मरणोपरांत मोकà¥à¤· कामना से मृतक के परिजन उनका अंतिम संसà¥à¤•à¤¾à¤° करने के साथ ही उनकी असà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को गंगा में विसरà¥à¤œà¤¿à¤¤ करते हैं। लेकिन कई à¤à¤¸à¥‡ अà¤à¤¾à¤—े हैं जिनका वंशज ना होने के चलते उनकी असà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¤¾à¤‚ लावारिस पड़ी रहती है। à¤à¤¸à¥€ लावारिस हलावारिस असà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ का हà¥à¤†, गंगा में विसरà¥à¤œà¤¨
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
हरिदà¥à¤µà¤¾à¤°à¥¤ मरणोपरांत मोकà¥à¤· कामना से मृतक के परिजन उनका अंतिम संसà¥à¤•à¤¾à¤° करने के साथ ही उनकी असà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को गंगा में विसरà¥à¤œà¤¿à¤¤ करते हैं। लेकिन कई à¤à¤¸à¥‡ अà¤à¤¾à¤—े हैं जिनका वंशज ना होने के चलते उनकी असà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¤¾à¤‚ लावारिस पड़ी रहती है। à¤à¤¸à¥€ लावारिस हलावारिस असà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ का हà¥à¤†, गंगा में विसरà¥à¤œà¤¨ हरिदà¥à¤µà¤¾à¤°à¥¤ मरणोपरांत मोकà¥à¤· कामना से मृतक के परिजन उनका अंतिम संसà¥à¤•à¤¾à¤° करने के साथ ही उनकी असà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को गंगा में विसरà¥à¤œà¤¿à¤¤ करते हैं। लेकिन कई à¤à¤¸à¥‡ अà¤à¤¾à¤—े हैं जिनका वंशज ना होने के चलते उनकी असà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¤¾à¤‚ लावारिस पड़ी रहती है। à¤à¤¸à¥€ लावारिस हसà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को गंगा में पहà¥à¤‚चाने का कारà¥à¤¯ कई संसà¥à¤¥à¤¾à¤à¤‚ करती आ रही है। जिसमें धरà¥à¤®à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤°à¤¾ महासंघ उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड (रजि) के ततà¥à¤µà¤¾à¤µà¤§à¤¾à¤¨ में कनखल के सती घाट पर लावारिस असà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ का विधि विधान के साथ पूजा अरà¥à¤šà¤¨à¤¾ करने के उपरांत गंगा में विसरà¥à¤œà¤¨ किया गया। इस मौके पर संसà¥à¤¥à¤¾ के पà¥à¤°à¤¾à¤‚तीय महामंतà¥à¤°à¥€ à¤à¤¡à¤µà¥‹à¤•à¥‡à¤Ÿ अशोक अगà¥à¤°à¤µà¤¾à¤² ने बताया कि गà¥à¤œà¤°à¤¾à¤¤ में सदविचार परिवार संसà¥à¤¥à¤¾ सामूहिक असà¥à¤¥à¤¿ विसरà¥à¤œà¤¨ का काम करती है। धरà¥à¤®à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤°à¤¾ महासंघ उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड के सहयोग सेयह सतीघाट पर समà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ होगा। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि गà¥à¤œà¤°à¤¾à¤¤ में पà¥à¤°à¤¾à¤¯à¤ƒ अपने पितृगण के वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤—त असà¥à¤¥à¤¿ विसरà¥à¤œà¤¨ की परंपरा नहीं है। लेकिन गà¥à¤œà¤°à¤¾à¤¤à¥€ लोग अपने पितृगण की असà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¤¾à¤‚ सदविचार परिवार संसà¥à¤¥à¤¾ को दे देते हैं और यह संसà¥à¤¥à¤¾ सामूहिक रूप से असà¥à¤¥à¤¿ विसरà¥à¤œà¤¨ कारà¥à¤¯ करती है‌। धरà¥à¤®à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤°à¤¾ महासंघ उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड के सहयोग से यह कारà¥à¤¯à¤•à¤® मंगलवार को सतीघाट पर समà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ हà¥à¤†à¥¤ वरिषà¥à¤ पतà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° रजनी कांत शà¥à¤•à¥à¤²à¤¾ ने कहा की शà¥à¤°à¤¾à¤¦à¥à¤§ पकà¥à¤· में पितà¥à¤° विसरà¥à¤œà¤¨ का कारà¥à¤¯ किया जाता है। à¤à¤¸à¥‡ समय में संसà¥à¤¥à¤¾ की ओर से लावारिस वसà¥à¤¤à¥à¤“ं का विसरà¥à¤œà¤¨ किया गया। इससे निशà¥à¤šà¤¿à¤¤ ही मृतकों की आतà¥à¤®à¤¾ को शांति मिलेगी à¤à¤µà¤‚ उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ मोकà¥à¤· à¤à¥€ पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ होगा। ‌ उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा करो ना काल में अनेक लोगों को असमय काल का गà¥à¤°à¤¾à¤¸ बनना पड़ा। कई लोगों के परिजन उनका अंतिम संसà¥à¤•à¤¾à¤° à¤à¥€ नहीं कर सके। à¤à¤¸à¥‡ में सदà¥à¤µà¤¿à¤šà¤¾à¤° परिवार की ओर से किये गये कारà¥à¤¯ के सरà¥à¤µà¤¤à¥à¤° सराहना की जानी चाहिठà¤à¤¸à¤¾ करने से अनà¥à¤¯ लोगों के उतà¥à¤¸à¤¾à¤¹ में वृदà¥à¤§à¤¿ होती है। कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® में काशीनाथ आशा गà¥à¤ªà¥à¤¤à¤¾ डाकà¥à¤Ÿà¤° रजनीकांत शà¥à¤•à¥à¤²à¤¾ डाकà¥à¤Ÿà¤° काला डाकà¥à¤Ÿà¤° उपेनà¥à¤¦à¥à¤° गà¥à¤ªà¥à¤¤à¤¾ जानकी पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤¦ पतà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° कमल अगà¥à¤°à¤µà¤¾à¤² मनोज गà¥à¤ªà¥à¤¤à¤¾ पं चंदà¥à¤°à¤ªà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ शà¥à¤•à¥à¤²à¤¾ ललिता मिशà¥à¤°à¤¾, सà¥à¤·à¤®à¤¾ मिशà¥à¤°à¤¾ अशोक अगà¥à¤°à¤µà¤¾à¤² à¤à¤¡à¤µà¥‹à¤•à¥‡à¤Ÿ आदि अनेक कारà¥à¤¯à¤•à¤°à¥à¤¤à¤¾ उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤ थे। असà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को गंगा में विसरà¥à¤œà¤¨ का कारà¥à¤¯ कई संसà¥à¤¥à¤¾à¤à¤‚ करती चली आ रही है। जिसमें धरà¥à¤®à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤°à¤¾ महासंघ उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड (रजि) के ततà¥à¤µà¤¾à¤µà¤§à¤¾à¤¨ में कनखल के सती घाट पर लावारिस असà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ का विधि विधान के साथ पूजा अरà¥à¤šà¤¨à¤¾ करने के उपरांत गंगा में विसरà¥à¤œà¤¨ किया गया। इस मौके पर संसà¥à¤¥à¤¾ के पà¥à¤°à¤¾à¤‚तीय महामंतà¥à¤°à¥€ à¤à¤¡à¤µà¥‹à¤•à¥‡à¤Ÿ अशोक अगà¥à¤°à¤µà¤¾à¤² ने बताया कि गà¥à¤œà¤°à¤¾à¤¤ में सदविचार परिवार संसà¥à¤¥à¤¾ सामूहिक असà¥à¤¥à¤¿ विसरà¥à¤œà¤¨ का काम करती है। धरà¥à¤®à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤°à¤¾ महासंघ उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड के सहयोग सेयह सतीघाट पर समà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ होगा। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि गà¥à¤œà¤°à¤¾à¤¤ में पà¥à¤°à¤¾à¤¯à¤ƒ अपने पितृगण के वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤—त असà¥à¤¥à¤¿ विसरà¥à¤œà¤¨ की परंपरा नहीं है। लेकिन गà¥à¤œà¤°à¤¾à¤¤à¥€ लोग अपने पितृगण की असà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¤¾à¤‚ सदविचार परिवार संसà¥à¤¥à¤¾ को दे देते हैं और यह संसà¥à¤¥à¤¾ सामूहिक रूप से असà¥à¤¥à¤¿ विसरà¥à¤œà¤¨ कारà¥à¤¯ करती है‌। धरà¥à¤®à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤°à¤¾ महासंघ उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड के सहयोग से यह कारà¥à¤¯à¤•à¤® मंगलवार को सतीघाट पर समà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ हà¥à¤†à¥¤ उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा तीरà¥à¤¥ पà¥à¤°à¥‹à¤¹à¤¿à¤¤ पंडित जितेंदà¥à¤° शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ ने विधि विधान से असà¥à¤¥à¤¿ विसरà¥à¤œà¤¨ का कारà¥à¤¯ संपनà¥à¤¨ कराया। वरिषà¥à¤ पतà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° रजनी कांत शà¥à¤•à¥à¤²à¤¾ ने कहा की शà¥à¤°à¤¾à¤¦à¥à¤§ पकà¥à¤· में पितà¥à¤° विसरà¥à¤œà¤¨ का कारà¥à¤¯ किया जाता है। à¤à¤¸à¥‡ समय में संसà¥à¤¥à¤¾ की ओर से लावारिस वसà¥à¤¤à¥à¤“ं का विसरà¥à¤œà¤¨ किया गया। इससे निशà¥à¤šà¤¿à¤¤ ही मृतकों की आतà¥à¤®à¤¾ को शांति मिलेगी à¤à¤µà¤‚ उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ मोकà¥à¤· à¤à¥€ पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ होगा। ‌ उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा करो ना काल में अनेक लोगों को असमय काल का गà¥à¤°à¤¾à¤¸ बनना पड़ा। कई लोगों के परिजन उनका अंतिम संसà¥à¤•à¤¾à¤° à¤à¥€ नहीं कर सके। à¤à¤¸à¥‡ में सदà¥à¤µà¤¿à¤šà¤¾à¤° परिवार की ओर से किये गये कारà¥à¤¯ के सरà¥à¤µà¤¤à¥à¤° सराहना की जानी चाहिठà¤à¤¸à¤¾ करने से अनà¥à¤¯ लोगों के उतà¥à¤¸à¤¾à¤¹ में वृदà¥à¤§à¤¿ होती है। कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® में काशीनाथ आशा गà¥à¤ªà¥à¤¤à¤¾ डाकà¥à¤Ÿà¤° रजनीकांत शà¥à¤•à¥à¤²à¤¾ डाकà¥à¤Ÿà¤° काला डाकà¥à¤Ÿà¤° उपेनà¥à¤¦à¥à¤° गà¥à¤ªà¥à¤¤à¤¾ जानकी पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤¦ पतà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° कमल अगà¥à¤°à¤µà¤¾à¤² मनोज गà¥à¤ªà¥à¤¤à¤¾ पं चंदà¥à¤°à¤ªà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ शà¥à¤•à¥à¤²à¤¾ ललिता मिशà¥à¤°à¤¾, सà¥à¤·à¤®à¤¾ मिशà¥à¤°à¤¾ अशोक अगà¥à¤°à¤µà¤¾à¤² à¤à¤¡à¤µà¥‹à¤•à¥‡à¤Ÿ आदि अनेक कारà¥à¤¯à¤•à¤°à¥à¤¤à¤¾ उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤ थे।