शà¥à¤°à¥€ सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€à¤¨à¤¾à¤°à¤¾à¤¯à¤£ गदà¥à¤¦à¥€ संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ के पà¥à¤°à¤®à¥à¤– बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤²à¥€à¤¨ पà¥à¤°à¥à¤·à¥‹à¤¤à¥à¤¤à¤® पà¥à¤°à¤¿à¤¯ दास महाराज की असà¥à¤¥à¤¿ विसरà¥à¤œà¤¨ कलश यातà¥à¤°à¤¾ का आयोजन संजय पà¥à¤² से लेकर हर की पौड़ी तक लंदन से आठबैंड बाजों के साथ धूमधाम से किया गया।
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
हरिदà¥à¤µà¤¾à¤°, 11 अकà¥à¤Ÿà¥‚बर। शà¥à¤°à¥€ सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€à¤¨à¤¾à¤°à¤¾à¤¯à¤£ गदà¥à¤¦à¥€ संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ के पà¥à¤°à¤®à¥à¤– बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤²à¥€à¤¨ पà¥à¤°à¥à¤·à¥‹à¤¤à¥à¤¤à¤® पà¥à¤°à¤¿à¤¯ दास महाराज की असà¥à¤¥à¤¿ विसरà¥à¤œà¤¨ कलश यातà¥à¤°à¤¾ का आयोजन संजय पà¥à¤² से लेकर हर की पौड़ी तक लंदन से आठबैंड बाजों के साथ धूमधाम से किया गया। केनà¥à¤¯à¤¾, अमेरिका, लंदन, फà¥à¤°à¤¾à¤‚स आदि से आठशà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤²à¥ à¤à¤•à¥à¤¤à¥‹à¤‚ की उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ में वैदिक मंतà¥à¤°à¥‹à¤šà¥à¤šà¤¾à¤°à¤£ के साथ पूरà¥à¤£ विधि विधान से हरकी पैड़ी पर असà¥à¤¥à¤¿ कलश को गंगा में विसरà¥à¤œà¤¿à¤¤ किया गया। à¤à¥‚पतवाला सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ परमारà¥à¤¥ निकेतन घाट पर बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤²à¥€à¤¨ सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ पà¥à¤°à¥à¤·à¥‹à¤¤à¥à¤¤à¤® पà¥à¤°à¤¿à¤¯ दास महाराज को शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾ सà¥à¤®à¤¨ अरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ करते हà¥à¤ वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ गदà¥à¤¦à¥€ नशीन जितेंदà¥à¤°à¤¿à¤¯ पà¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¦à¤¾à¤¸ महाराज ने कहा कि संत परंपरा संपूरà¥à¤£ विशà¥à¤µ का मारà¥à¤—दरà¥à¤¶à¤¨ कर धरà¥à¤® à¤à¤µà¤‚ संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ से लाà¤à¤¾à¤¨à¥à¤µà¤¿à¤¤ कर रहे हैं। तà¥à¤¯à¤¾à¤— à¤à¤µà¤‚ तपसà¥à¤¯à¤¾ की पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤®à¥‚रà¥à¤¤à¤¿ बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤²à¥€à¤¨ सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ पà¥à¤°à¥à¤·à¥‹à¤¤à¥à¤¤à¤® पà¥à¤°à¤¿à¤¯ दास महाराज à¤à¤• दिवà¥à¤¯ महापà¥à¤°à¥à¤· थे। जिनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने जीवन परà¥à¤¯à¤‚त सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€à¤¨à¤¾à¤°à¤¾à¤¯à¤£ संपà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¯ की परंपराओं का पालन करते हà¥à¤ धरà¥à¤® à¤à¤µà¤‚ संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ का पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤° कर राषà¥à¤Ÿà¥à¤° निरà¥à¤®à¤¾à¤£ में अपना अमूलà¥à¤¯ सहयोग पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ किया। à¤à¤¸à¥‡ महापà¥à¤°à¥à¤·à¥‹à¤‚ के जीवन से पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤£à¤¾ लेकर सà¤à¥€ को समाज सेवा में अपनी à¤à¥‚मिका पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ करनी चाहिठऔर धरà¥à¤® à¤à¤µà¤‚ संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ के मारà¥à¤— पर चलकर à¤à¤¾à¤µà¥€ पीà¥à¥€ को संसà¥à¤•à¤¾à¤°à¤µà¤¾à¤¨ बनाना चाहिà¤à¥¤ सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ à¤à¤—वत पà¥à¤°à¤¿à¤¯ दास महाराज ने कहा कि महापà¥à¤°à¥à¤· केवल शरीर तà¥à¤¯à¤¾à¤—ते हैं। उनकी शिकà¥à¤·à¤¾à¤à¤‚ अनंत काल तक समाज का मारà¥à¤—दरà¥à¤¶à¤¨ करती रहती हैं। बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤²à¥€à¤¨ सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ पà¥à¤°à¥à¤·à¥‹à¤¤à¥à¤¤à¤® पà¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ दास महाराज à¤à¤• दिवà¥à¤¯ à¤à¤µà¤‚ महान संत थे। जिनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने समाज से जात पात ऊंच नीच का à¤à¥‡à¤¦à¤à¤¾à¤µ मिटाकर समरसता का संदेश दिया और à¤à¤• आदरà¥à¤¶ पूरà¥à¤£ जीवन वà¥à¤¯à¤¤à¥€à¤¤ कर सदैव संतों की सेवा की। à¤à¤¸à¥‡ महापà¥à¤°à¥à¤·à¥‹à¤‚ को संत समाज सदैव नमन करता है। दिवà¥à¤¯à¤¾à¤‚जलि योगपीठटà¥à¤°à¤¸à¥à¤Ÿ के अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ देव ऋषि महाराज ने कहा कि संतों का जीवन निरà¥à¤®à¤² जल के समान होता है। बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤²à¥€à¤¨ सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ पà¥à¤°à¥à¤·à¥‹à¤¤à¥à¤¤à¤® पà¥à¤°à¤¿à¤¯ दास महाराज ने गरीब असहाय लोगों की मदद कर समाज को गो à¤à¤µà¤‚ गंगा संरकà¥à¤·à¤£ की पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤£à¤¾ दी। उनके बताठमारà¥à¤— पर चलकर सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ जितेंदà¥à¤°à¤¿à¤¯ पà¥à¤°à¤¿à¤¯ दास महाराज आज उनके अधूरे कारà¥à¤¯à¥‹à¤‚ को पूरा कर रहे हैं और उनके दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ पà¥à¤°à¤¾à¤°à¤‚ठकिठगठसेवा पà¥à¤°à¤•à¤²à¥à¤ªà¥‹à¤‚ में निरंतर वृदà¥à¤§à¤¿ कर सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€à¤¨à¤¾à¤°à¤¾à¤¯à¤£ संपà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¯ का मान बà¥à¤¾ रहे हैं। इस अवसर पर सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ धरà¥à¤® नंदन दास महाराज, सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ दिवà¥à¤¯ दरà¥à¤¶à¤¨ दास महाराज, सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ दिवà¥à¤¯ विà¤à¥‚षण दास महाराज, सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ सचà¥à¤šà¤¿à¤¦à¤¾à¤¨à¤‚द दास महाराज, लालजी à¤à¤¾à¤ˆ, à¤à¥€à¤®à¤œà¥€à¤à¤¾à¤ˆ, वेलजी à¤à¤¾à¤ˆ जीना, मनीष, रसिक à¤à¤¾à¤ˆ, बाबूà¤à¤¾à¤ˆ संगानी, हरिलाल, बीना बेन पटेल सहित बड़ी संखà¥à¤¯à¤¾ में शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤²à¥ à¤à¤•à¥à¤¤ उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤ रहे।