जूना अखाड़े में à¤à¤• हजार नागा सनà¥à¤¯à¤¾à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को किया गया दीकà¥à¤·à¤¿à¤¤,कहलायेंगे बरà¥à¤«à¤¾à¤¨à¥€ सनà¥à¤¯à¤¾à¤¸à¥€
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
हरिदà¥à¤µà¤¾à¤°à¥¤ सनà¥à¤¯à¤¾à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के सबसे बड़े अखाड़े शà¥à¤°à¥€à¤ªà¤‚च दशनाम जूना अखाड़े में à¤à¤• हजार नागा सनà¥à¤¯à¤¾à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के बनाने की पà¥à¤°à¤•à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ मंगलवार को आचारà¥à¤¯ पीठाधीशà¥à¤µà¤° दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ पà¥à¤°à¥‡à¤¯à¤¸ मंतà¥à¤° पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ किये जाने के साथ ही समà¥à¤ªà¥‚रà¥à¤£ हो गया। इसके साथ ही सà¤à¥€ नव दीकà¥à¤·à¤¿à¤¤ नागा सनà¥à¤¯à¤¾à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को बरà¥à¤«à¤¾à¤¨à¥€ नागा सनà¥à¤¯à¤¾à¤¸à¥€ का दरà¥à¤œà¤¾ पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ किया गया। जूना अखाड़े के अनà¥à¤°à¥à¤¤à¤°à¤¾à¤·à¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ संरकà¥à¤·à¤• व अखाड़ा परिषद के महामंतà¥à¤°à¥€ शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त हरिगिरि के दिशा-निरà¥à¤¦à¥‡à¤¶ à¤à¤µà¤‚ अनà¥à¤°à¥à¤¤à¤°à¤¾à¤·à¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ सà¤à¤¾à¤ªà¤¤à¤¿ शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त पà¥à¤°à¥‡à¤® गिरि के संयोजन में दीकà¥à¤·à¤¿à¤¤ किये जाने का कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® समà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ हो गया। अखाड़े के अनà¥à¤°à¥à¤¤à¤°à¤¾à¤·à¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ संरकà¥à¤·à¤• शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त हरिगिरि जी ने बताया कि अखाड़े दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ सनातन धरà¥à¤® को मजबूत करने का कारà¥à¤¯ लगातार किया जा रहा है। अखाड़े में सबसे महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ माने जाने सनà¥à¤¯à¤¾à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को दीकà¥à¤·à¤¿à¤¤ किये जाने की पà¥à¤°à¤•à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ इसी का à¤à¤• और पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸ है। उनà¥à¤¹à¥‹à¤¨à¥‡ सà¤à¥€ नवदीकà¥à¤·à¥à¤¤à¤¿ सनà¥à¤¯à¤¾à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ से अखाड़े के साथ साथ सनà¥à¤¯à¤¾à¤¸ परमà¥à¤ªà¤°à¤¾ के अनà¥à¤°à¥‚प चलने का आहवान किया। गौरतलब है कि जूना अखाड़े में à¤à¤• हजार से अधिक नागा सनà¥à¤¯à¤¾à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को दीकà¥à¤·à¤¿à¤¤ किये जाने का सिलसिला सोमवार को सà¥à¤¬à¤¹ पà¥à¤°à¤¾à¤°à¤®à¥à¤ हà¥à¤ˆ,सबसे पहले सà¤à¥€ चारों मà¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ चार, सोलह, तेरह व चैदह में दीकà¥à¤·à¤¿à¤¤ होने वाले नागाओं की मà¥à¤£à¥à¤¡à¤¨ पà¥à¤°à¤•à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ सà¥à¤¬à¤¹ आठबजे दà¥à¤ƒà¤–हरण हनà¥à¤®à¤¾à¤¨ मंदिर के निकट सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ धरà¥à¤® धà¥à¤µà¤œà¤¾ तणियों के नीचे गंगा तट पर पà¥à¤°à¤¾à¤°à¤‚ठहà¥à¤ˆà¥¤ मà¥à¤‚डन पà¥à¤°à¤•à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ के बाद सà¤à¥€ नागाओं के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ बिड़ला घाट पर गंगा सà¥à¤¨à¤¾à¤¨ किया गया। यहां गंगा सà¥à¤¨à¤¾à¤¨ से पहले संनà¥à¤¯à¤¾à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ ने सांसरिक वसà¥à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤‚ का तà¥à¤¯à¤¾à¤— कर कोपीन दंड, कंमडल धारण किया। इस दौरान पंडियों दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ सà¤à¥€ नागाओं का सà¥à¤¨à¤¾à¤¨ के दौरान सà¥à¤µà¤¯à¤‚ का शà¥à¤°à¤¾à¤¦à¥à¤µ करà¥à¤® संपनà¥à¤¨ कराया गया। जूना अखाड़ा के अंतरराषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ सचिव शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त महेशपà¥à¤°à¥€ ने बताया कि सोमवार को करीब à¤à¤• हजार नागा संनà¥à¤¯à¤¾à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को दीकà¥à¤·à¤¿à¤¤ करने की पà¥à¤°à¤•à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ पà¥à¤°à¤¾à¤°à¤‚ठहà¥à¤ˆà¥¤ नागा संनà¥à¤¯à¤¾à¤¸ पà¥à¤°à¤•à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ पà¥à¤°à¤¾à¤°à¤‚ठहोने पर सबसे पहले सà¤à¥€ इचà¥à¤›à¥à¤• नागा संनà¥à¤¯à¤¾à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ का मà¥à¤£à¥à¤¡à¤¨ पà¥à¤°à¤•à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ पà¥à¤°à¤¾à¤°à¤‚ठहोने के बाद सà¤à¥€ ने गंगा सà¥à¤¨à¤¾à¤¨ किया। इस दौरान संनà¥à¤¯à¤¾à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ ने सà¥à¤¨à¤¾à¤¨ करते हà¥à¤ जीतेजी अपना शà¥à¤°à¤¾à¤¦à¥à¤µ तपरà¥à¤£ बà¥à¤°à¤¾à¤¹à¥à¤®à¤£ पंडितों के मंतà¥à¤°à¥‹à¤šà¥à¤šà¤¾à¤° के बीच किया। सà¤à¥€ नव दीकà¥à¤·à¤¿à¤¤ नागा सनà¥à¤¯à¤¾à¤¸à¥€ सायकाल धरà¥à¤® धà¥à¤µà¤œà¤¾ पर पहà¥à¤šà¥‡,जहां पर विदà¥à¤µà¤¾à¤¨ पणà¥à¤¡à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ बिरजा होम की पà¥à¤°à¤•à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ हà¥à¤ˆà¥¤ मधà¥à¤¯ रातà¥à¤°à¤¿ साढे बारह बजे आचारà¥à¤¯ महामणà¥à¤¡à¤²à¥‡à¤¶à¥à¤µà¤° सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ अवधेशानंद जी धरà¥à¤® धà¥à¤µà¤œà¤¾ पर पहà¥à¤šà¥‡ व हवन की पूरà¥à¤£à¤¾à¤¹à¥‚ति कराई। इसके बाद नव दीकà¥à¤·à¤¿à¤¤ सनà¥à¤¯à¤¾à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को लेकर गंगातट पहà¥à¤šà¥‡,जहा पर दणà¥à¤¡ कमंडल गंगा में विसरà¥à¤œà¤¿à¤¤ कराया। मंगलवार तड़के सà¤à¥€ संनà¥à¤¯à¤¾à¤¸à¥€ तट पर पहà¥à¤‚चकर सà¥à¤¨à¤¾à¤¨ कर संनà¥à¤¯à¤¾à¤¸ धारण करने का संकलà¥à¤ª लेते हà¥à¤ गायतà¥à¤°à¥€ मंतà¥à¤° के जाप के साथ सूरà¥à¤¯, चनà¥à¤¦à¥à¤°, अगà¥à¤¨à¤¿, जल, वायà¥, पृथà¥à¤µà¥€, दसों दिशाओं, सà¤à¥€ देवी देवताओं को साकà¥à¤·à¥€ मानते हà¥à¤ सà¥à¤µà¤¯à¤‚ को संनà¥à¤¯à¤¾à¤¸à¥€ घोषित कर गंगा में 108 डà¥à¤¬à¤•à¤¿à¤¯à¤¾à¥… लगाई। फिर आचारà¥à¤¯ महामणà¥à¤¡à¤²à¥‡à¤¶à¥à¤µà¤° ने सà¤à¥€ नव दीकà¥à¤·à¤¿à¤¤ सनà¥à¤¯à¤¾à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को धरà¥à¤®à¤§à¥à¤µà¤œà¤¾ पर आकर ओंकार उठाया। इसके बाद सà¤à¥€ नवदीकà¥à¤·à¤¿à¤¤ नागा सनà¥à¤¯à¤¾à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ का अपने अपने गà¥à¤°à¥‚ओं ने चोटी यानि शिखा विचà¥à¤›à¥‡à¤¦à¤¨ कर ले ली। इसके बाद सà¤à¥€ नागा सनà¥à¤¯à¤¾à¤¸à¥€ मंगलवार को तड़के तीन बजे आचारà¥à¤¯ गददà¥à¥€ कनखल सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ हरिहर आशà¥à¤°à¤® पहà¥à¤šà¥‡,जहां पर आचारà¥à¤¯ महामणà¥à¤‰à¤²à¥‡à¤¶à¥à¤µà¤° सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ अवधेशानंद गिरि जी ने सà¤à¥€ को पà¥à¤°à¥‡à¤¯à¤¸ मंतà¥à¤°à¥€ देकर दीकà¥à¤·à¤¿à¤¤ किया। ये सà¤à¥€ नवदीकà¥à¤·à¤¿à¤¤ सनà¥à¤¯à¤¾à¤¸à¥€ बरà¥à¤«à¤¾à¤¨à¥€ सनà¥à¤¯à¤¾à¤¸à¥€ कहलायेंगे।