शà¥à¤°à¥€ पंचायती अखाड़ा निरंजनी में à¤à¤—वान कारà¥à¤¤à¤¿à¤•à¥‡à¤¯ जयंती और गà¥à¤°à¥ छठपरà¥à¤µ धूमधाम à¤à¤µà¤‚ हरà¥à¤·à¥‹à¤²à¥à¤²à¤¾à¤¸ के साथ मनाया गया। अखाड़े के संतों ने सरà¥à¤µ पà¥à¤°à¤¥à¤® à¤à¤—वान कारà¥à¤¤à¤¿à¤•à¥‡à¤¯ की पूजा अरà¥à¤šà¤¨à¤¾ कर आरती उतारी।
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
हरिदà¥à¤µà¤¾à¤°, 10 नवमà¥à¤¬à¤°à¥¤ शà¥à¤°à¥€ पंचायती अखाड़ा निरंजनी में à¤à¤—वान कारà¥à¤¤à¤¿à¤•à¥‡à¤¯ जयंती और गà¥à¤°à¥ छठपरà¥à¤µ धूमधाम à¤à¤µà¤‚ हरà¥à¤·à¥‹à¤²à¥à¤²à¤¾à¤¸ के साथ मनाया गया। अखाड़े के संतों ने सरà¥à¤µ पà¥à¤°à¤¥à¤® à¤à¤—वान कारà¥à¤¤à¤¿à¤•à¥‡à¤¯ की पूजा अरà¥à¤šà¤¨à¤¾ कर आरती उतारी। इसके उपरांत गंगोतà¥à¤°à¥€ से पहà¥à¤‚चे गंगाजल की पूजा कर हर हर गंगे के जयकारों के साथ गंगाजल कलश को पशà¥à¤ªà¤¤à¤¿à¤¨à¤¾à¤¥ मंदिर के लिठरवाना किया। निरंजन पीठाधीशà¥à¤µà¤° आचारà¥à¤¯ महामंडलेशà¥à¤µà¤° सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ कैलाशानंद गिरि महाराज ने कहा कि à¤à¤—वान कारà¥à¤¤à¤¿à¤•à¥‡à¤¯ देवताओं के सेनापति है। बलवान à¤à¤µà¤‚ रकà¥à¤·à¤• कारà¥à¤¤à¤¿à¤•à¥‡à¤¯ सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ पंचायती अखाड़ा शà¥à¤°à¥€ निरंजनी के आराधà¥à¤¯ और निरंजन सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ है। इनका पूजन और उपासना बड़े ही सरल à¤à¤µà¤‚ शांत ढंग से की जाती है। इनकी उपासना करने से मनवांछित फल की पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤à¤¿ होती है। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि शà¥à¤°à¥€ पंचायती अखाड़ा निरंजनी सेवा पà¥à¤°à¤•à¤²à¥à¤ªà¥‹à¤‚ के माधà¥à¤¯à¤® से समाज को मानव सेवा का संदेश देता चला आ रहा है। संत परंपरा से अà¤à¤¿à¤à¥‚त होकर विदेशी शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤²à¥ à¤à¤•à¥à¤¤ à¤à¥€ सनातन संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ को अपना रहे हैं। अखिल à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ अखाड़ा परिषद के अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त रविंदà¥à¤°à¤ªà¥à¤°à¥€ महाराज ने कहा कि तीनों लोकों में हाहाकार मचा रहे तारकासà¥à¤° के संहार के लिठजनà¥à¤®à¥‡ à¤à¤—वान शिव व माता पारà¥à¤µà¤¤à¥€ के पà¥à¤¤à¥à¤° à¤à¤—वान कारà¥à¤¤à¤¿à¤•à¥‡à¤¯ निरंजनी अखाड़े के आराधà¥à¤¯ हैं। तारकासà¥à¤° का वध कर à¤à¤—वान कारà¥à¤¤à¤¿à¤•à¥‡à¤¯ ने संसार को उसके आतंक से मà¥à¤•à¥à¤¤à¤¿ दिलायी। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने बताया कि à¤à¤—वान शिव के आरà¥à¤¶à¥€à¤µà¤¾à¤¦ से उतà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ हà¥à¤ कारà¥à¤¤à¤¿à¤•à¥‡à¤¯ का लालन पालन कृतिकाओं दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ होने के कारण उनका नाम कारà¥à¤¤à¤¿à¤•à¥‡à¤¯ पड़ा। à¤à¤—वान कारà¥à¤¤à¤¿à¤•à¥‡à¤¯ की पूजा अरà¥à¤šà¤¨à¤¾ करने से परिवारों में सà¥à¤– समृदà¥à¤§à¤¿ का वास होता है। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने सà¤à¥€ को छठपरà¥à¤µ की शà¥à¤à¤•à¤¾à¤®à¤¨à¤¾à¤à¤‚ देते हà¥à¤ कहा कि à¤à¤—वान सूरà¥à¤¯ की आराधना को समरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ छठपरà¥à¤µ पर पूरà¥à¤µà¤¾à¤‚चल के लोग गंगा तटों पर à¤à¤—वान सूरà¥à¤¯ को अरà¥à¤˜à¥à¤¯ देकर अपने परिवारों की सà¥à¤– समृदà¥à¤§à¤¿ की कामना करते हैं। सचà¥à¤šà¥‡ मन से की गई पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾à¤“ं का अवशà¥à¤¯ ही पà¥à¤£à¥à¤¯ फल पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ होता है। निरंजनी अखाड़े के सचिव शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त रामरतन गिरी व शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त दिनेश गिरी ने कहा कि à¤à¤—वान कारà¥à¤¤à¤¿à¤•à¥‡à¤¯ समसà¥à¤¤ जगत के तारणहार हैं। विधि विधान से à¤à¤—वान कारà¥à¤¤à¤¿à¤•à¥‡à¤¯ की पूजा अरà¥à¤šà¤¨à¤¾ करने से सà¤à¥€ कषà¥à¤Ÿ दूर होते हैं। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि धरà¥à¤® के सकारातà¥à¤®à¤• संदेश से यà¥à¤µà¤¾ पीà¥à¥€ अपनी सà¤à¥à¤¯à¤¤à¤¾ और संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ को जान रही है। जो समसà¥à¤¤ समाज के लिठगौरव की बात है। महामणà¥à¤¡à¤²à¥‡à¤¶à¥à¤µà¤° सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ यतीनà¥à¤¦à¥à¤°à¤¾à¤¨à¤‚द गिरी ने कहा कि धारà¥à¤®à¤¿à¤• परंपराओं के पालन से ही धरà¥à¤® की महतà¥à¤¤à¤¾ पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤·à¥à¤ ित होती है। सà¤à¥€ को धारà¥à¤®à¤¿à¤• परंपराओं का पालन करते हà¥à¤ धरà¥à¤® के संरकà¥à¤·à¤£ संवरà¥à¤¦à¥à¤§à¤¨ में योगदान करना चाहिà¤à¥¤ इस अवसर पर महंत रामानंद पà¥à¤°à¥€, आचारà¥à¤¯ सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ गौरीशंकर दास, रावल शिव पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ महाराज, महामंडलेशà¥à¤µà¤° यतिंदà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤‚द गिरी, महामंडलेशà¥à¤µà¤° ललितानंद गिरी, महामंडलेशà¥à¤µà¤° हरिचेतनानंद, शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त महेश पà¥à¤°à¥€, शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त राधे गिरी, शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त नरेश गिरी, शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त केशव पà¥à¤°à¥€, शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त शिव वन, महंत खेमसिंह, महंत शà¥à¤¯à¤¾à¤®à¤ªà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶, सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ गंगादास उदासीन, महंत राकेश गिरी, राधेशà¥à¤¯à¤¾à¤® पà¥à¤°à¥€, नीलकंठगिरी, सà¥à¤–देव पà¥à¤°à¥€, दिगंबर आशà¥à¤¤à¥‹à¤· पà¥à¤°à¥€, सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ रघà¥à¤µà¤¨, सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ आलोक गिरी, दिगंबर राजगिरी, महंत रविपà¥à¤°à¥€, आरके शरà¥à¤®à¤¾, वैà¤à¤µ शरà¥à¤®à¤¾, डॉ.सà¥à¤¨à¥€à¤² कà¥à¤®à¤¾à¤° बतà¥à¤°à¤¾, विकास तिवारी, मनसा देवी मंदिर टà¥à¤°à¤¸à¥à¤Ÿ के टà¥à¤°à¤¸à¥à¤Ÿà¥€ दिगंबर राजगिरी, अनिल शरà¥à¤®à¤¾, बिंदॠगिरी, आदि सहित बड़ी संखà¥à¤¯à¤¾ में शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤œà¥à¤¨ उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤ रहे।