शà¥à¤°à¥€ रामलीला रंगमंच मायापà¥à¤° दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ अपना 46वां वारà¥à¤·à¤¿à¤• उतà¥à¤¸à¤µ बड़े धूमधाम से मनाया जा रहा है। à¤à¤—वान मरà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ पà¥à¤°à¥à¤·à¥‹à¤¤à¥à¤¤à¤® शà¥à¤°à¥€ राम की पहली लीला की रातà¥à¤°à¤¿ में नारद मोह की लीला का मंचन किया गया।
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
हरिदà¥à¤µà¤¾à¤°, 03 अकà¥à¤Ÿà¥‚बर। शà¥à¤°à¥€ रामलीला रंगमंच मायापà¥à¤° दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ अपना 46वां वारà¥à¤·à¤¿à¤• उतà¥à¤¸à¤µ बड़े धूमधाम से मनाया जा रहा है। à¤à¤—वान मरà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ पà¥à¤°à¥à¤·à¥‹à¤¤à¥à¤¤à¤® शà¥à¤°à¥€ राम की पहली लीला की रातà¥à¤°à¤¿ में नारद मोह की लीला का मंचन किया गया। लीला का उदà¥à¤˜à¤¾à¤Ÿà¤¨ पूरà¥à¤µ मेयर मनोज गरà¥à¤— à¤à¤µà¤‚ à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ जनता पारà¥à¤Ÿà¥€ के पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ कारà¥à¤¯à¤•à¤¾à¤°à¤¿à¤£à¥€ के सदसà¥à¤¯ सà¥à¤à¤¾à¤· चंद, पूजà¥à¤¯ पाद सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ à¤à¤¾à¤—वत आचारà¥à¤¯ शà¥à¤°à¥€ रवि देव शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ जी महाराज, वारà¥à¤¡ नंबर 11 के पारà¥à¤·à¤¦ राजीव à¤à¤¾à¤°à¥à¤—व ने संयà¥à¤•à¥à¤¤ रूप से किया। अतिथियों का सà¥à¤µà¤¾à¤—त रंगमंच के अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· पवन अगà¥à¤°à¤µà¤¾à¤², कमल अगà¥à¤°à¤µà¤¾à¤², मà¥à¤•à¥‡à¤¶ अगà¥à¤°à¤µà¤¾à¤², संयोजक जितेंदà¥à¤° चैरसिया, डायरेकà¥à¤Ÿà¤° गौरव कालरा à¤à¤µà¤‚ मंच का संचालन राजू मनोचा ने किया। इस अवसर पर रंगमंच के वरिषà¥à¤ पदाधिकारी नीरज साहू, राजीव तà¥à¤¯à¤¾à¤—ी, अनिल शरà¥à¤®à¤¾ कालू, सà¥à¤¨à¥€à¤² मनोचा, मà¥à¤•à¥‡à¤¶ मनोचा, देवेंदà¥à¤° गà¥à¤ªà¥à¤¤à¤¾, गौरव कà¥à¤®à¤¾à¤°, महेश कà¥à¤®à¤¾à¤° वैशà¥à¤¯, पà¥à¤°à¤µà¥€à¤£ कà¥à¤®à¤¾à¤°, आशीष मीणा, राहà¥à¤² सबà¥à¤¬à¤°à¤µà¤¾à¤², लव चैरसिया, सà¥à¤¨à¥€à¤² शरà¥à¤®à¤¾, बाॅबी सैनी, दीपक कà¥à¤®à¤¾à¤° सिहं à¤à¤µà¤‚ यà¥à¤µà¤¾ नेता अमन यादव, राजा पाटिल, हेमंत चंचल अनेक साथियों ने मिलकर à¤à¤—वान वालà¥à¤®à¥€à¤•à¤¿ के गà¥à¤°à¤‚थ और चितà¥à¤° पर मालà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥à¤ªà¤£ किया साथ ही इस अवसर पर अरविंद अगà¥à¤°à¤µà¤¾à¤², शà¥à¤à¤® अगà¥à¤°à¤µà¤¾à¤², वरà¥à¤£ अगà¥à¤°à¤µà¤¾à¤², हनी अगà¥à¤°à¤µà¤¾à¤², वाणी मनोचा, वंश मनोचा, चैरसिया परिवार आदि राम à¤à¤•à¥à¤¤à¥‹à¤‚ ने आरà¥à¤¥à¤¿à¤• सहयोग पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ किया। रंगमंच पर पहली रातà¥à¤°à¤¿ में आठहà¥à¤ राम à¤à¤•à¥à¤¤à¥‹à¤‚ की à¤à¥€à¥œ को देखकर सà¤à¥€ पातà¥à¤° अà¤à¤¿à¤à¥‚त हà¥à¤à¥¤ विशेषकर नारद के रूप में वरà¥à¤£ गोसà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ और इंदà¥à¤° के रूप में मयूर उपरेती और कामदेव के रूप में बाल कलाकार आरà¥à¤¯à¤¨ मनोचा ने अपने अà¤à¤¿à¤¨à¤¯ की छाप छोड़ी तथा à¤à¤—वान शà¥à¤°à¥€ हरि के रूप में जयंत गोसà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ à¤à¤—वान शंकर के रूप में दिनेश शरà¥à¤®à¤¾ मां गौरा के रूप में ऋषठगोसà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ à¤à¤µà¤‚ à¤à¤—वान शंकर के गण के रूप मेविपिन अगà¥à¤°à¤µà¤¾à¤² रंगमंच के वरिषà¥à¤ डायरेकà¥à¤Ÿà¤° बृज किशोर सकà¥à¤¸à¥‡à¤¨à¤¾ ने इंदà¥à¤° दरबार में देवताओं के रूप में रà¥à¤¦à¥à¤°à¤¾à¤•à¥à¤· वैशà¥à¤¯, वंश अगà¥à¤°à¤µà¤¾à¤², कà¥à¤› चैरसिया, हरà¥à¤·à¤¿à¤¤ शरà¥à¤®à¤¾, कृषà¥à¤£à¤¾ चंचल à¤à¤µà¤‚ बाल रूप में à¤à¤—वान राम का और लकà¥à¤·à¥à¤®à¤£ का अà¤à¤¿à¤¨à¤¯ अनमोल और रचित मनोचा ने निà¤à¤¾à¤¯à¤¾à¥¤ दरà¥à¤¶à¤•à¥‹à¤‚ ने मंतà¥à¤° मà¥à¤—à¥à¤§ होकर सà¤à¥€ कलाकारों का तालियों के साथ उतà¥à¤¸à¤¾à¤¹à¤µà¤°à¥à¤§à¤¨ किया। मà¥à¤–à¥à¤¯ अतिथि मनोज गरà¥à¤— ने अपने संबोधन में कहा कि à¤à¤—वान शà¥à¤°à¥€ राम के चरितà¥à¤° के अनà¥à¤°à¥‚प ही हमको चलना चाहिà¤à¥¤ रवि देव महाराज ने अपने वाणी से à¤à¤—वान मरà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ पà¥à¤°à¥à¤·à¥‹à¤¤à¥à¤¤à¤® शà¥à¤°à¥€ राम की कथाओं का वरà¥à¤£à¤¨ किया तथा आठहà¥à¤ राम à¤à¤•à¥à¤¤à¥‹à¤‚ से निवेदन किया कि पशà¥à¤šà¤¿à¤® सà¤à¥à¤¯à¤¤à¤¾ के पीछे ना जाकर अपनी à¤à¤¾à¤°à¤¤ की सà¤à¥à¤¯à¤¤à¤¾ को गà¥à¤°à¤¹à¤£ करें जिस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° पशà¥à¤šà¤¿à¤® के लोग पूरब की सà¤à¥à¤¯à¤¤à¤¾ को अपने बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ को à¤à¤—वान शà¥à¤°à¥€ राम के चरितà¥à¤° के बारे में लीला के माधà¥à¤¯à¤® से जà¥à¤žà¤¾à¤¨ पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ कराà¤à¤‚। रंगमंच पर आठलीला मंचन को देखने आठराम à¤à¤•à¥à¤¤à¥‹à¤‚ को करोना गाइडलाइन का à¤à¥€ पालन कराने के लिठबार-बार रंगमंच के माधà¥à¤¯à¤® से सूचना पà¥à¤°à¥‡à¤·à¤¿à¤¤ की जा रही थी।