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राष्ट्रीय युवा शक्ति संगठन द्वारा आयोजित ’’राष्ट्रहित सर्वोपरि’’ विषयवस्तु पर राष्ट्रीय शौर्य चेतना


मंत्री कृषि ने कहा प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य है कि वह जब भी कोई निर्णय ले, राष्ट्रहित को सर्वोपरि रखकर ले। उन्होंने युवाओं का आह्वान किया कि वे भारत को हर क्षेत्र में अग्रणी व आत्मनिर्भर बनाने में अपनी शक्ति को लगायें।

रिपोर्ट  - allnewsbharat.com

हरिद्वार। सुबोध उनियाल, मंत्री, कृषि एवं कृषक कल्याण शिवालिक नगर में राष्ट्रीय युवा शक्ति संगठन द्वारा आयोजित ’’राष्ट्रहित सर्वोपरि’’ विषयवस्तु पर राष्ट्रीय शौर्य चेतना कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। सुबोध उनियाल मंत्री कृषि एवं कृषक कल्याण ने कहा कि प्रत्येक नागरिक की पहचान उसके देश से होती है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य है कि वह जब भी कोई निर्णय ले, राष्ट्रहित को सर्वोपरि रखकर ले। उन्होंने युवाओं का आह्वान किया कि वे भारत को हर क्षेत्र में अग्रणी व आत्मनिर्भर बनाने में अपनी शक्ति को लगायें। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुये भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने कहा कि भारत के शौर्य की गााथा पूरे विश्व में मिलती है। चाणक्य ने भारत की अखण्डता के लिये जो प्रयास किये, उसे हम सभी लोग जानते हैं। उन्होंने भारत की सांस्कृतिक एकता में आदिगुरू शंकराचार्य की भूमिका का भी उल्लेख किया। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का उल्लेख करते हुये कहा कि आज देश में प्रधानमंत्री के रूप में सशक्त शासक है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने देश को आज पूरे विश्व में एक नई पहचान दिलायी है। मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुये डाॅ0 इन्द्रेश कुमार, ने ’’वसुधैव कुटुम्बकम’’ एवं सर्वे भवन्तु सुखिन-सर्वे सन्तु निरामया का उल्लेख करते हुये कहा कि विश्व में भारत ने सबसे पहले मित्रता की नींव डाली। उन्होंने कहा कि भाई-बहन का रिश्ता ईश्वर देता है, जबकि मित्रता का रिश्ता मानवीय है। उन्होंने कहा कि जो भी व्यक्ति जिस पद या स्थान पर बैठा है, वह अगर मानव कल्याण के लिये कार्य करता है, तभी लम्बे समय तक लोग उसे याद रखते हैं। इस अवसर पर पण्डित दीन दयाल उपाध्याय का स्मरण करते हुये उन्होंने कहा कि आज पं0 दीन दयाल उपाध्याय की जयन्ती है, जिन्होंने अन्त्योदय का नारा दिया था। उन्होंने कहा कि दीन-दुःखी उठेगा तो भारत महान बनेगा। उन्होंने कहा कि मनुष्य की इज्जत जीवन मूल्यों से होती है। उन्होंने कहा कि हमें त्याग व बलिदान का संकल्प लेना होगा।

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