हेमंती नंदन बहà¥à¤—à¥à¤£à¤¾ विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ के राजनीतिक विà¤à¤¾à¤— दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ "परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ संरकà¥à¤·à¤£ में अंतरराषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ संगठनों की à¤à¥‚मिका" विषय पर à¤à¤• दिवसीय परिचरà¥à¤šà¤¾ का आयोजन किया गया।
रिपोर्ट - अंजना à¤à¤Ÿà¥à¤Ÿ घिलà¥à¤¡à¤¿à¤¯à¤¾à¤²
हेमंती नंदन बहà¥à¤—à¥à¤£à¤¾ विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ के राजनीतिक विà¤à¤¾à¤— दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ "परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ संरकà¥à¤·à¤£ में अंतरराषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ संगठनों की à¤à¥‚मिका" विषय पर à¤à¤• दिवसीय परिचरà¥à¤šà¤¾ का आयोजन किया गया। परिचरà¥à¤šà¤¾ की शà¥à¤°à¥à¤†à¤¤ करते हà¥à¤ शोध छातà¥à¤°à¤¾ मनसà¥à¤µà¥€ सेमवाल ने अंतरराषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ संगठनों के इतिहास à¤à¤µà¤‚ उनकी à¤à¥‚मिका पर जानकारी दी। शोध छातà¥à¤°à¤¾ शिवानी पांडे ने कहा कि अंतरराषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ संगठनों के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ संरकà¥à¤·à¤£ के कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° में महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ कारà¥à¤¯ किया जा रहा है लेकिन इसे और बेहतर करने के लिठदà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ के सà¤à¥€ देशों को मिल कर काम करना चाहिà¤, तà¤à¥€ बेहतर परिणाम सामने आà¤à¤‚गे। छातà¥à¤°à¤¾ मनीषा राणा ने विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ चरणों के माधà¥à¤¯à¤® से परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ संरकà¥à¤·à¤£ à¤à¤µà¤‚ सतत विकास के पà¥à¤²à¤¾à¤¨ पर चरà¥à¤šà¤¾ की। डॉ नरेश कà¥à¤®à¤¾à¤° ने कहा कि अंतरराषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ संगठनों में गैर सरकारी संगठन की à¤à¥‚मिका महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ है। अंतरà¥à¤°à¤¾à¤·à¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ संगठन और गैर सरकारी संगठन मिल कर परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ संरकà¥à¤·à¤£ का काम कर रहे है। टिहरी परिसर से पà¥à¤°à¥‹à¤«à¥‡à¤¸à¤° मनमोहन सिंह नेगी ने परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ को परिà¤à¤¾à¤·à¤¿à¤¤ कहा कि परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ को सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¿à¤¤ रखने के लिठपरà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ के अनियंतà¥à¤°à¤¿à¤¤ दोहन को रोकने की जरूरत है। देश और अंतरà¥à¤°à¤¾à¤·à¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ संगठनों को परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ को सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¿à¤¤ रखने की का कारà¥à¤¯ संगठित हो कर करना चाहिठतà¤à¥€ à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯ में आने वाली पीढ़ीयों के लिठà¤à¥€ à¤à¤• सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¿à¤¤ और साफ परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ बचाया जा सकता है। पà¥à¤°à¥‹à¤«à¥‡à¤¸à¤° à¤à¤® à¤à¤® सेमवाल दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ संरकà¥à¤·à¤£ को वैशà¥à¤µà¤¿à¤• समाज में सबसे बड़ी चà¥à¤¨à¥Œà¤¤à¥€ बताते हà¥à¤ जलवायॠपरिवरà¥à¤¤à¤¨ में हो रहे बदलाव के कारणों पर जोर दिया। à¤à¤µà¤‚ साथ ही कहा कि जंगलों के अनियंतà¥à¤°à¤¿à¤¤ दोहन, वाहनों की बढ़ती संखà¥à¤¯à¤¾ का परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ पर अतà¥à¤¯à¤§à¤¿à¤• बà¥à¤°à¤¾ पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µ पड़ रहा है। इसी संदरà¥à¤ में पà¥à¤°à¥‹à¥¦ सेमवाल दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ बताया गया कि परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ पà¥à¤°à¤¦à¥‚षण को कम करने के लिठपà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥‡à¤• वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ को संवेदनशील होने की आवशà¥à¤¯à¤• है, जिससे जलवायॠपरिवरà¥à¤¤à¤¨ के पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µ से निजात पाया जा सके। परिचरà¥à¤šà¤¾ का संचालन पà¥à¤·à¥à¤•à¤° à¤à¤¾ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ किया गया। इस परिचरà¥à¤šà¤¾ में डॉ० मनोज कà¥à¤®à¤¾à¤° à¤à¤µà¤‚ सà¥à¤¨à¤¾à¤¤à¤•, सà¥à¤¨à¤¾à¤¤à¤•à¥‹à¤¤à¥à¤¤à¤° à¤à¤µà¤‚ अनà¥à¤¯ शोध छातà¥à¤° शामिल थे।