लखनऊ मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ पà¥à¤·à¥à¤•à¤° सिंह धामी बà¥à¤§à¤µà¤¾à¤° को देर सायं लखनऊ विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ पहà¥à¤‚चे। लखनऊ विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ के à¤à¤²à¥à¤¯à¥‚मिनी दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ परिसर सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ मालवीय सà¤à¤¾à¤—ार में मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ का समà¥à¤®à¤¾à¤¨ किया गया। à¤à¤²à¥à¤¯à¥à¤®à¤¿à¤¨à¥€ की निदेशक निशी पांडेय ने बà¥à¤•à¥‡ देकर सà¥à¤µà¤¾à¤—त किया।
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
लखनऊ मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ पà¥à¤·à¥à¤•à¤° सिंह धामी बà¥à¤§à¤µà¤¾à¤° को देर सायं लखनऊ विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ पहà¥à¤‚चे। लखनऊ विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ के à¤à¤²à¥à¤¯à¥‚मिनी दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ परिसर सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ मालवीय सà¤à¤¾à¤—ार में मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ का समà¥à¤®à¤¾à¤¨ किया गया। à¤à¤²à¥à¤¯à¥à¤®à¤¿à¤¨à¥€ की निदेशक निशी पांडेय ने बà¥à¤•à¥‡ देकर सà¥à¤µà¤¾à¤—त किया। इस अवसर पर मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ पà¥à¤·à¥à¤•à¤° सिंह धामी ने कहा कि लविवि के मालवीय सà¤à¤¾à¤—ार में समà¥à¤®à¥‡à¤²à¤¨ कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® में आना उनके लिठसौà¤à¤¾à¤—à¥à¤¯ की बात है। यहां आकर गà¥à¤°à¥à¤œà¤¨à¥‹à¤‚ का आशीरà¥à¤µà¤¾à¤¦ मिला। साथियों का सà¥à¤¨à¥‡à¤¹ मिला तथा सà¥à¤µà¤¾à¤—त से अà¤à¤¿à¤à¥‚त हैं। उनकी यहां आने की बहà¥à¤¤ इचà¥à¤›à¤¾ थी लेकिन नहीं आ सका। शायद à¤à¤—वान की इचà¥à¤›à¤¾ रही कि वे मà¥à¤–à¥à¤¯ सेवक होकर आपके बीच पहà¥à¤‚चू। बिना à¤à¤—वान की इचà¥à¤›à¤¾ के à¤à¤• पतà¥à¤¤à¤¾ à¤à¥€ नहीं हिलता। मेष से लेकर मीन राशि तक के जितने à¤à¥€ संगी साथी और नौजवान वहां मौजूद थे सबका उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने आà¤à¤¾à¤° जताया। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ अपने गांव से à¤à¥€ बहà¥à¤¤ लगाव है। अब à¤à¥€ मौका मिलता है गांव जाता हूं। लेकिन अब वà¥à¤¯à¤¸à¥à¤¤à¤¤à¤¾ इतनी हो गयी कि जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ समय नहीं मिल पाता। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने मधà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ के सीà¤à¤® का उलà¥à¤²à¥‡à¤– करते हà¥à¤ कहा कि कई साल पहले जब वे उनसे मिलने गये बहà¥à¤¤ आतà¥à¤®à¥€à¤¯à¤¤à¤¾ से मिले।गाड़ी में बैठाकर अपने साथ ले गà¤à¥¤ मैंने उनसे कहा कि आप पहले जैसे हैं बदले नहीं। उनसे उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ यह सीख मिली कि वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ को अपने वà¥à¤¯à¤µà¤¹à¤¾à¤° में बदलाव नहीं लाना चाहिà¤à¥¤ उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ में मंतà¥à¤°à¤¿à¤®à¤‚डल विसà¥à¤¤à¤¾à¤° में उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ मंतà¥à¤°à¥€ बनने की उमà¥à¤®à¥€à¤¦ थी लेकिन नहीं बन सका। तीरथ सिंह रावत मंतà¥à¤°à¤¿à¤®à¤‚डल का à¤à¥€ उलà¥à¤²à¥‡à¤– किया कि तब à¤à¥€ कà¥à¤› नहीं हà¥à¤†à¥¤à¤²à¥‡à¤•à¤¿à¤¨ अचानक समय ने करवट ली।तीरथ सिंह रावत की जगह सीà¤à¤® बनने की विधानमंडल दल की बैठक में पà¥à¤°à¤à¤¾à¤°à¥€ बनाठगठनरेनà¥à¤¦à¥à¤° सिंह तोमर की उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ में विधायक दल की बैठक में मेरा नाम तय कर दिया गया। वे संकोची सà¥à¤µà¤¾à¤à¤¾à¤µ के हैं, कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤®à¥‹à¤‚ में à¤à¥€ पीछे बैठते रहे हैं। मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ ने कहा यह à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾ में ही संà¤à¤µ है जो अपने कारà¥à¤¯à¤•à¤°à¥à¤¤à¤¾à¤“ं की कà¥à¤·à¤®à¤¤à¤¾ को जानती है जिमà¥à¤®à¥‡à¤¦à¤¾à¤°à¥€ देती है आगे बà¥à¤¾à¤¤à¥€ है। पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ नरेनà¥à¤¦à¥à¤° मोदी जी के मारà¥à¤—दरà¥à¤¶à¤¨ में उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड मों देवसà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ के कायाकलà¥à¤ª की योजनाà¤à¤‚ चल रहीं। दà¥à¤°à¥à¤—म सà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ में à¤à¥€ रेल आवागमन की सà¥à¤µà¤¿à¤§à¤¾à¥¤ उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि वे सैनिक के बेटे हैं, उनके परिवारों के कषà¥à¤Ÿà¥‹à¤‚-दà¥à¤–ों को जानते हैं। पहले सेना के परिवार वालों को यà¥à¤¦à¥à¤§ में तमाम शंकाठरहती थीं। लेकिन पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ मोदी ने सेना के परिवार वालों का संशय खतà¥à¤® किया।जवानों का समà¥à¤®à¤¾à¤¨ बà¥à¤¾à¤¯à¤¾ इस संबध में उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने गलवां घाटी की घटना का à¤à¥€ उलà¥à¤²à¥‡à¤– किया। मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ ने पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥€ यादों को à¤à¥€ साà¤à¤¾ किया, बसंती चाची की चाय और पपà¥à¤ªà¥‚ à¥à¤¾à¤¬à¥‡ के खाने को याद किया। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने यà¥à¤µà¤¾à¤“ं से कहा अचà¥à¤›à¤¾ कारà¥à¤¯ करने को कहा। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि साधारण लोग ही असाधारण कारà¥à¤¯ करते हैं।