मंतà¥à¤°à¥€ कृषि ने कहा पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥‡à¤• नागरिक का करà¥à¤¤à¤µà¥à¤¯ है कि वह जब à¤à¥€ कोई निरà¥à¤£à¤¯ ले, राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤¹à¤¿à¤¤ को सरà¥à¤µà¥‹à¤ªà¤°à¤¿ रखकर ले। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने यà¥à¤µà¤¾à¤“ं का आहà¥à¤µà¤¾à¤¨ किया कि वे à¤à¤¾à¤°à¤¤ को हर कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° में अगà¥à¤°à¤£à¥€ व आतà¥à¤®à¤¨à¤¿à¤°à¥à¤à¤° बनाने में अपनी शकà¥à¤¤à¤¿ को लगायें।
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
हरिदà¥à¤µà¤¾à¤°à¥¤ सà¥à¤¬à¥‹à¤§ उनियाल, मंतà¥à¤°à¥€, कृषि à¤à¤µà¤‚ कृषक कलà¥à¤¯à¤¾à¤£ शिवालिक नगर में राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ यà¥à¤µà¤¾ शकà¥à¤¤à¤¿ संगठन दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ आयोजित ’’राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤¹à¤¿à¤¤ सरà¥à¤µà¥‹à¤ªà¤°à¤¿â€™â€™ विषयवसà¥à¤¤à¥ पर राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ शौरà¥à¤¯ चेतना कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® में पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤à¤¾à¤— किया। सà¥à¤¬à¥‹à¤§ उनियाल मंतà¥à¤°à¥€ कृषि à¤à¤µà¤‚ कृषक कलà¥à¤¯à¤¾à¤£ ने कहा कि पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥‡à¤• नागरिक की पहचान उसके देश से होती है। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥‡à¤• नागरिक का करà¥à¤¤à¤µà¥à¤¯ है कि वह जब à¤à¥€ कोई निरà¥à¤£à¤¯ ले, राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤¹à¤¿à¤¤ को सरà¥à¤µà¥‹à¤ªà¤°à¤¿ रखकर ले। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने यà¥à¤µà¤¾à¤“ं का आहà¥à¤µà¤¾à¤¨ किया कि वे à¤à¤¾à¤°à¤¤ को हर कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° में अगà¥à¤°à¤£à¥€ व आतà¥à¤®à¤¨à¤¿à¤°à¥à¤à¤° बनाने में अपनी शकà¥à¤¤à¤¿ को लगायें। कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® को समà¥à¤¬à¥‹à¤§à¤¿à¤¤ करते हà¥à¤¯à¥‡ à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾ पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· मदन कौशिक ने कहा कि à¤à¤¾à¤°à¤¤ के शौरà¥à¤¯ की गााथा पूरे विशà¥à¤µ में मिलती है। चाणकà¥à¤¯ ने à¤à¤¾à¤°à¤¤ की अखणà¥à¤¡à¤¤à¤¾ के लिये जो पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸ किये, उसे हम सà¤à¥€ लोग जानते हैं। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने à¤à¤¾à¤°à¤¤ की सांसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• à¤à¤•à¤¤à¤¾ में आदिगà¥à¤°à¥‚ शंकराचारà¥à¤¯ की à¤à¥‚मिका का à¤à¥€ उलà¥à¤²à¥‡à¤– किया। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ नरेनà¥à¤¦à¥à¤° मोदी का उलà¥à¤²à¥‡à¤– करते हà¥à¤¯à¥‡ कहा कि आज देश में पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ के रूप में सशकà¥à¤¤ शासक है। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ ने देश को आज पूरे विशà¥à¤µ में à¤à¤• नई पहचान दिलायी है। मà¥à¤–à¥à¤¯ अतिथि के रूप में बोलते हà¥à¤¯à¥‡ डाॅ0 इनà¥à¤¦à¥à¤°à¥‡à¤¶ कà¥à¤®à¤¾à¤°, ने ’’वसà¥à¤§à¥ˆà¤µ कà¥à¤Ÿà¥à¤®à¥à¤¬à¤•à¤®â€™â€™ à¤à¤µà¤‚ सरà¥à¤µà¥‡ à¤à¤µà¤¨à¥à¤¤à¥ सà¥à¤–िन-सरà¥à¤µà¥‡ सनà¥à¤¤à¥ निरामया का उलà¥à¤²à¥‡à¤– करते हà¥à¤¯à¥‡ कहा कि विशà¥à¤µ में à¤à¤¾à¤°à¤¤ ने सबसे पहले मितà¥à¤°à¤¤à¤¾ की नींव डाली। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि à¤à¤¾à¤ˆ-बहन का रिशà¥à¤¤à¤¾ ईशà¥à¤µà¤° देता है, जबकि मितà¥à¤°à¤¤à¤¾ का रिशà¥à¤¤à¤¾ मानवीय है। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि जो à¤à¥€ वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ जिस पद या सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ पर बैठा है, वह अगर मानव कलà¥à¤¯à¤¾à¤£ के लिये कारà¥à¤¯ करता है, तà¤à¥€ लमà¥à¤¬à¥‡ समय तक लोग उसे याद रखते हैं। इस अवसर पर पणà¥à¤¡à¤¿à¤¤ दीन दयाल उपाधà¥à¤¯à¤¾à¤¯ का सà¥à¤®à¤°à¤£ करते हà¥à¤¯à¥‡ उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि आज पं0 दीन दयाल उपाधà¥à¤¯à¤¾à¤¯ की जयनà¥à¤¤à¥€ है, जिनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने अनà¥à¤¤à¥à¤¯à¥‹à¤¦à¤¯ का नारा दिया था। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि दीन-दà¥à¤ƒà¤–ी उठेगा तो à¤à¤¾à¤°à¤¤ महान बनेगा। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि मनà¥à¤·à¥à¤¯ की इजà¥à¤œà¤¤ जीवन मूलà¥à¤¯à¥‹à¤‚ से होती है। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि हमें तà¥à¤¯à¤¾à¤— व बलिदान का संकलà¥à¤ª लेना होगा।