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चमोली जनपद में उत्पादित फल एवं सब्जियों का परिरक्षण


जनपद में उत्पादित फल एवं सब्जियों का परिरक्षण एवं प्रसंस्करण कर अब लंबे समय तक सुरक्षित रखा जा सकेगा और स्थानीय किसानों एवं काश्तकारों को इसका सीधा लाभ मिलेगा।

रिपोर्ट  - à¤…ंजना भट्ट घिल्डियाल

चमोली 09 अप्रैल,2021, जनपद में उत्पादित फल एवं सब्जियों का परिरक्षण एवं प्रसंस्करण कर अब लंबे समय तक सुरक्षित रखा जा सकेगा और स्थानीय किसानों एवं काश्तकारों को इसका सीधा लाभ मिलेगा। जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया की पहल पर जिला उद्यान विभाग के माध्यम से फल एवं सब्जियों के परिरक्षण एवं प्रसंस्करण हेतु स्थानीय स्तर पर प्रसंस्करण कंेन्द्र स्थापित कर इसका संचालन शुरू कर दिया गया है। इस योजना से जहाॅ किसानों की आय दोगुना करने में सफलता मिलेगी वही फल एवं सब्जी के उत्पादन में अच्छा स्वरोजगार मिलने से पलायन की समस्या भी दूर होगी। मुख्य उद्यान अधिकारी तेजपाल सिंह ने बताया कि विकासखण्ड घाट तथा कर्णप्रयाग के नौटी गांव में फल एवं सब्जी प्रसंस्करण एवं प्रशिक्षण केन्द्र खोले गए है। ताकि उत्पादित फलों एंव सब्जियों को लम्बे समय तक सुरक्षित रखा जा सके एवं उत्पादित किए जाने वाले सी-ग्रेड फलों को प्रसंस्करित कर किसानों को फल एवं सब्जियों से निर्मित सामाग्रियों का उचित मूल्य मिलने के साथ ही अच्छी आजीविका मिल सके। पूर्व में उक्त क्षेत्रों में इस प्रकार के केन्द्रो की स्थापना न होने के कारण स्थानीय किसानों द्वारा फलों एवं सब्जियों के प्रसंस्करण हेतु अन्य दूरस्थ क्षेत्रों में जाना पडता था या फिर सुविधा एवं जागरूकता के अभाव में फलों एंव सब्जियों को परिरक्षित न कर पाने से नुकसान का सामना करना पडता था। स्थानीय कास्तकारों की उक्त समस्या के समाधान एवं उक्त क्षेत्रों में प्रसंस्करण केन्द्रों की अपार सम्भावनाओं को मध्येनजर रखते हुए जिलाधिकारी के मार्गनिर्देशन में उद्यान विभाग द्वारा सम्बन्धित किसानों को जूसर, ग्रेडर, वेंइग मशीन, रिफ्रेक्टोमीटर एव अन्य प्रसंस्करण सम्बन्धी यंत्र प्रदान किए गए है। किसानों द्वारा वर्तमान में फल एवं सब्जियों से जेम ,जैली, चटनी, अचार, मुरब्बा, जूस आदि का प्रसंसकरण कर स्थानीय स्तर पर विक्रय कर अच्छी आजीविका अर्जित की जा रही है। जो कि स्वरोजगार की दिशा में एक अहम कदम साबित हो रहा है। अभी तक उद्यान विभाग द्वारा इन दोनों समूहों में 19 किसानों को प्रसंस्करण इकाईयों से जोडकर लाभान्वित किया गया है और भविष्य में जनपद के अन्तर्गत इस योजना से अधिक से अधिक काश्तकारों को लाभान्वित करने का लक्ष्य रखा गया है।

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