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कोई भी लत छुड़ाने के लिए संपर्क करें - वैध दीपक कुमार


शराब की लत (ऐल्कॉहॉलिजम) के शिकार लोगों को जब तक शराब न मिले, तब तक वे बेचैन रहते हैं। ऐसे लोग नशे के सेवन से पहले असामान्य रहते हैं और उसे पाने के बाद खुद को सामान्य स्थिति में पाते हैं। यह स्थिति ऐसे लोगों को पूरी तरह बीमार बना देती है।

रिपोर्ट  - à¤µà¥ˆà¤§ दीपक कुमार

शराब की लत (ऐल्कॉहॉलिजम) के शिकार लोगों को जब तक शराब न मिले, तब तक वे बेचैन रहते हैं। ऐसे लोग नशे के सेवन से पहले असामान्य रहते हैं और उसे पाने के बाद खुद को सामान्य स्थिति में पाते हैं। यह स्थिति ऐसे लोगों को पूरी तरह बीमार बना देती है। शराब की लत एक लाइलाज बीमारी है। यह कई बहाने से शरीर में प्रवेश करती है और धीरे-धीरे जिंदगी को अपनी गिरफ्त में ले लेती है। जब यह हद से बढ़ जाती है तो मुक्ति पाने के लिए शराबी छटपटाने लगता है। शराब पीने की लत एक चतुर, शक्तिशाली और मायावी बीमारी है। इसकी गिरफ्त में आने वाला इसे पाने के लिए तरह-तरह के बहाने बनाता है। शराबी को जब इसकी तलब होती है तो वह झूठ बोलने, कसमें खाने से भी परहेज नहीं करता। वह इस लत के सामने खुद को कमजोर पाता है। *लत के लक्षण* अगर किसी शख्स में नीचे दिए गए लक्षण नजर आते हैं तो उसे शराब की लत हो सकती है। ये लक्षण व्यक्ति विशेष में अलग-अलग पाए जाते हैं। - घबराहट, बेचैनी, चिड़चिड़ापन, अति उत्सुकता।- गुस्सा आना, मूड में अचानक बदलाव। - तनाव, मानसिक थकावट। - फैसला लेने में कठिनाई। - याददाश्त कमजोर पड़ना। - नींद न आना। - सिर में तेज दर्द होना। - ज्यादा पसीना निकलना, खासकर हथेलियों और पैर के तलवे से। - जी मिचलाना और भूख कम लगना। - शरीर थरथराना और पलक झपकते रहना। - शरीर में ऐंठन और मरोड़ होना। *नशा है नाश की जड, नशे से बचने के उपाय* दोस्तों जनहित के लिऐ ये मेसेज सबको पढ़ाऐ, आपके प्रयास से किसीके लाल को जिंदगी मिल जाऐ दोस्तो हम जब नशीली चीज को छुते है सेवन करते है तो हमे बडा आनंद आता है. *शराब की लत होना.* *गुटखा -पान मसाला की लत* *बिडी - सिगारेट की लत होना.* जो लोग नशा करते है वो लोग नशा करते वक्त तो उन्हे बडा ही आनंद आता है. नशे मे खो जाते है किंतु इसके परिणाम मिलने पर हाथ -पांव कांपने लगे ऐसा सीन होता है. *तंबाकु-गुटखा पानमसाला की लत* दोस्तो जितना हो सके इतना जल्दी इस नशे को ही अलविदा करे. क्योकि नशा करते वक्त तो मजा आयेगा किंतु उसके परिणाम इतने कष्टदायी होते है मैने खुद अपनी आंखो से कई मरीजों को देखा है. पान -मसाला गुटखा का सेवन अगर आप कर रहे हो तो कभी भी कैंसर होना संभव है. शुक्राणु की संख्या भी कम हो सकती है. *बिडी- सिगरेट का व्यस* दोस्तो बिडी सिगरेट पीने से पैसे तो बरबाद होते ही है किंतु साथ साथ सबसे ज्यादा नुकसान हमारे फैफडे, किडनी , लिवर को होता है. कोई भी चीज का केंसर , टीबी , वगैरा जैसे धातक रोग हो सकते है. *दारु का व्यसन* दारु कै सैवन से हमारी किडनी , लिवर , फेफडे कमजोर हो जातै है कई बार फैल भी हो सकते है जिनका इलाज शायद कभी संभव ही ना हो ऐसी नौबत आ जाती है. आईऐ सब मिलकर कसम खाऐ नशे को कहेंगे अलविदा *नशा मुक्ति का ईलाज* *---------------------* इलायची 20 GMs सौंठ 20 GMs अजवाईन 20 GMs पिपलि 10 GMs सौंफ 50 GMs निंबु का रस 5. टिस्पुन सेंधा नमक. 10 GMs सभी चीजों को मिलाकर पिसकर मिक्स करले. और छोटी छोटी गोलिया थोडा पानी और बबुल का गोंद का पानी मिलाकर बना लीजिये. और 2-3 दिन तक धुप पर सुखाऐ. जब भी आपको नशा करनै का मन हो तब यै गोली मुंह मे रख दै. दिनमे 5-6 बार अगर आप इसको मुंह मे रखेंगे तो धीरे धीरे नशे की आदत कम होती जायेगी. *Vaid Deepak Kumar* *Adarsh Ayurvedic Pharmacy* *Kankhal Hardwar* *aapdeepak.hdr@gmail.com* *9897902760*

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