संयà¥à¤•à¥à¤¤ राषà¥à¤Ÿà¥à¤° दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥‡à¤• वरà¥à¤· नवंबर माह के तीसरे रविवार को षà¥à¤¸à¥œà¤• यातायात पीड़ितों की सà¥à¤®à¥ƒà¤¤à¤¿ के लिठविशà¥à¤µ सà¥à¤®à¤°à¤£ दिवसषॠका आयोजन किया जाता है।
रिपोर्ट - आल नà¥à¤¯à¥‚ज़ à¤à¤¾à¤°à¤¤
ऋषिकेशठ21 नवमà¥à¤¬à¤°à¥¤ संयà¥à¤•à¥à¤¤ राषà¥à¤Ÿà¥à¤° दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥‡à¤• वरà¥à¤· नवंबर माह के तीसरे रविवार को षà¥à¤¸à¥œà¤• यातायात पीड़ितों की सà¥à¤®à¥ƒà¤¤à¤¿ के लिठविशà¥à¤µ सà¥à¤®à¤°à¤£ दिवसषॠका आयोजन किया जाता है। यह दिन सड़क दà¥à¤°à¥à¤˜à¤Ÿà¤¨à¤¾à¤“ं को कम करने के लिठकिठजा रहे वैशà¥à¤µà¤¿à¤• पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸à¥‹à¤‚ को साà¤à¤¾ करने तथा सड़क दà¥à¤°à¥à¤˜à¤Ÿà¤¨à¤¾à¤“ं के कारण होने वाले à¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤• और आरà¥à¤¥à¤¿à¤• तबाही की ओर सà¤à¥€ का धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ आकरà¥à¤·à¤¿à¤¤ करने व सड़क दà¥à¤°à¥à¤˜à¤Ÿà¤¨à¤¾ पीड़ितों की पीड़ा को पहचाननेठसहायता और बचाव सेवाओं के कारà¥à¤¯à¥‹ को बेहतर बनाने तथा सड़क यातायात दà¥à¤°à¥à¤˜à¤Ÿà¤¨à¤¾à¤“ं के पीड़ितों और उनके परिवारों को बेहतर सà¥à¤µà¤¿à¤§à¤¾ पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ करने हेतॠमनाया जाता है। परमारà¥à¤¥ निकेतन के अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ जी ने कहा कि जीवन में रफà¥à¤¤à¤¾à¤° के साथ सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¾ का धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ रखना अतà¥à¤¯à¤‚त आवशà¥à¤¯à¤• है। जीवन को सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¿à¤¤ करनेठपीड़ितों और उनके परिवारों की जिंदगी को वापस पटरी पर लाने और हालातों में सà¥à¤§à¤¾à¤° हेतॠसà¥à¤¦à¥ƒà¥ नीति की अतà¥à¤¯à¤‚त आवशà¥à¤¯à¤•à¤¤à¤¾ है। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ जी ने कहा कि पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ और मानव के बीच अटूट संबंध है परनà¥à¤¤à¥ मानव की बà¥à¤¤à¥€ जरूरतों के कारण पà¥à¤°à¤¦à¥‚षण बॠरहा है जिससे पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ का कोप à¤à¥€ बà¥à¤¤à¥‡ जा रहा है इससे कई दà¥à¤°à¥à¤˜à¤Ÿà¤¨à¤¾à¤¯à¤‚े à¤à¥€ हो रही है। पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ का कोप सारे कोपों से बà¥à¤•à¤° होता है। मनà¥à¤·à¥à¤¯ ने अपने आरà¥à¤¥à¤¿à¤• विकास और उनà¥à¤¨à¤¤à¤¿ के लिये परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ को इस हद तक बिगाड़ दिया कि अब वह और छेड़छाड़ बरà¥à¤¦à¤¾à¤¶à¥à¤¤ नहीं कर पा रहा है। आà¤à¤•à¥œà¥‡ बताते हैं कि पिछले दो दशकों में दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ à¤à¤° में आने वाली पà¥à¤°à¤¾à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• आपदाओं में चार गà¥à¤¨à¤¾ बà¥à¥‹à¤¤à¤°à¥€ हà¥à¤ˆ है और इससे à¤à¥€ अनेक जिदंगियाठतबाह हà¥à¤ˆ है। वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ समय में वैशà¥à¤µà¤¿à¤• सà¥à¤¤à¤° पर परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ असंतà¥à¤²à¤¨ के कारण अनेक समसà¥à¤¯à¤¾à¤à¤‚ उतà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ हो रही है। निरंतर पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ और पà¥à¤°à¤¾à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• संसाधनों का दोहन किया जा रहा है इसलिये मानव के असà¥à¤¤à¤¿à¤¤à¥à¤µ पर à¤à¥€ संकट गहरा रहा है परनà¥à¤¤à¥ ये सब समसà¥à¤¯à¤¾ है तो समाधान à¤à¥€ है इसके लिये सà¤à¥€ को जागरूक होकर सोचना होगा। मानव को अपने असà¥à¤¤à¤¿à¤¤à¥à¤µ को बचाने के लिये पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ के साथ à¤à¤¾à¤ˆà¤šà¤¾à¤°à¤¾ आपसी सौहारà¥à¤¦ नà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¥‹à¤šà¤¿à¤¤ वातावरण का निरà¥à¤®à¤¾à¤£ करना होगा तà¤à¥€ अपने असà¥à¤¤à¤¿à¤¤à¥à¤µ को बचा सकते हैं।