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रक्षा मंत्री ने पौड़ी में रिबन काटकर वीर चन्द्र सिंह गढ़वाली की प्रतिमा का अनावरण एवं स्मारक का लोकार्पण किया


वीर चन्द्र सिंह गढ़वाली जी की पुण्यतिथि के अवसर पर आज रक्षा मंत्री भारत सरकार राजनाथ सिंह तथा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी पीठसैंण हैलीपैड पौड़ी गढ़वाल पहंुचे, जहां पर उनका गढ़वाली टोपी पहनाकर भव्य स्वागत किया गया।

रिपोर्ट  - à¤…ंजना भट्ट घिल्डियाल

पौड़ी दिनांक 01 अक्टूबर, 2021, वीर चन्द्र सिंह गढ़वाली जी की पुण्यतिथि के अवसर पर आज रक्षा मंत्री भारत सरकार राजनाथ सिंह तथा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी पीठसैंण हैलीपैड पौड़ी गढ़वाल पहंुचे, जहां पर उनका गढ़वाली टोपी पहनाकर भव्य स्वागत किया गया। पीठसैंण में मुख्य अतिथि के रूप मंे पहुंचे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह द्वारा विधिवत् पूजा-अर्चना करने के बाद रिबन काटकर वीर चन्द्र सिंह गढ़वाली जी की प्रतिमा का अनावरण एवं स्मारक का लोकार्पण किया गया। इस दौरान मा. मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी, मा. रक्षा राज्य मंत्री भारत सरकार श्री अजय भट्ट, पूर्व मुख्यमंत्री उत्तराखण्ड/गढ़वाल सांसद श्री तीरथ सिंह रावत, प्रदेश अध्यक्ष भाजपा श्री मदन कौशिक, कैबिनेट मंत्री उत्तराखण्ड श्री हरक सिंह रावत, श्री सुबोध उनियाल, डॉ. धन सिंह रावत, श्री गणेश जोशी द्वारा भी वीर चन्द्र सिंह गढ़वाली जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दी गयी। इस मौके पर वीर चन्द्र सिंह गढ़वाली के परिवार जनों को सम्मानित किया गया। वहीं ‘घस्यारी कल्याण योजना‘ के तहत 05 घस्यारियों को घस्यारी किट वितरित किये गये, योजना के तहत 24 हजार घस्यारियों को लाभ दिया जाना है। साथ ही ‘दीन दयाल उपाध्याय योजना‘ के अन्तर्गत भी लाभार्थियों को चैक वितरित किये गये। देश के मा. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने वीर चंद्र सिंह गढ़वाली को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि वे संयुक्त उत्तर प्रदेश के सीएम भी रहे हैं इसलिए गढ़वाली आन-बान से परिचित हैं। कहा कि जब तक गढ़वाल की भूमि पर रहूंगा, तब तक गढ़वाल की आन-बान-शान इस गढ़वाली टोपी को नहीं उतारूंगा। उन्होंने कहा कि गढ़वाल देवभूमि, वीरभूमि व तपोभूमि है। देश व समाज के लिए कुछ कर गुजरने का जज्बा हर उत्तराखंडी के अंदर मिलता है, यहां की वीर माताओं की कोख से पैदा होने वाले वीर सैनिकों व शहीदों को नमन करता हूं। कहा कि उत्तराखंड को बने लगभग 20 साल हो गए हैं, लेकिन यहां की परंपरा बहुत पुरानी है, गढ़वाल हो या कुमाऊं यहां के त्याग व बलिदान को कोई भूल नहीं सकता। गढ़वाल वीर भड़ो का देश व बावन गढ़ का देश है। हर गढ़ में बहादुरी व पराक्रम के किस्से मशहूर हैं। कहा कि वीर चंद्र सिंह गढ़वाली, माधो सिंह भंडारी व तीलू रौतेली के बहादुरी के गीत गढ़वाल के हर गांव में गाए जाते है। प्रथम विश्व युद्ध में मित्र देशों की जीत में वीर चंद्र सिंह गढ़वाली जैसे वीरों ने बहुत बड़ा योगदान निभाया है। भारत के वीरों सैनिकों की याद में ही अंग्रेजों ने दिल्ली में इंडिया गेट का निर्माण किया था। भारतीय सैनिकों की वीरता का परिचय दुनिया के सामने प्रथम विश्व युद्ध के दौरान ही आया था। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार मिशन मोड में काम कर रही है, हमने जो वादे किए हैं उसे पूरे पूरा किया है। सेना के जवानों की 40 वर्षों से वन रैंक वन पेंशन की मांग को पूरा किया है। आजादी के बाद भी कई गांव में सड़क नहीं थी उन्हें सड़क से जोड़ा है। आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत सभी लोगों को पांच लाख रुपए तक का इलाज निःशुल्क किया जा रहा है। घरों को लकड़ी के चूल्हे से मुक्त कर निःशुल्क गैस सिलेंडर वितरण किया जा रहा है। कहा कि उत्तराखंड में लगभग एक हजार किलोमीटर सड़क बन रही है, जो कि सुरक्षा, सामरिक व व्यापारिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है। माणा तक सड़क को बीआरओ द्वारा ब्लैक टर्फ किया जा रहा है। लिपुलेख से मानसरोवर की यात्रा अब आसान हो गई है। कहा कि नेपाल हमारा फैमिली कंट्री है, और हम नेपाल के स्वाभिमान पर चोट नहीं पहुंचने देंगे। नेपाल के कई वीर गोरखा रेजीमेंट में वीरता का परिचय देते है|

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