दौरान बैरागी संतों का कई सामाजिक संगठनों à¤à¤µà¤‚ सà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥€à¤¯ लोगों ने जगह-जगह फूल वरà¥à¤·à¤¾ कर सà¥à¤µà¤¾à¤—त किया। पेशवाई पर हेलीकॉपà¥à¤Ÿà¤° से की गयी पà¥à¤·à¥à¤ª वरà¥à¤·à¤¾ ने सà¤à¥€ का मन मोह लिया। इस दौरान अखिल à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ शà¥à¤°à¥€à¤ªà¤‚च निरà¥à¤®à¥‹à¤¹à¥€ अनी अखाड़े के अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त राजेंदà¥à¤° दास महाराज ने कहा कि विशà¥à¤µ का सबसे बड़ा धारà¥à¤®à¤¿à¤• आयोजन कà¥à¤‚ठमेला à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ की धरोहर है और वैषà¥à¤£à¤µ संत कà¥à¤‚ठमेले की शान हैं। जो सनातन संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ का निरà¥à¤µà¤¹à¤¨ करते हà¥à¤ à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ परंपराओं को देश दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ में पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤°à¤¿à¤¤ कर रहे हैं। वैषà¥à¤£à¤µ अखाड़ों की गौरवशाली परंपरा विशà¥à¤µ विखà¥à¤¯à¤¾à¤¤ है जो à¤à¤¾à¤°à¤¤ को महान बनाती है। कà¥à¤‚ठमेले के दौरान पतित पावनी मां गंगा का अमृत समान जल हर किसी को पापों से मà¥à¤•à¥à¤¤ कर सà¥à¤– समृदà¥à¤§à¤¿ पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ करता है। जगदà¥à¤—à¥à¤°à¥ रामानंदाचारà¥à¤¯ सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ रामà¤à¤¦à¥à¤°à¤¾à¤šà¤¾à¤°à¥à¤¯ महाराज ने कहा कि कà¥à¤‚ठमेले का विशाल आयोजन पूरे विशà¥à¤µ के लिठà¤à¤• सकारातà¥à¤®à¤• धरà¥à¤® का संदेश पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤°à¤¿à¤¤ करता है। अखाड़े के संतों की तप तपसà¥à¤¯à¤¾ विशà¥à¤µ की खà¥à¤¶à¤¹à¤¾à¤²à¥€ का माधà¥à¤¯à¤® है। उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड की पावन देव à¤à¥‚मि और पतित पावनी मां गंगा के तट पर संतों का सानिधà¥à¤¯ सौà¤à¤¾à¤—à¥à¤¯à¤¶à¤¾à¤²à¥€ वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ को ही पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ होता है। अखिल à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ शà¥à¤°à¥€à¤ªà¤‚च निरà¥à¤µà¤¾à¤£à¥€ अनी अखाड़े के अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त धरà¥à¤®à¤¦à¤¾à¤¸ महाराज ने कहा कि कà¥à¤‚ठमेले के दौरान देश दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ से आने वाले तपसà¥à¤µà¥€ संत अपने अनंत जà¥à¤žà¤¾à¤¨ के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ आमजन में अधà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¿à¤• जà¥à¤žà¤¾à¤¨ का पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° करते हैं। उनके दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ की गई à¤à¤—वान की आराधना निशà¥à¤šà¤¿à¤¤ तौर पर à¤à¥€ को सहसà¥à¤¤à¥à¤° गà¥à¤£à¤¾ पà¥à¤£à¥à¤¯ फल पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ करती है। अखिल à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ शà¥à¤°à¥€à¤ªà¤‚च दिगंबर अनी अखाड़े के अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त कृषà¥à¤£à¤¦à¤¾à¤¸ नगरिया महाराज ने कहा कि शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾ से परिपूरà¥à¤£ और मनोहारी परà¥à¤µ कà¥à¤‚ठमेला à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ की पहचान है। जो पूरे विशà¥à¤µ में à¤à¤•à¤¤à¤¾ à¤à¤µà¤‚ अखंडता को बनाठरखता है। विदेशी शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤²à¥ à¤à¤•à¥à¤¤ à¤à¥€ कà¥à¤‚ठमेले की आलोकिक की छवि से पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µà¤¿à¤¤ होकर सनातन धरà¥à¤® को अपना रहे हैं। जो पूरे à¤à¤¾à¤°à¤¤ के लिठगौरव की बात है। महंत गौरी शंकर दास महाराज ने कहा कि कà¥à¤‚ठमेला हिंदà¥à¤“ं की आसà¥à¤¥à¤¾ और à¤à¤•à¤¤à¤¾ को दरà¥à¤¶à¤¾à¤¨à¥‡ वाला à¤à¤µà¤‚ धारà¥à¤®à¤¿à¤• मानà¥à¤¯à¤¤à¤¾à¤“ं को पà¥à¤°à¤¦à¤°à¥à¤¶à¤¿à¤¤ करने वाला महापरà¥à¤µ है। कà¥à¤‚ठमेले में पेशवाई के दौरान वैषà¥à¤£à¤µ संतो के दरà¥à¤¶à¤¨ मातà¥à¤° से à¤à¤•à¥à¤¤à¥‹à¤‚ का कलà¥à¤¯à¤¾à¤£ हो जाता है। देश दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ से आने वाले तपसà¥à¤µà¥€ संत सà¤à¥€ को आशीरà¥à¤µà¤¾à¤¦ पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ कर विशà¥à¤µ कलà¥à¤¯à¤¾à¤£ की कामना करते है।ं यही कà¥à¤‚ठमेले का मà¥à¤–à¥à¤¯ महतà¥à¤µ है। पेशवाई के दौरान चतà¥à¤° संपà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¯ के शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त फूलडोल दास, शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त रासबिहारी दास, महामंडलेशà¥à¤µà¤° सांवरिया बाबा, निरà¥à¤µà¤¾à¤£ पीठाधीशà¥à¤µà¤° आचारà¥à¤¯ महामंडलेशà¥à¤µà¤° कैलाश मानव, जगनà¥à¤¨à¤¾à¤¥ मंदिर अहमदाबाद के अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· महामंडलेशà¥à¤µà¤° दिलीप दास, टà¥à¤°à¤¸à¥à¤Ÿà¥€ महेंदà¥à¤° à¤à¤¾à¤ˆ à¤à¤¾, महंत रामपà¥à¤°à¤µà¥‡à¤¶ दास, महंत मनमोहन दास, महंत रामजी दास, महंत रामशरण दास, शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त दिनेश दास, शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त शंकर दास, शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त हरिओम दास, शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त सनत कà¥à¤®à¤¾à¤° दास, शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त महेंदà¥à¤° दास, तेरह à¤à¤¾à¤ˆ तà¥à¤¯à¤¾à¤—ी के महंत बृजमोहन दास, महंत मनीष दास, महंत सà¥à¤–देव दास, महंत रामदास, महंत राम किशोर दास शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€, महंत मोहन दास, महंत à¤à¤—वान दास खाकी, महंत विषà¥à¤£à¥ दास, महंत रघà¥à¤µà¥€à¤° दास, महंत पà¥à¤°à¤¹à¥à¤²à¤¾à¤¦ दास, महंत पà¥à¤°à¥‡à¤®à¤¦à¤¾à¤¸, महंत अरà¥à¤£ दास, महंत सूरज दास, महंत सà¥à¤®à¤¿à¤¤ दास, महंत बाबा हठयोगी, अवध बिहारी दास सहित बड़ी संखà¥à¤¯à¤¾ में वैरागी संत उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤ रहे।