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आप की मांग,पीडित किसानों को 50 हजार प्रति हैक्टेयर मुआवजा दे राज्य सरकार,- ओ.पी.मिश्रा


आप प्रदेश सचिव (कैम्पेन कमेटी)ओ.पी.मिश्रा ने आज हरिद्वार प्रेसवार्ता करते हुए कहा कि प्रदेश में पिछले तीन से चार दिनों में आई भीषण बारिश ने पूरे जन जीवन को अस्त व्यस्त कर दिया है।

रिपोर्ट  - allnewsbharat.com

आप प्रदेश सचिव (कैम्पेन कमेटी)ओ.पी.मिश्रा ने आज हरिद्वार प्रेसवार्ता करते हुए कहा कि प्रदेश में पिछले तीन से चार दिनों में आई भीषण बारिश ने पूरे जन जीवन को अस्त व्यस्त कर दिया है। कुमाऊं और गढ़वाल में आपदा ने अपना रौद्र रूप दिखाया है जिसमें आम जनमानस के साथ किसानों की फसलों को भी पूरी तरह बर्बाद कर दिया। उन्होंने कहा, भीषण आपदा में पीड़ित लोगों के संपर्क में आप कार्यकर्ता लगातार बने हैं और जगह जगह उनकी हरसंभव मदद कर रहे हैं। जो लोग आपदा में मारे गए हैं आप पार्टी उनकी आत्मा की शांति प्रार्थना करते हुए अपनी संवेदनाएं प्रकट करती है। उन्होंने कहा कि इस आपदा ने आम जनता के साथ किसानों को भी पूरी तरह तोड़ दिया,लगातार बारिश से किसानों की लाखों हेक्टेयर जमीन पर लगी फसल और सब्जियां पूरी तरह पानी में डूब कर बर्बाद हो चुकी हैं । अकेले ऊधम सिंह नगर में करीब 40 हजार हेक्टेयर कृषि भूमि इससे पूरी तरह प्रभावित हुई जिससे किसानों को बड़ा नुकसान हुआ है। पहाडों में भी किसानों को काफी नुकसान हुआ है और फसलों के साथ साथ कई खेत बारिश की भेंट चढ चुके हैं। आम आदमी पार्टी मांग करती है कि धामी सरकार तत्काल किसानों को सम्मानजनक राशि मुआवजे के तौर पर उपलब्ध कराए, ताकि किसानों को आपदा के इस दर्द में थोड़ी सी राहत मिल सके। जिस तरह दिल्ली में अरविंद केजरीवाल किसानों को 50 हजार प्रति हेक्टेयर फसल बर्बादी पर मुआवजा दे रहे हैं ,उसी तरह उत्तराखंड के किसानों को भी मुआवजा मिलना चाहिए।प्रभावित किसानों को 50000 रुपए प्रति हेक्टेयर मुवावजा देने की मांग की । रुद्रपुर, काशीपुर, बाजपुर, जसपुर, गदरपुर,हरिद्वार,रुडकी,खटीमा में अब तक सिर्फ 10 से 15 फीसदी धान कटाई हुई है। जबकि 90 प्रतिशत धान की फसल खेतों में खडी हैं ,और बारिश के चलते कई हेक्टेयर में जमीन में फसल बिछ गई है। लगभग 30 से 35 हजार हेक्टेयर कृषि भूमि भारी बरसात से प्रभावित हुई है। धान की फसल के अलावा उड़द और मटर की बुआई हाल में की गई थी, और ये फसलें बारिश से 50 फीसदी नष्ट हो चुकी हैं।

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