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गढ़वाल विश्वविद्यालय का सातवां दीक्षान्त समारोह! लड़कियाँ ने लड़कों से आगे बाजी मारी |


1-12-19 को हेमवतीनन्दन गढ़वाल विश्वविद्यालय का सातवाँ दीक्षान्त समारोह चौरासी परिसर में स्थित ऑडिटोरियम में धूमधाम से मनाया गया समारोह में मुख्य अतिथि मानव संसाधन विकास मंत्री डॉ0 रमेश पोखरियाल, कुलाधिपति योगेन्द्र नारायण रिटायर्ड आई0ए0एस0, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल कीर्ति चक्र,कुलपति डॉ0अन्नपूर्णा नौटियाल और कुलसचिव ए0के0 झा उपस्थित थे।

रिपोर्ट  - à¤‰à¤®à¤¾ घिल्डियाल

1-12-19 को हेमवतीनन्दन गढ़वाल विश्वविद्यालय का सातवाँ दीक्षान्त समारोह चौरासी परिसर में स्थित ऑडिटोरियम में धूमधाम से मनाया गया ।समारोह में मुख्य अतिथि मानव संसाधन विकास मंत्री डॉ0 रमेश पोखरियाल,कुलाधिपति योगेन्द्र नारायण रिटायर्ड आई0ए0एस0,राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल कीर्ति चक्र,कुलपति डॉ0अन्नपूर्णा नौटियाल और कुलसचिव ए0के0झा उपस्थित थे।दीप प्रज्वलन और वन्देमातरम गीत के साथ कार्यक्रम का सुन्दर श्रीगणेश हुआ।अपने स्वागत भाषण में कुलपति ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि गढ़वाल विश्वविद्यालय शिक्षा के क्षेत्र में नित नवीन व्यवस्थाओं को अपनाता जा रहा है। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय के पास श्रीनगर-चौरास, पौड़ी और टिहरी तीन परिसर हैं।118 महाविद्यालयों में एक लाख से अधिक छात्र-छात्राएँ अध्ययन कर रहे हैं। कुल 49 विभाग हैं,परिसरों में छात्र संख्या तेरह हजार से अधिक है। उन्होंने अजीत डोभाल का परिचय देते हए कहा अजीत डोभाल का परिचय देते हुए कहा कि आज उन्हें विश्वविद्यालय "डॉक्टरऑफ लैटर्स की मानद उपाधि प्रदान करेगा। तत्पश्चात् कुलाधिपति द्वारा अजीत डोभाल कीर्ति चक्र को मानद उपाधि प्रदान की गई। इस अवसर पर समस्त प्रेक्षागह तालियों की गूंज से भर उठा।अजीत डोभाल ने अपने उद्बोधन में कहा कि युवाओं को मंजिल प्राप्त कर उसे पड़ाव बना कर नई मंजिल की खोज करते रहना चाहिए |जीवन की नाप समय से होती है।हर पल को अमूल्य समझ कर उसका उपयोग करना चाहिए । तदोपरान्त कुलसचिव ए0के0झा ने सभी विभागाध्यक्षों को निर्देशित किया कि वे अपने-अपने विभागों के छात्र-छात्राओं की संख्या बताएँ,जिन्हें उपाधि प्राप्त होनी है। समारोह में मुख्य अतिथि मानव संसाधन विकास मंत्री डा0रमेश पोखरियाल,अजीत डोभाल कीर्ति चक्र, कुलाधिपति और कुलपति के द्वारा सभी विभागों के टॉपर छात्र-छात्राओं को स्वर्ण पदक प्रदान किए गए।इस अवसर पर कुल 45 छात्र-छात्राओं को स्वर्ण-पदक दिए गए,जिनमें37 छात्राएँ और आठ छात्र थे।दानदाताओं द्वारा प्रदत्त अठारह स्वर्ण-पदकों में से पन्द्रह पदकों पर छात्राओं का प्रभुत्व रहा।केवल तीन छात्रों | को स्वर्ण पदक प्राप्त हए।संस्कत विषय की को स्वर्ण-पदक प्राप्त हुए।संस्कृत विषय की छात्रा रश्मि डोभाल को चार स्वर्ण-पदक मिले।मुख्य अतिथि ने अपने सम्बोधन में कहा उत्तराखण्ड सदैव प्रथम पंक्ति में रहा है,तब चाहे वह सीमाओं की रक्षा की बात हो या पर्यावरण की।कुलाधिपति ने कहा कि युवाओं को नई-नई चुनौतियों को स्वीकार करना चाहिए ।कुलपति ने सबको । धन्यवाद देते हुए कार्यक्रम-समाप्ति की घोषणा की।समारोह में उच्च शिक्षा मंत्री डॉ0धनसिंह रावत,विधायक देवप्रयाग | विनोद कण्डारी तथा विश्वविद्यालय के सभी शिक्षक-शिक्षिकाएँ और आमन्त्रित अतिथि उपस्थित थे।संचालन डॉ0 पी0के0जोशी ने किया।

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