‘शहीद समà¥à¤®à¤¾à¤¨ यातà¥à¤°à¤¾â€˜ कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® के अवसर पर आज केंदà¥à¤°à¥€à¤¯ रकà¥à¤·à¤¾ राजà¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ मंतà¥à¤°à¥€ अजय à¤à¤Ÿà¥à¤Ÿ à¤à¤µà¤‚ पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ सैनिक कलà¥à¤¯à¤¾à¤£ मंतà¥à¤°à¥€ गणेश जोशी पौड़ी सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ गांधी मैदान पहà¥à¤‚चे।
रिपोर्ट - अंजना à¤à¤Ÿà¥à¤Ÿ घिलà¥à¤¡à¤¿à¤¯à¤¾à¤²
पौड़ी दिनांक 25 नवमà¥à¤¬à¤°, 2021‘शहीद समà¥à¤®à¤¾à¤¨ यातà¥à¤°à¤¾â€˜ कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® के अवसर पर आज केंदà¥à¤°à¥€à¤¯ रकà¥à¤·à¤¾ राजà¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ मंतà¥à¤°à¥€ अजय à¤à¤Ÿà¥à¤Ÿ à¤à¤µà¤‚ पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ सैनिक कलà¥à¤¯à¤¾à¤£ मंतà¥à¤°à¥€ गणेश जोशी पौड़ी सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ गांधी मैदान पहà¥à¤‚चे। शहीद समà¥à¤®à¤¾à¤¨ यातà¥à¤°à¤¾ के अवसर पर जनपद के शहीदों के आंगन से पवितà¥à¤° मिटà¥à¤Ÿà¥€ को 151 कलशों में à¤à¤•à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¤ कर पौड़ी लायी गयी, जिसे à¤à¤µà¥à¤¯ सैनà¥à¤¯à¤§à¤¾à¤® निरà¥à¤®à¤¾à¤£ के लिठदेहरादून ले जाया जायेगा। केंदà¥à¤°à¥€à¤¯ रकà¥à¤·à¤¾ राजà¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ मंतà¥à¤°à¥€ अजय à¤à¤Ÿà¥à¤Ÿ à¤à¤µà¤‚ पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ सैनिक कलà¥à¤¯à¤¾à¤£ मंतà¥à¤°à¥€ गणेश ने पवितà¥à¤° मिटà¥à¤Ÿà¥€ कलश के समà¥à¤®à¥à¤– दीप पà¥à¤°à¤œà¥à¤µà¤²à¤¿à¤¤ कर शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤‚जलि अरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ कर कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® का शà¥à¤à¤¾à¤°à¤‚ठकिया। आयोजित कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® में सà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥€à¤¯ विधायक मà¥à¤•à¥‡à¤¶ कोली, नगर पालिका अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· यशपाल बेनाम, जिलाधिकारी गà¥à¤µà¤¾à¤² डॉ विजय कà¥à¤®à¤¾à¤° जोगदणà¥à¤¡à¥‡, वरिषà¥à¤ पà¥à¤²à¤¿à¤¸ अधीकà¥à¤·à¤• पी. रेणà¥à¤•à¤¾ देवी, मेजर(से.नि.) करण सिंह सहित अनà¥à¤¯ गणमानà¥à¤¯à¥‹à¤‚ ने पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤à¤¾à¤— किया। गांधी मैदान नगर पालिका पौड़ी में आयोजित ‘शहीद समà¥à¤®à¤¾à¤¨ यातà¥à¤°à¤¾â€˜ कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® के अवसर पर आज शहीदों के परिजनों को तामà¥à¤°à¤ªà¤¤à¥à¤° व शॉल देकर समà¥à¤®à¤¾à¤¨à¤¿à¤¤ किया गया। कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® में परà¥à¤µà¤¤à¥€à¤¯ रंगमंच के कलाकारों ने रंगारंग पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤à¤¿ दी तथा छोटे बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ ने देश à¤à¤•à¥à¤¤à¤¿ गीत गाकर सà¤à¥€ को à¤à¤¾à¤µ विà¤à¥‹à¤° किया। इस अवसर पर केंदà¥à¤°à¥€à¤¯ रकà¥à¤·à¤¾ राजà¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ मंतà¥à¤°à¥€ अजय à¤à¤Ÿà¥à¤Ÿ ने कहा कि माननीय पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ नरेंदà¥à¤° मोदी के विचारों के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड में पांचवां धाम सैनà¥à¤¯ धाम को बनाया जा रहा है, जिसके लिठपà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ के शहीदों के आंगन की पवितà¥à¤° मिटà¥à¤Ÿà¥€ को à¤à¤•à¤¤à¥à¤° कर देहरादून ले जाया जाà¤à¤—ा। सैनà¥à¤¯ धाम में सà¤à¥€ शहीदों के नाम अंकित किये जाà¤à¤‚गें। देश की सीमाओं की रकà¥à¤·à¤¾ कैसे करनी है माननीय पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ के नेतृतà¥à¤µ में हमने जाना है। कहा कि यहां उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤ वीरांगनाà¤à¤‚ जिनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने अपने पति, बेटों को खोया है, आज निशà¥à¤šà¤¿à¤¤ तौर पर गौरवानà¥à¤µà¤¿à¤¤ महसूस कर रही होंगी। कहा कि शहीद किसी à¤à¤• का नहीं पूरे देश का है, इसी परिकलà¥à¤ªà¤¨à¤¾ को पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ मोदी जी ने जाना है। पहले सीमाओं पर वीर शहीद होते थे, लेकिन उनका पारà¥à¤¥à¤¿à¤µ शरीर घर नहीं आता था। अटल जी ने सैनिकों के समà¥à¤®à¤¾à¤¨ को जाना और कारगिल यà¥à¤¦à¥à¤§ के बाद सैनिकों के पारà¥à¤¥à¤¿à¤µ शरीर को ससमà¥à¤®à¤¾à¤¨ राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ धà¥à¤µà¤œ में घर लाया जाता है तथा पूरे सैनिक समà¥à¤®à¤¾à¤¨ के साथ अंतिम विदाई दी जाती है। जिस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° अमर जवान जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿ में सैनिकों के नाम दरà¥à¤œ हैं उसी पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° देहरादून में à¤à¥€ सैनà¥à¤¯à¤§à¤¾à¤® में पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ की शहीद सैनिकों के नाम दरà¥à¤œ किठजाà¤à¤‚गे और वहां शहीदों को पूजा जाà¤à¤—ा।