नई नीति में इस बात पर विशेष रूप से जोर दिया गया है कि वरà¥à¤· 2030 तक à¤à¤¾à¤°à¤¤ के सà¤à¥€ विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯, उचà¥à¤š शिकà¥à¤·à¤£ संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ और समककà¥à¤· संसà¥à¤¥à¤¾à¤à¤‚ मलà¥à¤Ÿà¥€à¤¡à¤¿à¤¸à¥€à¤ªà¥à¤²à¤¿à¤¨à¤°à¥€ इंसà¥à¤Ÿà¤¿à¤Ÿà¥à¤¯à¥‚ट में परिवरà¥à¤¤à¤¿à¤¤ किठजाà¤à¤‚गे। इसके अलावा वरà¥à¤· 2035 तक उचà¥à¤š शिकà¥à¤·à¤¾ में मौजूदा नामांकन को लगà¤à¤— दोगà¥à¤¨à¤¾ करते हà¥à¤ 50 फीसद के सà¥à¤¤à¤° तक किया जाना है।
रिपोर्ट - सà¥à¤¶à¥€à¤² उपाधà¥à¤¯à¤¾à¤¯
नई शिकà¥à¤·à¤¾ नीति-5 नई राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ शिकà¥à¤·à¤¾ नीति का बिंदॠसंखà¥à¤¯à¤¾ 9.2 उचà¥à¤š शिकà¥à¤·à¤¾ पà¥à¤°à¤£à¤¾à¤²à¥€ की समसà¥à¤¯à¤¾à¤“ं की तरफ इशारा करता है। इसमें उचà¥à¤š शिकà¥à¤·à¤¾ संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ में गवरà¥à¤¨à¥‡à¤‚स और नेतृतà¥à¤µ कà¥à¤·à¤®à¤¤à¤¾ के अà¤à¤¾à¤µ को à¤à¤• समसà¥à¤¯à¤¾ के रूप में चिनà¥à¤¹à¤¿à¤¤ किया गया है। इस नीति में गवरà¥à¤¨à¥‡à¤‚स और नेतृतà¥à¤µ की कà¥à¤·à¤®à¤¤à¤¾ विकसित करने के लिठकà¥à¤› वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾à¤“ं का à¤à¥€ उलà¥à¤²à¥‡à¤– किया गया है। जब सकà¥à¤·à¤® नेतृतà¥à¤µ का सवाल आता है तो यह बात सà¥à¤µà¤¾à¤à¤¾à¤µà¤¿à¤• रूप से उठती है कि जिन लोगों को à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯ में उचà¥à¤š शिकà¥à¤·à¤¾ के कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° में लीडरशिप पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ करनी है, उनके सेलेकà¥à¤¶à¤¨ की पà¥à¤°à¤•à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ कà¥à¤¯à¤¾ हो? à¤à¤¾à¤°à¤¤ में अखिल à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ à¤à¤µà¤‚ केंदà¥à¤°à¥€à¤¯ सà¥à¤¤à¤° की कई चयन पà¥à¤°à¤•à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ हैं, जो संघ लोक सेवा आयोग के माधà¥à¤¯à¤® से संपनà¥à¤¨ होती हैं। कà¥à¤¯à¤¾ à¤à¤¸à¥€ ही कोई वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ उचà¥à¤š शिकà¥à¤·à¤£ संसà¥à¤¥à¤¾à¤“ं के लिठà¤à¥€ की जा सकती है, जिसमें उचà¥à¤š सà¥à¤¤à¤°à¥€à¤¯ पदों का चयन केंदà¥à¤°à¥€à¤¯ सà¥à¤¤à¤° पर पारदरà¥à¤¶à¥€ वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ के जरिठकिया जा सके ? कà¥à¤› लोग यहां पर उचà¥à¤š शिकà¥à¤·à¤£ संसà¥à¤¥à¤¾à¤“ं की सà¥à¤µà¤¾à¤¯à¤¤à¥à¤¤à¤¤à¤¾ का पà¥à¤°à¤¶à¥à¤¨ उठाà¤à¤‚गे, लेकिन वà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤¹à¤¾à¤°à¤¿à¤• रूप से देखें तो अखिल à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ सà¥à¤¤à¤° पर केंदà¥à¤°à¥€à¤¯à¤•à¥ƒà¤¤ वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ से चयन किठजाने पर उचà¥à¤š शिकà¥à¤·à¤£ संसà¥à¤¥à¤¾à¤“ं की सà¥à¤µà¤¾à¤¯à¤¤à¥à¤¤à¤¤à¤¾ पर सीधे तौर पर कोई नकारातà¥à¤®à¤• पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µ पढ़ने की सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ नहीं दिखती है। नई नीति में इस बात पर विशेष रूप से जोर दिया गया है कि वरà¥à¤· 2030 तक à¤à¤¾à¤°à¤¤ के सà¤à¥€ विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯, उचà¥à¤š शिकà¥à¤·à¤£ संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ और समककà¥à¤· संसà¥à¤¥à¤¾à¤à¤‚ मलà¥à¤Ÿà¥€à¤¡à¤¿à¤¸à¥€à¤ªà¥à¤²à¤¿à¤¨à¤°à¥€ इंसà¥à¤Ÿà¤¿à¤Ÿà¥à¤¯à¥‚ट में परिवरà¥à¤¤à¤¿à¤¤ किठजाà¤à¤‚गे। इसके अलावा वरà¥à¤· 2035 तक उचà¥à¤š शिकà¥à¤·à¤¾ में मौजूदा नामांकन को लगà¤à¤— दोगà¥à¤¨à¤¾ करते हà¥à¤ 50 फीसद के सà¥à¤¤à¤° तक किया जाना है। इस दृषà¥à¤Ÿà¤¿ से न केवल शिकà¥à¤·à¤•à¥‹à¤‚, बलà¥à¤•à¤¿ उचà¥à¤š शिकà¥à¤·à¤£ संसà¥à¤¥à¤¾à¤“ं को लीड करने वाले लोगों की जरूरत में à¤à¥€ उलà¥à¤²à¥‡à¤–नीय बढ़ोतरी होगी। à¤à¤¸à¥‡ में चयन पà¥à¤°à¤•à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ में बदलाव न किया गया तो गà¥à¤£à¤µà¤¤à¥à¤¤à¤¾ का मà¥à¤¦à¥à¤¦à¤¾ पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥‡ ढरà¥à¤°à¥‡ में ही फà¤à¤¸à¤¾ रहेगा। इस समय कà¥à¤²à¤ªà¤¤à¤¿, निदेशक, पà¥à¤°à¤¾à¤šà¤¾à¤°à¥à¤¯ और पà¥à¤°à¥‹à¤«à¥‡à¤¸à¤° आदि पदों की चयन à¤à¤µà¤‚ नियà¥à¤•à¥à¤¤à¤¿ पà¥à¤°à¤•à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ बहà¥à¤¤ बिखरी हà¥à¤ˆ है। इसे वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¿à¤¤ रूप में लाने के लिठयह जरूरी है कि उचà¥à¤š शिकà¥à¤·à¤¾ की पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¤¾à¤µà¤¿à¤¤ नियामक संसà¥à¤¥à¤¾, जो कि यूजीसी का सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ लेगी, के माधà¥à¤¯à¤® से सà¥à¤µà¤¿à¤šà¤¾à¤°à¤¿à¤¤ चयन पà¥à¤°à¤•à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ निरà¥à¤§à¤¾à¤°à¤¿à¤¤ की जाà¤à¥¤ वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ में à¤à¤¾à¤°à¤¤ में सà¤à¥€ शà¥à¤°à¥‡à¤£à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के लगà¤à¤— 1100 विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ हैं, जिनमें 3 अथवा 5 साल के कारà¥à¤¯à¤•à¤¾à¤² के लिठकà¥à¤²à¤ªà¤¤à¤¿ का चयन किया जाता है। कारà¥à¤¯à¤•à¤¾à¤² पूरा करके सेवानिवृतà¥à¤¤ होने के वारà¥à¤·à¤¿à¤• औसत के आधार पर देखें तो पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤µà¤°à¥à¤· लगà¤à¤— 300 नठकà¥à¤²à¤ªà¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ की आवशà¥à¤¯à¤•à¤¤à¤¾ है। इसी पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° 48 हजार कॉलेजों के पà¥à¤°à¤¾à¤šà¤¾à¤°à¥à¤¯ पद के लिठपà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤µà¤°à¥à¤· लगà¤à¤— 10 हजार नठलोगों की जरूरत होगी। गौरतलब है कि यूजीसी दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ पà¥à¤°à¤¾à¤šà¤¾à¤°à¥à¤¯ पद का कारà¥à¤¯à¤•à¤¾à¤² 5 वरà¥à¤· निरà¥à¤§à¤¾à¤°à¤¿à¤¤ किया गया है। अखिल à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ उचà¥à¤š शिकà¥à¤·à¤¾ सरà¥à¤µà¥‡ की गत वरà¥à¤· (2019-20) की रिपोरà¥à¤Ÿ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° देश में करीब 15 लाख शिकà¥à¤·à¤• उचà¥à¤š शिकà¥à¤·à¤£ संसà¥à¤¥à¤¾à¤“ं में कारà¥à¤¯ कर रहे हैं। इनमें फà¥à¤² पà¥à¤°à¥‹à¤«à¥‡à¤¸à¤°à¥‹à¤‚ की संखà¥à¤¯à¤¾ 2 लाख के लगà¤à¤— है। यदि पà¥à¤°à¥‹à¤«à¥‡à¤¸à¤° के रूप में औसत कारà¥à¤¯à¤•à¤¾à¤² 20 वरà¥à¤· मान लिया जाठतो पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤µà¤°à¥à¤· 10 हजार नठपà¥à¤°à¥‹à¤«à¥‡à¤¸à¤°à¥‹à¤‚ की जरूरत होगी। चूंकि इन सà¤à¥€ पदों के लिठविशेष योगà¥à¤¯à¤¤à¤¾ निरà¥à¤§à¤¾à¤°à¤¿à¤¤ है तो à¤à¤¸à¤¾ बिलà¥à¤•à¥à¤² नहीं होगा कि इनके लिठलाखों आवेदन आ जाà¤à¤‚ और चयन करना समà¥à¤à¤µ न हो पाà¤à¥¤ इन सà¤à¥€ पदों पर सीधे साकà¥à¤·à¤¾à¤¤à¥à¤•à¤¾à¤° के जरिये चयन होना है इसलिठकिसी à¤à¥€ à¤à¤œà¥‡à¤‚सी के लिठइस कारà¥à¤¯ को संà¤à¤¾à¤²à¤¨à¤¾ जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ मà¥à¤¶à¥à¤•à¤¿à¤² नहीं होगा। यह सही है कि उचà¥à¤š शिकà¥à¤·à¤¾ के इतने बड़े ढांचे में सà¤à¥€ पदों पर किसी à¤à¤• केंदà¥à¤°à¥€à¤¯ à¤à¤œà¥‡à¤‚सी दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ सीधे नियà¥à¤•à¥à¤¤à¤¿ किया जाना न आसान होगा और न ही वà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤¹à¤¾à¤°à¤¿à¤• होगा। इसलिठसहायक पà¥à¤°à¥‹à¤«à¥‡à¤¸à¤° और सह-पà¥à¤°à¥‹à¤«à¥‡à¤¸à¤° के पदों को छोड़कर केवल पà¥à¤°à¥‹à¤«à¥‡à¤¸à¤°, पà¥à¤°à¤¾à¤šà¤¾à¤°à¥à¤¯, निदेशक और कà¥à¤²à¤ªà¤¤à¤¿ पदों पर ही केंदà¥à¤°à¥€à¤¯à¤•à¥ƒà¤¤ नियà¥à¤•à¥à¤¤à¤¿ पà¥à¤°à¤•à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ लागू की जा सकती है। इनमें à¤à¥€ पà¥à¤°à¤¾à¤‚तीय सà¥à¤¤à¤° के आरकà¥à¤·à¤£ आदि की दृषà¥à¤Ÿà¤¿ से आधे पदों की à¤à¤°à¥à¤¤à¥€ की अनà¥à¤®à¤¤à¤¿ राजà¥à¤¯ सरकार को दी जानी चाहिà¤à¥¤ à¤à¤¸à¤¾ किया जाना शिकà¥à¤·à¤¾ के समवरà¥à¤¤à¥€ विषय होने के दृषà¥à¤Ÿà¤¿à¤—त à¤à¥€ उचित होगा। चयन की à¤à¤¸à¥€ वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ अखिल à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ पà¥à¤°à¤¶à¤¾à¤¸à¤¨à¤¿à¤• सेवाओं में à¤à¥€ लागू है, जहां केंदà¥à¤°à¥€à¤¯ सà¥à¤¤à¤° पर सीधे चयन के अलावा राजà¥à¤¯ सà¥à¤¤à¤°à¥€à¤¯ लोक सेवा आयोग के माधà¥à¤¯à¤® से à¤à¥€ चयन किठजाते हैं और दोनों पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° के चयनित लोग à¤à¤•-दूसरे के पूरक के रूप में अपने दायितà¥à¤µà¥‹à¤‚ का निरà¥à¤µà¤¹à¤¨ करते हैं। केंदà¥à¤°à¥€à¤¯à¤•à¥ƒà¤¤ चयन पà¥à¤°à¤•à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ से उचà¥à¤š शिकà¥à¤·à¤¾ का अखिल à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ सà¥à¤µà¤°à¥‚प à¤à¥€ सामने आ सकेगा। साथ ही, नठऔर योगà¥à¤¯ लोगों को उचà¥à¤š शिकà¥à¤·à¤£ संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ में अपनी नेतृतà¥à¤µ कà¥à¤·à¤®à¤¤à¤¾ के पà¥à¤°à¤¦à¤°à¥à¤¶à¤¨ का अवसर à¤à¥€ मिल सकेगा। नई शिकà¥à¤·à¤¾ नीति के बिंदॠसंखà¥à¤¯à¤¾ 13 में कहा गया है कि उचà¥à¤š शिकà¥à¤·à¤£ संसà¥à¤¥à¤¾à¤“ं में संकाय सदसà¥à¤¯à¥‹à¤‚ का पà¥à¤°à¤¦à¤°à¥à¤¶à¤¨ औसत से बहà¥à¤¤ कम है। इसी बिंदॠमें सरà¥à¤µà¥‹à¤¤à¥à¤•à¥ƒà¤·à¥à¤Ÿ, पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤ और सकà¥à¤·à¤® लोगों की नियà¥à¤•à¥à¤¤à¤¿ के लिठकई पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° की अनà¥à¤¶à¤‚सा à¤à¥€ की गई हैं, लेकिन इन अनà¥à¤¶à¤‚साओं में केंदà¥à¤°à¥€à¤¯à¤•à¥ƒà¤¤ नियà¥à¤•à¥à¤¤à¤¿ की बजाय विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯/संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ सà¥à¤¤à¤° सीधी नियà¥à¤•à¥à¤¤à¤¿ की बात कही गई और नियोकà¥à¤¤à¤¾ से यह उमà¥à¤®à¥€à¤¦ की गई है कि वह संकाय सदसà¥à¤¯à¥‹à¤‚ की जवाबदेही तय करेगा। यह à¤à¥€ उलà¥à¤²à¥‡à¤–नीय है कि सेवा में आने से लेकर सेवानिवृतà¥à¤¤ होने तक à¤à¤• ही संसà¥à¤¥à¤¾ में कारà¥à¤¯ करने के कारण बहà¥à¤¤ सारे लोग ठहराव और जड़ता के शिकार हो जाते हैं। इसलिठशिकà¥à¤·à¤£ संसà¥à¤¥à¤¾à¤“ं के लिठन केवल केंदà¥à¤°à¥€à¤¯à¤•à¥ƒà¤¤ चयन पà¥à¤°à¤•à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾, बलà¥à¤•à¤¿ समान पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ की उचà¥à¤š शिकà¥à¤·à¤£ संसà¥à¤¥à¤¾à¤“ं में समान पदों पर सà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¤¾à¤‚तरण की वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ à¤à¥€ लागू की जानी चाहिà¤à¥¤ इस वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ से वरिषà¥à¤ संकाय सदसà¥à¤¯à¥‹à¤‚ को अपने जà¥à¤žà¤¾à¤¨, अनà¥à¤à¤µ à¤à¤µà¤‚ शोध को नठलोगों तक पहà¥à¤‚चाने का अवसर मिलेगा और à¤à¤• ही सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ पर कारà¥à¤¯ करते रहने की जड़ता à¤à¤µà¤‚ à¤à¤•à¤°à¤¸à¤¤à¤¾ से à¤à¥€ मà¥à¤•à¥à¤¤à¤¿ मिल सकेगी। (अखिल à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ सà¥à¤¤à¤° की अनà¥à¤¯ कई सेवाओं में इस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° की वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ पहले से ही लागू है।) हालांकि विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯à¥‹à¤‚, महाविदà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯à¥‹à¤‚ और समककà¥à¤· संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ के लिठकà¥à¤²à¤ªà¤¤à¤¿, निदेशक, पà¥à¤°à¤¾à¤šà¤¾à¤°à¥à¤¯ और पà¥à¤°à¥‹à¤«à¥‡à¤¸à¤° पदों पर नियà¥à¤•à¥à¤¤à¤¿ की केंदà¥à¤°à¥€à¤¯à¤•à¥ƒà¤¤ पà¥à¤°à¤•à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ को लागू करने के लिठविà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ सà¥à¤¤à¤°à¥‹à¤‚ पर अधिनियमों, परिनियमों और संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¤¿à¤• वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾à¤“ं में कई पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° के बदलाव लाने होंगे। यदि सरकार उपरोकà¥à¤¤ वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ पर विचार करे तो इसे शà¥à¤°à¥à¤†à¤¤à¥€ तौर पर केंदà¥à¤°à¥€à¤¯ विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯à¥‹à¤‚ के लिठलागू किया जा सकता है। इसी कà¥à¤°à¤® में राजà¥à¤¯ विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯à¥‹à¤‚ और राजà¥à¤¯ सरकारों दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ संचालित कॉलेजों में à¤à¥€ लागू करने पर विचार हो सकता है। निजी संसà¥à¤¥à¤¾à¤“ं में à¤à¥€ सरà¥à¤µà¥‹à¤šà¥à¤š पदों पर इसी पà¥à¤°à¤•à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ के माधà¥à¤¯à¤® से लोगों को à¤à¥‡à¤œà¤¾ जाना चाहिà¤à¥¤ इससे निजी संसà¥à¤¥à¤¾à¤“ं में अकादमिक और शैकà¥à¤·à¤¿à¤• पà¥à¤°à¤¬à¤‚धन का सà¥à¤¤à¤° सà¥à¤§à¤° सकेगा। इस वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ के शà¥à¤°à¥à¤†à¤¤à¥€ सà¥à¤¤à¤° पर सफल होने पर बाद में इसे सहायक पà¥à¤°à¥‹à¤«à¥‡à¤¸à¤°, सह-पà¥à¤°à¥‹à¤«à¥‡à¤¸à¤° और इन संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ के गैर-शैकà¥à¤·à¤£à¤¿à¤• अधिकारियों के चयन पर à¤à¥€ लागू किया जा सकता है।