सनà¥à¤¯à¤¾à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के सबसे बड़े अखाड़ो में शà¥à¤®à¤¾à¤° शà¥à¤°à¥€à¤ªà¤‚च दशनाम जूना अखाड़े के माईवाड़ा में महिला सनà¥à¤¯à¤¾à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ का सनà¥à¤¯à¤¾à¤¸ दीकà¥à¤·à¤¾ का कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® पà¥à¤°à¤¾à¤°à¤®à¥à¤ हो गई।
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
हरिदà¥à¤µà¤¾à¤°à¥¤ सनà¥à¤¯à¤¾à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के सबसे बड़े अखाड़ो में शà¥à¤®à¤¾à¤° शà¥à¤°à¥€à¤ªà¤‚च दशनाम जूना अखाड़े के माईवाड़ा में महिला सनà¥à¤¯à¤¾à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ का सनà¥à¤¯à¤¾à¤¸ दीकà¥à¤·à¤¾ का कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® पà¥à¤°à¤¾à¤°à¤®à¥à¤ हो गई। सबसे पहले करीब दो सौ महिला नागा सनà¥à¤¯à¤¾à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ की मà¥à¤£à¥à¤¡à¤¨ पà¥à¤°à¤•à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ दà¥à¤ƒà¤–हरण हनà¥à¤®à¤¾à¤¨ मनà¥à¤¦à¤¿à¤° के निकट बिड़ला घाट पर पà¥à¤°à¤¾à¤°à¤®à¥à¤ हà¥à¤ˆà¥¤ गोपनीय तरीके से पà¥à¤°à¤¾à¤°à¤®à¥à¤ हà¥à¤ˆ इस पà¥à¤°à¤•à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ के दौरान अखाड़े माईबाड़ा की पदाधिकारी मौजूद रही। जूना अखाड़े के अनà¥à¤°à¥à¤¤à¤°à¤¾à¤·à¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ संरकà¥à¤·à¤• शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त हरिगिरि जी महाराज के संयोजन à¤à¤µà¤‚ अनà¥à¤°à¥à¤¤à¤°à¤¾à¤·à¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ सà¤à¤¾à¤ªà¤¤à¤¿ शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त पà¥à¤°à¥‡à¤® गिरि महाराज की देख रेख में पà¥à¤°à¤¾à¤°à¤®à¥à¤ हà¥à¤ˆ पà¥à¤°à¤•à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ की शà¥à¤°à¥‚आत महिला नागा सनà¥à¤¯à¤¾à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के मà¥à¤£à¥à¤¡à¤¨ पà¥à¤°à¤•à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ से शà¥à¤°à¥‚ हà¥à¤ˆà¥¤ मà¥à¤£à¥à¤¡à¤¨ पà¥à¤°à¤•à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ के बाद इन सà¤à¥€ को कोपीन,दणà¥à¤¡ व कमणà¥à¤¡à¤²,धारण करने के बाद इन सनà¥à¤¯à¤¾à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ गंगा सà¥à¤¨à¤¾à¤¨ कर सà¥à¤µà¤¯à¤‚ का जीते जी शà¥à¤°à¤¾à¤¦à¥à¤µ करà¥à¤® कर अपने सà¤à¥€ सगे समà¥à¤¬à¤¨à¥à¤§à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ से हर पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° के समà¥à¤¬à¤¨à¥à¤§ खतà¥à¤® कर दिये जायेगे। इसके बाद इन महिला नागा सनà¥à¤¯à¤¾à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ धरà¥à¤® धà¥à¤µà¤œà¤¾ के नीचे हवनयजà¥à¤ž में आहूतियाॅ डाली जायेगी। अखाड़े के अनà¥à¤°à¥à¤¤à¤°à¤¾à¤·à¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ संरकà¥à¤·à¤• शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त हरिगिरि महाराज ने बताया कि जूना अखाड़ा दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ हमेशा से मातृ शकà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ का समà¥à¤®à¤¾à¤¨ किया जाता रहा है। महिलाओं को हमेशा बराबर का समà¥à¤®à¤¾à¤¨ देना सनातन संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ रहा है। उनà¥à¤¹à¥‹à¤¨à¥‡ कहा कि महिला नागा सनà¥à¤¯à¤¾à¤¸à¤¿à¤¨à¥à¤¯à¥‹à¤‚ को बनाने की पà¥à¤°à¤•à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ केवल जूना अखाड़े में ही होती है। उनà¥à¤¹à¥‹à¤¨à¥‡ बताया कि ये सà¤à¥€ अखाडे के नियमों का पालन करते हà¥à¤ सनातन धरà¥à¤® को मजबूती देने का कारà¥à¤¯ करेगी। शà¥à¤°à¥€à¤ªà¤‚चदशनाम जूना अखाड़ा माईबाड़ा की अनà¥à¤°à¥à¤¤à¤°à¤¾à¤·à¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤·à¤¾ शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त आराधना गिरि à¤à¤µà¤‚ मंतà¥à¤°à¥€ सहज योगिनी माता शैलजा गिरि के साथ साथ पूरà¥à¤µ अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤·à¤¾ शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त अनà¥à¤¨à¤ªà¥‚रà¥à¤£à¤¾ पà¥à¤°à¥€ की देख रेख में सनà¥à¤¯à¤¾à¤¸ की दीकà¥à¤·à¤¾ पà¥à¤°à¤¾à¤°à¤®à¥à¤ हà¥à¤ˆà¥¤ बिड़ला घाट पर गोपनीय तरीके से शà¥à¤°à¥‚ हà¥à¤ˆ दीकà¥à¤·à¤¿à¤¤ किये जाने के कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® में अखाड़ं के सà¤à¥€ मà¥à¤¿à¤¯à¥‹ यानि चार,सोलह,तेरह और चैदह से जà¥à¥œà¥€ नवदीकà¥à¤·à¤¿à¤¤ होने वाली महिला सनà¥à¤¯à¤¾à¤¸à¥€ शामिल है। महिला सनà¥à¤¯à¤¾à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के मà¥à¤‚डन पà¥à¤°à¤•à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ के बाद सà¤à¥€ नवदीकà¥à¤·à¤¿à¤¤ महिला नागा सनà¥à¤¯à¤¾à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ ने बिड़ला घाट पर गंगा सà¥à¤¨à¤¾à¤¨ किया गया। यहां गंगा सà¥à¤¨à¤¾à¤¨ से पहले संनà¥à¤¯à¤¾à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ ने सांसरिक वसà¥à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤‚ का तà¥à¤¯à¤¾à¤— कर कोपीन दंड, कंमडल धारण किया। इस दौरान पंडियों दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ सà¤à¥€ नागाओं का सà¥à¤¨à¤¾à¤¨ के दौरान सà¥à¤µà¤¯à¤‚ का शà¥à¤°à¤¾à¤¦à¥à¤µ करà¥à¤® संपनà¥à¤¨ कराया गया। शà¥à¤°à¤¾à¤¦à¥à¤µ तपरà¥à¤£ बà¥à¤°à¤¾à¤¹à¥à¤®à¤£ पंडितों के मंतà¥à¤°à¥‹à¤šà¥à¤šà¤¾à¤° के बीच किया। सà¤à¥€ नव दीकà¥à¤·à¤¿à¤¤ महिला नागा सनà¥à¤¯à¤¾à¤¸à¥€ सायकाल धरà¥à¤® धà¥à¤µà¤œà¤¾ पर पहà¥à¤šà¥‡,जहां पर विदà¥à¤µà¤¾à¤¨ पणà¥à¤¡à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ बिरजा होम की पà¥à¤°à¤•à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ हà¥à¤ˆà¥¤ महिला नागा की दीकà¥à¤·à¤¾ के संबंध में बताते हà¥à¤ जूना अखाड़े की महिला अंतरराषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· आराधना गिरी ने बताया कि सनà¥à¤¯à¤¾à¤¸ दीकà¥à¤·à¤¾ में 5 संसà¥à¤•à¤¾à¤° होते है जिसमे 5 गà¥à¤°à¥ बनाये जाते है जब कà¥à¤®à¥à¤ परà¥à¤µ पड़ता है तो वहां गंगा घाट पर मà¥à¤‚डन, पिणà¥à¤¡à¤¦à¤¾à¤¨ कà¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾à¤•à¥à¤°à¤® होते है जिसके बाद रातà¥à¤°à¤¿ में धरà¥à¤®à¤§à¥à¤µà¤œà¤¾ के पास जाकर ओम नमः शिवाय का जाप किया जाता जहाठआचारà¥à¤¯ महामंडलेशà¥à¤µà¤° विजया होम के बाद सनà¥à¤¯à¤¾à¤¸ दीकà¥à¤·à¤¾ देते है जिसके बाद उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ तन ढकने को पौने के मीटर कपड़ा दिया जाता है फिर सà¤à¥€ सनà¥à¤¯à¤¾à¤¸à¤¿à¤¯à¤¾ गंगा में 108 डà¥à¤¬à¤•à¤¿à¤¯à¤¾à¤‚ लगाती है और फिर सà¥à¤¨à¤¾à¤¨ के बाद अगà¥à¤¨à¤¿ वतà¥à¤° धारण कर अपने आशीरà¥à¤µà¤¾à¤¦ लेती है। जूना अखाड़े की निरà¥à¤®à¤¾à¤£ मंतà¥à¤°à¥€ सहज योगिनी माता शैलजा गिरि के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° महिलाओ की सनà¥à¤¯à¤¾à¤¸ दीकà¥à¤·à¤¾ का कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® चल रहा है जहाठसबसे पहले केश तà¥à¤¯à¤¾à¤— किया जाता है उसके बाद पिंड दान किया जा रहा है। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने बताया कि सनà¥à¤¯à¤¾à¤¸ दीकà¥à¤·à¤¾ पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ करने के बाद सनà¥à¤¯à¤¾à¤¸à¥€ का समà¥à¤ªà¥‚रà¥à¤£ जीवन अपने अखाड़े ,समà¥à¤ªà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¯ ओर अपने गà¥à¤°à¥ को समरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ हो जाता है।