भारत के माननीय राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविन्द का शांतिकुंज-देसंविवि आगमन


भारत के माननीय राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविन्द २९ नवंबर को अखिल विश्व गायत्री परिवार के मुख्यालय में स्वर्ण जयंति वर्ष के अवसर पर शांतिकुंज व देसंविवि पधार रहे हैं। देव संस्कृति विश्वविद्यालय पहुंचने पर कुलाधिपति डॉ. प्रणव पण्ड्या, प्रतिकुलपति डॉ. चिन्मय पण्ड्या एवं कुलपति शरद पारधी द्वारा माननीय राष्ट्रपति महोदय का स्वागत अभिनन्दन किया जाएगा।

रिपोर्ट  - allnewsbharat.com

हरिद्वार, २८ नवंबर। भारत के माननीय राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविन्द २९ नवंबर को अखिल विश्व गायत्री परिवार के मुख्यालय में स्वर्ण जयंति वर्ष के अवसर पर शांतिकुंज व देसंविवि पधार रहे हैं। देव संस्कृति विश्वविद्यालय पहुंचने पर कुलाधिपति डॉ. प्रणव पण्ड्या, प्रतिकुलपति डॉ. चिन्मय पण्ड्या एवं कुलपति श्री शरद पारधी द्वारा माननीय राष्ट्रपति महोदय का स्वागत अभिनन्दन किया जाएगा। देव संस्कृति विश्वविद्यालय प्रांगण में स्थित प्रज्ञेश्वर महादेव मन्दिर में भगवान शिव की पूजा-अर्चना एवं आरती के पश्चात मृत्युंजय सभागार में देसंविवि के प्रमुख पदाधिकारियों एवं आचार्यों के साथ समूह छायाचित्र का कार्यक्रम संपन्न होगा। माननीय राष्ट्रपति द्वारा देसंविवि में स्थित एशिया के प्रथम बाल्टिक सांस्कृतिक अध्ययन केन्द्र का अवलोकन किया जाएगा। राष्ट्रपति महोदय द्वारा देसंविवि प्रांगण में स्मृति स्वरूप रुद्राक्ष का पौधा लगाया जाएगा। माननीय राष्ट्रपति देव संस्कृति विश्वविद्यालय भ्रमण कर यहां के मूल्यपरक शिक्षण, योग-आयुर्वेद, अनुसंधान, स्वावलंबन एवं विभिन्न रचनात्मक व शैक्षणिक गतिविधियों से अवगत होंगे। तत्पश्चात वे गायत्री तीर्थ शांतिकुंज पहुंचेंगे। वहां युगऋषि पं. श्रीराम शर्मा आचार्य एवं माता भगवती देवी शर्मा जी के पवित्र पावन कक्ष का दर्शन करेंगे, जिस स्थान पर युगऋषि ने विश्व मानवता के लिए साधना एवं साहित्य सृजन का महत्वपूर्ण कार्य संपन्न किया था। पूज्य गुरुदेव द्वारा १९२६ से प्रज्जवलित अखण्ड दीपक का दर्शन करेंगे जिस के समक्ष युगऋषि ने गायत्री महामंत्र के २४-२४ लाख के २४ महापुरश्चरण २४ साल तक अनवरत संपन्न किये। यह अखण्ड दीपक गायत्री परिजनों के श्रद्धा का केन्द्र है। शांतिकुंज आगमन पर गायत्री परिवार प्रमुखद्वय श्रद्धेय डॉ. प्रणव पण्ड्या एवं श्रद्धेया शैलदीदी द्वारा माननीय राष्ट्रपति शांतिकुंज स्वर्ण जयंति वर्ष में स्वागत अभिनंदन एवं भेंटवार्ता किया जाएगा।

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