गायनी विà¤à¤¾à¤— में सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ हà¥à¤† इन विटà¥à¤°à¥‹ फरà¥à¤Ÿà¤¿à¤²à¤¾à¤‡à¤œà¥‡à¤¶à¤¨ सेंटर, संतान से वंचित माता-पिता को मिलेगा लाà¤, इस सà¥à¤µà¤¿à¤§à¤¾ को शà¥à¤°à¥‚ करने वाला ’à¤à¤®à¥à¤¸â€™ राजà¥à¤¯ का पहला सरकारी सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯ संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨
रिपोर्ट - अंजना à¤à¤Ÿà¥à¤Ÿ घिलà¥à¤¡à¤¿à¤¯à¤¾à¤²
à¤à¤®à¥à¤¸ ऋषिकेश में अब इन विटà¥à¤°à¥‹ फरà¥à¤Ÿà¤¿à¤²à¤¾à¤‡à¤œà¥‡à¤¶à¤¨ सेंटर (आईवीà¤à¤«) सà¥à¤µà¤¿à¤§à¤¾ शà¥à¤°à¥‚ कर दी गई है। सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯ सà¥à¤µà¤¿à¤§à¤¾à¤“ं के कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° में इस नई उपलबà¥à¤§à¤¿ के शà¥à¤°à¥‚ होने से उन परिवारों को सीधे तौर पर लाठमिलेगा, जिन दंपतियों के शारीरिक कमी की वजह से बचà¥à¤šà¥‡ नहीं हो पाते हैं। इस सà¥à¤µà¤¿à¤§à¤¾ के शà¥à¤°à¥‚ होने से अब बांà¤à¤ªà¤¨ का दंश à¤à¥‡à¤² रहे लोगों की समसà¥à¤¯à¤¾ का समाधान हो सकेगा। इसके साथ ही उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड में à¤à¤®à¥à¤¸, ऋषिकेश पहला सरकारी सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯ संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ बन गया है जहां यह सà¥à¤µà¤¿à¤§à¤¾ शà¥à¤°à¥‚ की गई है। गौरतलब है कि इन विटà¥à¤°à¥‹ फरà¥à¤Ÿà¤¿à¤²à¤¾à¤‡à¤œà¥‡à¤¶à¤¨ (आईवीà¤à¤«) à¤à¤• सहायक पà¥à¤°à¤œà¤¨à¤¨ तकनीक है, जहां à¤à¥à¤°à¥‚ण के उतà¥à¤ªà¤¾à¤¦à¤¨ के लिठà¤à¤• पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤—शाला में à¤à¤• अंडे को शà¥à¤•à¥à¤°à¤¾à¤£à¥ के साथ जोड़ा जाता है। इस पà¥à¤°à¤•à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ में à¤à¤• महिला रोगी के अंडाशय को हारà¥à¤®à¤¾à¥‡à¤¨à¤² दवाओं के साथ उतà¥à¤¤à¥‡à¤œà¤¿à¤¤ करना, अंडाशय (डिंब पिकअप) से अंडों को निकालना और शà¥à¤•à¥à¤°à¤¾à¤£à¥ को à¤à¤• पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤—शाला में à¤à¤• विशेष तकनीक के माधà¥à¤¯à¤® से उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ निषेचित करना शामिल है। निषेचित अंडे (जाइगोट) के 2 से 5 दिनों के लिठà¤à¥à¤°à¥‚ण संवरà¥à¤§à¤¨ से गà¥à¤œà¤°à¤¨à¥‡ के बाद, इसे à¤à¤• सफल गरà¥à¤à¤¾à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ की सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¨à¤¾ के लिठउसी या किसी अनà¥à¤¯ महिला के गरà¥à¤à¤¾à¤¶à¤¯ में डाला जाता है। इस तकनीक का उपयोग महिलाओं में बांà¤à¤ªà¤¨ के पà¥à¤°à¤®à¥à¤– कारणों (टà¥à¤¯à¥‚बल कà¥à¤·à¤¤à¤¿, à¤à¤‚डोमेटà¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤¸à¤¿à¤¸, खराब डिमà¥à¤¬à¤—à¥à¤°à¤‚थि रिजरà¥à¤µ, पीसीओà¤à¤¸ आदि) या पà¥à¤°à¥à¤· कारक (असामानà¥à¤¯ वीरà¥à¤¯ पैरामीटर आदि) या दोनों वाले जोड़ों में किया जाता है। à¤à¤®à¥à¤¸ ऋषिकेश के निदेशक और सीईओ पà¥à¤°à¥‹à¤«à¥‡à¤¸à¤° अरविंद रघà¥à¤µà¤‚शी ने संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ के गायनी विà¤à¤¾à¤— में आईवीà¤à¤« सेंटर का विधिवत उदà¥à¤˜à¤¾à¤Ÿà¤¨ किया। इस मौके पर उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि देश में कई दंपति बांà¤à¤ªà¤¨ की समसà¥à¤¯à¤¾ से जूठरहे हैं। जो महिलाà¤à¤‚ बांà¤à¤ªà¤¨ की समसà¥à¤¯à¤¾ से गà¥à¤°à¤¸à¤¿à¤¤ हैं, उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ सामाजिक कलंक, वरà¥à¤œà¤¨à¤¾ और मानसिक पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µà¥‹à¤‚ का à¤à¥€ सामना करना पड़ता है। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि à¤à¤®à¥à¤¸ ऋषिकेश में आईवीà¤à¤« केंदà¥à¤° खà¥à¤²à¤¨à¥‡ से उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड और आसपास के शहरों में रहने वाले à¤à¤¸à¥‡ सà¤à¥€ लोगों को लाठमिल सकेगा जो संतान सà¥à¤– से वंचित हैं और इस सà¥à¤µà¤¿à¤§à¤¾ से माता-पिता का सà¥à¤– पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ करना चाहते हैं। डीन à¤à¤•à¥‡à¤¡à¥‡à¤®à¤¿à¤• पà¥à¤°à¥‹à¤«à¥‡à¤¸à¤° मनोज गà¥à¤ªà¥à¤¤à¤¾ ने कहा कि इस सà¥à¤µà¤¿à¤§à¤¾ को शà¥à¤°à¥‚ करने वाला à¤à¤®à¥à¤¸ असà¥à¤ªà¤¤à¤¾à¤² सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯ कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° में राजà¥à¤¯ का पहला सरकारी संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ है। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि अà¤à¥€ तक यह बेहद जटिल और महंगा इलाज हà¥à¤† करता था, इसलिठअब à¤à¤®à¥à¤¸ ऋषिकेश में शà¥à¤°à¥‚ की गई इस सà¥à¤µà¤¿à¤§à¤¾ से मधà¥à¤¯à¤® वरà¥à¤— के दंपति à¤à¥€ अपना उपचार करा सकेंगे। मेडिकल सà¥à¤ªà¤°à¤¿à¤Ÿà¥‡à¤‚डेंट पà¥à¤°à¥‹à¤«à¥‡à¤¸à¤° अशà¥à¤µà¤¨à¥€ कà¥à¤®à¤¾à¤° दलाल ने कहा कि आज के दौर में à¤à¤¸à¥‡ मेरीड कपलà¥à¤¸ की संखà¥à¤¯à¤¾ जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ बॠरही है जिनकी अपनी कोई संतान नहीं है। इस सà¥à¤µà¤¿à¤§à¤¾ से पà¥à¤°à¥à¤· बांà¤à¤ªà¤¨ और महिला बांà¤à¤ªà¤¨ दोनों की समसà¥à¤¯à¤¾à¤“ं का निदान संà¤à¤µ है।