मोकà¥à¤· की इस नगरी में ही à¤à¤• शकà¥à¤¤à¤¿à¤ªà¥€à¤ à¤à¥€ है जो सती के तà¥à¤¯à¤¾à¤— की गवाह है। हरिदà¥à¤µà¤¾à¤° का माया देवी शकà¥à¤¤à¤¿à¤ªà¥€à¤ 51 शकà¥à¤¤à¤¿à¤ªà¥€à¤ ों में से à¤à¤• है, जहां सती की नाà¤à¤¿ गिरी थी। सती और शिव का संबंध अटूट है।
रिपोर्ट - विकास शरà¥à¤®à¤¾
हरिदà¥à¤µà¤¾à¤°. (विकास शरà¥à¤®à¤¾) 11 अकà¥à¤Ÿà¥‚बर। मोकà¥à¤· की इस नगरी में ही à¤à¤• शकà¥à¤¤à¤¿à¤ªà¥€à¤ à¤à¥€ है जो सती के तà¥à¤¯à¤¾à¤— की गवाह है। हरिदà¥à¤µà¤¾à¤° का माया देवी शकà¥à¤¤à¤¿à¤ªà¥€à¤ 51 शकà¥à¤¤à¤¿à¤ªà¥€à¤ ों में से à¤à¤• है, जहां सती की नाà¤à¤¿ गिरी थी। सती और शिव का संबंध अटूट है। à¤à¤—वान à¤à¥‹à¤²à¥‡ में बसती हैं सती और शकà¥à¤¤à¤¿ के हृदय में रहते हैं शिव। लेकिन सती की अगà¥à¤¨à¤¿à¤¸à¤®à¤¾à¤§à¤¿ के बाद जब शिव, सती का शरीर लेकर समूचे बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤¾à¤‚ड में à¤à¤Ÿà¤• रहे थे तब à¤à¤—वान विषà¥à¤£à¥ ने अपने सà¥à¤¦à¤°à¥à¤¶à¤¨ चकà¥à¤° से सती के शरीर के टà¥à¤•à¤¡à¤¼à¥‡-टà¥à¤•à¤¡à¤¼à¥‡ कर दिà¤à¥¤ धरती पर ये टà¥à¤•à¤¡à¤¼à¥‡ जहां-जहां गिरे वो सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ शकà¥à¤¤à¤¿à¤ªà¥€à¤ कहलाà¤à¥¤ उन 51 शकà¥à¤¤à¤¿à¤ªà¥€à¤ ों में से à¤à¤• है हरिदà¥à¤µà¤¾à¤° का माया देवी मंदिर जहां गिरी थी सती की नाà¤à¤¿à¥¤ पौराणिक मानà¥à¤¯à¤¤à¤¾ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° जब सती ने अपने पिता के यजà¥à¤ž में अपने पति को नहीं बà¥à¤²à¤¾à¤ जाने से अपमानित होने पर आतà¥à¤®à¤¦à¤¾à¤¹ कर लिया था और अपने शरीर को वहीं सतीकà¥à¤‚ड पर छोड़कर महामाया रूप में हरिदà¥à¤µà¤¾à¤° के इसी सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ पर आ गई थीं| इसीलिठइस जगह का नाम मां मायादेवी पड़ा। मां माया देवी मंदिर के साथ ही à¤à¥ˆà¤°à¤µ बाबा का मंदिर à¤à¥€ मौजूद है| और मानà¥à¤¯à¤¤à¤¾ है कि मां की पूजा तब तक पूरà¥à¤£ नहीं मानी जाती जब तक à¤à¤•à¥à¤¤ à¤à¥ˆà¤°à¤µ बाबा का दरà¥à¤¶à¤¨ पूजन कर उनकी आराधना नहीं कर लेते। नवरातà¥à¤°à¥‹à¤‚ के दौरान इस मंदिर में पूजा अरà¥à¤šà¤¨à¤¾ का विशेष महतà¥à¤µ है।