पतंजलि अनà¥à¤¸à¤‚धान संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ के लगà¤à¤— 150 वैजà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤¿à¤•à¥‹à¤‚ के अथक पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸ से à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ किसान तथा कृषि संबंधी समसà¥à¤¯à¤¾à¤“ं के निसà¥à¤¤à¤¾à¤°à¤£ हेतॠà¤à¤• वà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤• योजना तैयार की गई है जिसे ‘नव हरित कà¥à¤°à¤¾à¤‚ति-à¤à¤¨ à¤à¤—à¥à¤°à¥‹ विजन’ पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• में संकलित किया गया है।
रिपोर्ट - आल नà¥à¤¯à¥‚ज à¤à¤¾à¤°à¤¤
हरिदà¥à¤µà¤¾à¤°, 19 दिसमà¥à¤¬à¤°à¥¤ सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ रामदेव महाराज के दिशानिरà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¤¨ तथा आचारà¥à¤¯ बालकृषà¥à¤£ महाराज के नेतृतà¥à¤µ में पतंजलि अनà¥à¤¸à¤‚धान संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ के लगà¤à¤— 150 वैजà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤¿à¤•à¥‹à¤‚ के अथक पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸ से à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ किसान तथा कृषि संबंधी समसà¥à¤¯à¤¾à¤“ं के निसà¥à¤¤à¤¾à¤°à¤£ हेतॠà¤à¤• वà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤• योजना तैयार की गई है जिसे ‘नव हरित कà¥à¤°à¤¾à¤‚ति-à¤à¤¨ à¤à¤—à¥à¤°à¥‹ विजन’ पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• में संकलित किया गया है। आज आचारà¥à¤¯ महाराज की अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤·à¤¤à¤¾ में à¤à¤• ऑनलाईन व ऑफ-लाईन गोल मेज चरà¥à¤šà¤¾ का आयोजन किया गया जिसमें इस अदà¥à¤à¥à¤¤ संकलन के माधà¥à¤¯à¤® से कृषि से जà¥à¥œà¥€ बà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾à¤¦à¥€ समसà¥à¤¯à¤¾à¤“ं के निसà¥à¤¤à¤¾à¤°à¤£, कृषि को सरल बनाने व किसानों की आय में अà¤à¤¿à¤µà¥ƒà¤¦à¥à¤§à¤¿ हेतॠà¤à¤¾à¤µà¥€ योजनाओं पर विचार किया गया। कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® में सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ ने कहा कि पतंजलि की किसान समृदà¥à¤§à¤¿ के तहत à¤à¤¾à¤µà¥€ योजनाà¤à¤ हैं। जैविक कृषि पà¥à¤°à¤¶à¤¿à¤•à¥à¤·à¤£ से लेकर जैविक खाद, उचà¥à¤š गà¥à¤£à¤µà¤¤à¥à¤¤à¤¾à¤¯à¥à¤•à¥à¤¤ बीज व उरà¥à¤µà¤°à¤• नà¥à¤¯à¥‚न मूलà¥à¤¯ पर किसानों को सà¥à¤²à¤ कराठहैं। अब तकनीकि कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° में à¤à¥€ पतंजलि ने किसानों को सहायता करने के लिठआधà¥à¤¨à¤¿à¤• à¤à¤ª डेवलप किठहैं जिनकी सहायता से à¤à¥‚मि की जीयो-मैपिंग, जीयो फैंसिंग तथा मौसम का पूरà¥à¤µà¤¾à¤¨à¥à¤®à¤¾à¤¨ जैसी बà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾à¤¦à¥€ जानकारियाठआसानी से सà¥à¤²à¤ हो सकेंगी। संगोषà¥à¤ ी में पूजà¥à¤¯ आचारà¥à¤¯ जी महाराज ने कहा कि पतंजलि का उदà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¥à¤¯ किसानों की आय में अà¤à¤¿à¤µà¥ƒà¤¦à¥à¤§à¤¿ करना, कृषि संबंधी डिजीटल सॉलà¥à¤¯à¥‚शनà¥à¤¸ तथा सरकार की सà¤à¥€ योजनाओं का लाठदेश के अंतिम किसान तक पहà¥à¤à¤šà¤¾à¤¨à¤¾ है। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि इसी उदà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¥à¤¯ से विगत à¤à¤• दशक से पतंजलि अनà¥à¤¸à¤‚धान संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ के माधà¥à¤¯à¤® से सैकड़ों वैजà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤¿à¤•à¥‹à¤‚ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ जो विजन डाकà¥à¤¯à¥‚मेंट तैयार किया गया है। इसको लेकर देश के पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤·à¥à¤ ित कृषि वैजà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤¿à¤•à¥‹à¤‚, विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ कृषि विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯à¥‹à¤‚ के कà¥à¤²à¤ªà¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ à¤à¤µà¤‚ देश के विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ कृषि संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ से जà¥à¥œà¥‡ लोगों का मानना है कि यह विजन जितना जलà¥à¤¦ वà¥à¤¯à¤µà¤¹à¤¾à¤°à¤¿à¤• रूप लेगा उतना ही जलà¥à¤¦ देश का किसान समृदà¥à¤§à¤¿ की राह पर होगा। आचारà¥à¤¯ जी ने कहा कि पतंजलि ने किसान और सरकार के बीच की दूरी को समापà¥à¤¤ करने का कारà¥à¤¯ किया है। नव हरित कà¥à¤°à¤¾à¤‚ति-à¤à¤¨ à¤à¤—à¥à¤°à¥‹ विजन को वà¥à¤¯à¤µà¤¹à¤¾à¤°à¤¿à¤• रूप धरातल पर उतारा जाता है तो निशà¥à¤šà¤¿à¤¤ रूप से इसका लाठकिसानों को मिलेगा। इस à¤à¤—à¥à¤°à¥‹ विजन के माधà¥à¤¯à¤® से माननीय पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ महोदय के मृदा परीकà¥à¤·à¤£, कृषि के डिजिटलाइजेशन तथा पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ किसान योजना से किसानों को सहयोग की मà¥à¤¹à¤¿à¤® आदि बिनà¥à¤¦à¥à¤“ं को वà¥à¤¯à¤µà¤¹à¤¾à¤°à¤¿à¤• रूप से लागू किया जा सकता है। गोषà¥à¤ ी में कृषि सहयोग à¤à¤µà¤‚ किसान कलà¥à¤¯à¤¾à¤£ विà¤à¤¾à¤— के सचिव तथा à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ कृषि अनà¥à¤¸à¤‚धान परिषद के महानिदेशक डॉ. तà¥à¤°à¤¿à¤²à¥‹à¤šà¤¨ महापातà¥à¤°à¤¾ ने विशिषà¥à¤Ÿ अतिथि के रूप में ऑनलाईन रूप से à¤à¤¾à¤— लिया। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने पतंजलि के पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸à¥‹à¤‚ की सराहना करते हà¥à¤ कहा कि पतंजलि कृषि के कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° में नवकà¥à¤°à¤¾à¤‚ति का सूतà¥à¤°à¤ªà¤¾à¤¤ कर रहा है। पतंजलि के पास मजबूत इंफà¥à¤°à¤¾à¤¸à¥à¤Ÿà¥à¤°à¤•à¥à¤šà¤°, कृषि वैजà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤¿à¤•à¥‹à¤‚ की सशकà¥à¤¤ टीम तथा किसानों के लिठकà¥à¤› कर दिखाने का जजà¥à¤¬à¤¾ है। कृषि के कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° में पतंजलि की à¤à¤¾à¤µà¥€ योजनाà¤à¤ सराहनीय हैं। कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® में नीति आयोग के सदसà¥à¤¯ पà¥à¤°à¥‹. रमेश चनà¥à¤¦ ने कहा कि नीति आयोग ने इतना कारà¥à¤¯ नहीं किया जितना आपने इस पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• के माधà¥à¤¯à¤® से कर दिया है। यह मातà¥à¤° à¤à¤• किताब नहीं पूरा इनà¥à¤¸à¤¾à¤‡à¤•à¥à¤²à¥‹à¤ªà¥€à¤¡à¤¿à¤¯à¤¾ है। इसमें कृषि की वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿, कृषि संबंधी परेशानियाà¤, उनका तकनीकि निदान आदि का समावेश है। पतंजलि ने कृषि संबंधी सà¤à¥€ समसà¥à¤¯à¤¾à¤“ं के निवारण के लिठà¤à¤• बà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾à¤¦à¥€ ढांचा तैयार कर दिया है। यह संà¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾à¤à¤ तलाशने वाला नहीं अपितॠसंà¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾à¤à¤ कà¥à¤°à¤¿à¤à¤Ÿ करने वाला डाकà¥à¤¯à¥‚मेंट है। मैं आपका à¤à¤®à¥à¤¬à¥‡à¤¸à¥‡à¤¡à¤° बनकर सà¤à¥€ मंतà¥à¤°à¤²à¤¯à¥‹à¤‚ से कहूà¤à¤—ा कि इस à¤à¤ªà¤²à¥€à¤•à¥‡à¤¶à¤¨ का उपयोग आप डिपारà¥à¤Ÿà¤®à¥‡à¤‚ट ऑफ लैंड रिकारà¥à¤¡ तथा डिपारà¥à¤Ÿà¤®à¥‡à¤‚ट ऑफ à¤à¤—à¥à¤°à¥€à¤•à¤²à¥à¤šà¤° में करें। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि कृषि में आगामी कà¥à¤°à¤¾à¤‚ति नॉन à¤à¤—à¥à¤°à¥€à¤•à¤²à¥à¤šà¤° साइंस के माधà¥à¤¯à¤® से होगी जिसमें तकनीक का à¤à¤°à¤ªà¥‚र योगदान होगा। पतंजलि वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ समय में इसी ओर अगà¥à¤°à¤¸à¤° है। कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® की अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤·à¤¤à¤¾ मà¥à¤–à¥à¤¯ अतिथि के रूप में पधारे जी.बी. पंत कृषि à¤à¤µà¤‚ तकनीकि विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ के कà¥à¤²à¤ªà¤¤à¤¿ डॉ. तेज पà¥à¤°à¤¤à¤¾à¤ª ने किया ने कहा कि मेरा आचारà¥à¤¯ जी यह आगà¥à¤°à¤¹ था कि आपने जो यह अदà¥à¤µà¤¿à¤¤à¥€à¤¯ कारà¥à¤¯ किया है उस पर कृषि विशेषजà¥à¤žà¥‹à¤‚ से à¤à¤• चरà¥à¤šà¤¾ करनी चाहिठजिससे à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯ की योजनाओं पर कारà¥à¤¯ किया जा सके। कृषि नीति विशेषजà¥à¤ž शà¥à¤°à¥€ देवेनà¥à¤¦à¥à¤° शरà¥à¤®à¤¾ ने कहा कि आपने हमें à¤à¤• मारà¥à¤—दरà¥à¤¶à¤¨ दिया है। आपका डाकà¥à¤¯à¥‚मेंटेशन बहà¥à¤¤ वà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤• à¤à¤µà¤‚ महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ है। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने किसान की आय बà¥à¤¾à¤¨à¥‡ तथा कृषि संबंधी जà¥à¤µà¤²à¤‚त मà¥à¤¦à¥à¤¦à¥‹à¤‚ पर सà¤à¤¾ का धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ आकरà¥à¤·à¤¿à¤¤ किया। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि पतंजलि ने देश को à¤à¤• विकलà¥à¤ª दिया है। पतंजलि ने जैविक कृषि पर जोर दिया। आज पूरा विशà¥à¤µ जैविक कृषि का पकà¥à¤·à¤§à¤° है। किसानों की दशा सà¥à¤§à¤¾à¤°à¤¨à¥‡ के लिठकिसी को नेतृतà¥à¤µ देना होगा और इसमें पतंजलि सकà¥à¤·à¤® है। कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® में पतंजलि की ओर से शà¥à¤°à¥€ कविनà¥à¤¦à¤° सिंह ने बी-à¤à¤—à¥à¤°à¥‹à¤®à¤¨à¥€ पर à¤à¤• पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤à¤¿à¤•à¤°à¤£ दिया। डॉ. वेदपà¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ आरà¥à¤¯à¤¾ ने नव-कà¥à¤°à¤¾à¤‚ति: à¤à¤¨ à¤à¤—à¥à¤°à¥‹ विजन की समà¥à¤ªà¥‚रà¥à¤£ पृषà¥à¤ à¤à¥‚मि को उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤ महानà¥à¤à¤¾à¤µà¥‹à¤‚ के बीच रखा। कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® में इंटरनेशनल कà¥à¤°à¥‰à¤ª रिसरà¥à¤š इंसà¥à¤Ÿà¥€à¤Ÿà¥à¤¯à¥‚ट फॉर सेमी-à¤à¤°à¤¿à¤¡ टà¥à¤°à¥‹à¤ªà¤¿à¤•à¥à¤¸ (ICRISAT) के पूरà¥à¤µ कà¥à¤²à¤ªà¤¤à¤¿ डॉ. à¤à¤š.सी. शरà¥à¤®à¤¾, कृषि अरà¥à¤¥à¤¶à¤¾à¤¸à¥à¤¤à¥à¤°à¥€ व अंतरà¥à¤°à¤¾à¤·à¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ खादà¥à¤¯ नीति अनà¥à¤¸à¤‚धान संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ (IFPRI) के पूरà¥à¤µ चीफ डॉ. पी.के. जोशी, à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ मृदा विजà¥à¤žà¤¾à¤¨ संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ (IISS) के पूरà¥à¤µ निदेशक तथा पà¥à¤°à¤¾à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• संसाधन पà¥à¤°à¤¬à¤‚धन विशेषजà¥à¤ž (NRM Expert) डॉ. सी.à¤à¤². आचारà¥à¤¯, NIAEP के निदेशक डॉ. सà¥à¤°à¥‡à¤¶ पॉल, गà¥à¤°à¥‰à¤«à¤¿à¤• à¤à¤°à¤¾ हिल विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ के कà¥à¤²à¤ªà¤¤à¤¿ डॉ. जय कà¥à¤®à¤¾à¤°, सेंटर फॉर ससà¥à¤Ÿà¥‡à¤¨à¥‡à¤¬à¤² à¤à¤—à¥à¤°à¥€à¤•à¤²à¥à¤šà¤° के पूरà¥à¤µ अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· डॉ. जी.वी. रामानà¥à¤œà¤¨à¥à¤¯à¥à¤²à¥, करà¥à¤¨à¤¾à¤Ÿà¤• à¤à¤—à¥à¤°à¥€à¤•à¤²à¥à¤šà¤° पà¥à¤°à¤¾à¤‡à¤¸ कमीशन के पूरà¥à¤µ अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· डॉ. टी.à¤à¤¨. पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ कामà¥à¤®à¤¾à¤°à¤¡à¥€, à¤à¤• गाà¤à¤µ के मà¥à¤–à¥à¤¯ कारà¥à¤¯à¤•à¤¾à¤°à¥€ अधिकारी डॉ. विजय पà¥à¤°à¤¤à¤¾à¤ª सिंह आदितà¥à¤¯ आदि कृषि विशेषजà¥à¤žà¥‹à¤‚ ने अपने विचार पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤ किà¤à¥¤