पतà¥à¤¤à¤¾à¤—ोà¤à¥€ कफ - पितà¥à¤¤à¤¨à¤¾à¤¶à¤•, वायà¥à¤µà¤°à¥à¤§à¤• व हà¥à¤°à¤¦à¤¯ के लिठहितकर है | यह हà¥à¤°à¤¦à¤¯ की कमजोरी, तà¥à¤µà¤šà¤¾à¤°à¥‹à¤—, अमà¥à¤²à¤ªà¤¿à¤¤à¥à¤¤, पाचन तथा मूतà¥à¤° संबंधी तकलीफों में लाà¤à¤¦à¤¾à¤¯à¥€ है | à¤à¥‹à¤œà¤¨ में इसका नियमित पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— वजन कम करने में बहà¥à¤¤ कारगर है |
रिपोर्ट -
पतà¥à¤¤à¤¾à¤—ोà¤à¥€ कफ - पितà¥à¤¤à¤¨à¤¾à¤¶à¤•, वायà¥à¤µà¤°à¥à¤§à¤• व हà¥à¤°à¤¦à¤¯ के लिठहितकर है | यह हà¥à¤°à¤¦à¤¯ की कमजोरी, तà¥à¤µà¤šà¤¾à¤°à¥‹à¤—, अमà¥à¤²à¤ªà¤¿à¤¤à¥à¤¤, पाचन तथा मूतà¥à¤° संबंधी तकलीफों में लाà¤à¤¦à¤¾à¤¯à¥€ है | à¤à¥‹à¤œà¤¨ में इसका नियमित पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— वजन कम करने में बहà¥à¤¤ कारगर है | विटामिन ‘सी’ व सलà¥à¤«à¤° पà¥à¤°à¤šà¥à¤° मातà¥à¤°à¤¾ में होने से यह रोगपà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤°à¥‹à¤§à¤• तंतà¥à¤° को मजबूत बनाती है | रेशे अधिक मातà¥à¤°à¤¾ में होने से यह कबà¥à¤œà¤¿à¤¯à¤¤ में बहà¥à¤¤ उपयोगी है | सलाद के रूप में पतà¥à¤¤à¤¾à¤—ोà¤à¥€ को पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¦à¤¿à¤¨ कचà¥à¤šà¤¾ खाने से पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥‡ कबà¥à¤œ से à¤à¥€ छà¥à¤Ÿà¤•à¤¾à¤°à¤¾ मिलता है | पाचनतंतà¥à¤° की अनà¥à¤¯ समसà¥à¤¯à¤¾à¤“ं में à¤à¥€ यह लाà¤à¤•à¤¾à¤°à¥€ है | पतà¥à¤¤à¤¾à¤—ोà¤à¥€ में à¤à¤• à¤à¤¸à¤¾ कà¥à¤·à¤¾à¤° – ततà¥à¤¤à¥à¤µ है जो कारà¥à¤¬à¥‹à¤¹à¤¾à¤‡à¤¡à¥à¤°à¥‡à¤Ÿ और शरà¥à¤•à¤°à¤¾ को वसा में बदलने से रोकता है | इसलिठइसके पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— से मोटापे से बचाव होता है | यह रकà¥à¤¤à¤¾à¤²à¥à¤ªà¤¤à¤¾ में लाà¤à¤¦à¤¾à¤¯à¥€ à¤à¤µà¤‚ रकà¥à¤¤à¤¶à¥‹à¤§à¤• à¤à¥€ है | *पतà¥à¤¤à¤¾à¤—ोà¤à¥€ के फायदे* 1. यह सबà¥à¤œà¥€ तंतà¥à¤°à¤¿à¤•à¤¾ – तंतà¥à¤° व मसà¥à¤¤à¤¿à¤·à¥à¤• को कà¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾à¤¶à¥€à¤² बनाती है | कैंसर को रोकती है व ठीक करने में मदद करती है | 2. हडà¥à¤¡à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के कà¥à¤·à¤¯ व उचà¥à¤š रकà¥à¤¤à¤šà¤¾à¤ª से बचाती है | तà¥à¤µà¤šà¤¾ व आà¤à¤–ों को सà¥à¤µà¤¸à¥à¤¥ रखती है | 3. 50 गà¥à¤°à¤¾à¤® पतà¥à¤¤à¤¾à¤—ोà¤à¥€ पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¦à¤¿à¤¨ चबाकर खाने से बालों की तेजी से वृदà¥à¤§à¤¿ होती है व बाल टूटने बंद हो जाते हैं | 4. इसके निरंतर उपयोग से शरीर में संचित विषाकà¥à¤¤ पदारà¥à¤¥à¥‹ को बाहर निकालने में मदद मिलती है | कà¥à¤› दिनों तक इसकी सबà¥à¤œà¥€ खाने से अनिदà¥à¤°à¤¾ में लाठहोता है | 5. 1 कप पतà¥à¤¤à¤¾à¤—ोà¤à¥€ के रस में 1 चमà¥à¤®à¤š शहद व चौथाई चमà¥à¤®à¤š जीरा – चूरà¥à¤£ मिलाकर पà¥à¤°à¤¾à¤¤: पीने से हà¥à¤°à¤¦à¤¯ की दà¥à¤°à¥à¤¬à¤²à¤¤à¤¾ के कारण सीà¥à¤¿à¤¯à¤¾à¤ चà¥à¤¤à¥‡ समय दम फूलना, धडकन तेज होना, छाती में दरà¥à¤¦ होना, à¤à¤¾à¤°à¥€à¤ªà¤¨ लगना आदि में फायदा होता है | à¤à¤•â€“दो महीने तक यह पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— करें | 6. पायरिया में गोà¤à¥€ के रस से कà¥à¤²à¥à¤²à¤¾ करके दाà¤à¤¤ व मसूड़ों पर तिल के तेल से मालिश करने से लाठहोता है | 7. पतà¥à¤¤à¤¾à¤—ोà¤à¥€ का 100 गà¥à¤°à¤¾à¤® रस 2–3 बार पीने से पेट के अलà¥à¤¸à¤° से उतà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ दरà¥à¤¦ शीघà¥à¤° नषà¥à¤Ÿ होता है | अलà¥à¤¸à¤° का घाव à¤à¤°à¤¨à¥‡ में à¤à¥€ मदद मिलती है | 8. पाचनशकà¥à¤¤à¤¿ कमजोर होने से शरीर का à¤à¤¾à¤° घटता जा रहा हो तो इसके रस में गाजर का रस मिलाकर पियें | इससे यकृत ( लीवर ) व आà¤à¤¤à¥‹à¤‚ को बल मिलता है | शरीर को शà¥à¤¦à¥à¤§ करने की पà¥à¤°à¤•à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ बड़ी तेजी से होती है | *सावधानी :* 1. पतà¥à¤¤à¤¾à¤—ोà¤à¥€ की सबà¥à¤œà¥€ अधिक मातà¥à¤°à¤¾ में खाने से गà¥à¤°à¥à¤¦à¥‡ (किडनी) के रोगियों को मà¥à¤¤à¥à¤°à¤¾à¤µà¤°à¥‹à¤§ होता है | 2. अधिक सेवन से पेट में à¤à¤¾à¤°à¥€à¤ªà¤¨ लगे तो à¤à¥‹à¤œà¤¨ के बाद थोड़ी सी अजवायन व सौंफ खायें | 3. सबà¥à¤œà¥€ बनाते समय हींग का छौंक लगाने से सेवन के बाद वायॠकी तकलीफ नहीं होती | *Vaid Deepak Kumar* *Adarsh Ayurvedic Pharmacy* *Kankhal Hardwar* *aapdeepak.hdr@gmail.com* *9897902760*