परमारà¥à¤¥ निकेतन के अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ ने उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–णà¥à¤¡ आयà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦ विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯, उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–णà¥à¤¡ के कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® सहà¤à¤¾à¤— कर à¤à¤¾à¤µà¥€ चिकितà¥à¤¸à¤•à¥‹à¤‚ को समà¥à¤¬à¥‹à¤§à¤¿à¤¤ किया।
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
ऋषिकेश, 24 दिसमà¥à¤¬à¤°à¥¤ परमारà¥à¤¥ निकेतन के अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ ने उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–णà¥à¤¡ आयà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦ विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯, उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–णà¥à¤¡ के कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® सहà¤à¤¾à¤— कर à¤à¤¾à¤µà¥€ चिकितà¥à¤¸à¤•à¥‹à¤‚ को समà¥à¤¬à¥‹à¤§à¤¿à¤¤ किया। ततà¥à¤ªà¤¶à¥à¤šà¤¾à¤¤ सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ जी और उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–णà¥à¤¡ आयà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦ विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ के कà¥à¤²à¤ªà¤¤à¤¿ पà¥à¤°à¥‹. डॉ. सà¥à¤¨à¥€à¤² कà¥à¤®à¤¾à¤° जोशी की लोकल आयà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦à¤¿à¤• औषधीयों के पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤°-पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤° को लेकर चरà¥à¤šà¤¾ हà¥à¤ˆà¥¤ à¤à¤¾à¤°à¤¤ के दो महान राजनीतिक यà¥à¤—पà¥à¤°à¥‚षों का 25 दिसमà¥à¤¬à¤° को जनà¥à¤®à¤¦à¤¿à¤µà¤¸ हैं। à¤à¤¾à¤°à¤¤ रतà¥à¤¨ व à¤à¤¾à¤°à¤¤ के अà¤à¥‚तपूरà¥à¤µ पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ अटलबिहारी वाजपेयी जी और आदरà¥à¤¶ पà¥à¤°à¥‚ष महामना शà¥à¤°à¥€ मदन मोहन मालवीय जी दोनों यà¥à¤—पà¥à¤°à¥‚षों के जनà¥à¤®à¤¦à¤¿à¤µà¤¸ के पूरà¥à¤µ संधà¥à¤¯à¤¾ पर परमारà¥à¤¥ निकेतन के अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ जी ने आज पà¥à¤°à¤¾à¤¤à¤ƒà¤•à¤¾à¤² विशà¥à¤µ शानà¥à¤¤à¤¿ यजà¥à¤ž के पशà¥à¤šà¤¾à¤¤ ‘परमारà¥à¤¥ निकेतन गà¥à¤²à¥‹à¤¬à¤² सà¥à¤•à¥‚ल’ की सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¨à¤¾ का मारà¥à¤— पà¥à¤°à¤¶à¤¸à¥à¤¤ किया। इस हेतॠà¤à¤• विशेष अंग का गठन किया। आज परमारà¥à¤¥ निकेतन गà¥à¤²à¥‹à¤¬à¤² सà¥à¤•à¥‚ल व उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–णà¥à¤¡ आयà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦ विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ के मधà¥à¤¯ à¤à¤• à¤à¤®à¤“यू पर हसà¥à¤¤à¤¾à¤•à¥à¤·à¤° हà¥à¤¯à¥‡à¥¤ इसके अंतरà¥à¤—त आयà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦, योग, पà¥à¤°à¤¾à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• चिकितà¥à¤¸à¤¾, नेचà¥à¤°à¥‹à¤ªà¥ˆà¤¥à¥€, मरà¥à¤® चिकितà¥à¤¸à¤¾ आदि विषयों को लेकर परमारà¥à¤¥ निकेतन में अनà¥à¤¤à¤°à¥à¤°à¤¾à¤·à¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ सà¥à¤¤à¤° पर पà¥à¤°à¤¶à¤¿à¤•à¥à¤·à¤£ और चिकितà¥à¤¸à¤¾ हेतॠकारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤®à¥‹à¤‚ का आयोजन किया जायेगा। उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–णà¥à¤¡ आयà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦ विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ में जो कोरà¥à¤¸ और चिकितà¥à¤¸à¤¾ पà¥à¤°à¤•à¤²à¥à¤ª चलाये जा रहे हैं उनका à¤à¤• माॅडल सेंटर परमारà¥à¤¥ निकेतन में सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ किया जायेगा। आगामी मारà¥à¤š को परमारà¥à¤¥ निकेेतन में अनà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤·à¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ आयà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦ महासमà¥à¤®à¥‡à¤²à¤¨ और निःशà¥à¤²à¥à¤• चिकितà¥à¤¸à¤¾ शिविर का आयोजन किया जायेगा जिसमें वैशà¥à¤µà¤¿à¤• सà¥à¤¤à¤° के 100 से अधिक आयà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦à¤¾à¤šà¤¾à¤°à¥à¤¯ सहà¤à¤¾à¤— करेंगे तथा इस अवसर पर आयà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦ संसद का आयोजन à¤à¥€ किया जायेगा। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ जी ने कहा कि आयà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦ केवल चिकितà¥à¤¸à¤¾ पदà¥à¤§à¤¤à¤¿ नहीं बलà¥à¤•à¤¿ जीवन पदà¥à¤§à¤¤à¤¿ है। आयà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦ सà¥à¤µà¤¸à¥à¤¥ जीवन का आधार है तथा आयà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦ का यà¥à¤—ों से अपना महतà¥à¤µ है। ‘ऋगà¥à¤µà¥‡à¤¦â€™ à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ और जीवन पदà¥à¤§à¤¤à¤¿ की सबसे पà¥à¤°à¤¾à¤šà¥€à¤¨à¤¤à¤® रचनाओं में से à¤à¤• है, जिसमें अशà¥à¤µà¤¿à¤¨à¥€ कà¥à¤®à¤¾à¤°à¥‹à¤‚ को देव वैदà¥à¤¯ कहा गया है। à¤à¤¾à¤°à¤¤ में पà¥à¤°à¤šà¥€à¤¨ चिकितà¥à¤¸à¤¾ पदà¥à¤§à¤¤à¤¿ आयà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦ का वरà¥à¤£à¤¨ चरक संहिता, सà¥à¤¶à¥à¤°à¥à¤¤ संहिता और अषà¥à¤Ÿà¤¾à¤‚ग संगà¥à¤°à¤¹ आदि कई संहिताओं में किया गया हैं। आयà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦ का अरà¥à¤¥ है ‘जीवन का विजà¥à¤žà¤¾à¤¨â€™ ‘दीरà¥à¤˜ आयà¥â€™ या आयॠऔर वेद का अरà¥à¤¥ हैं ‘विजà¥à¤žà¤¾à¤¨à¥¤ आयà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° जीवन के उदà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¥à¤¯à¥‹à¤‚ यथा धरà¥à¤®, अरà¥à¤¥, काम और मोकà¥à¤· की पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤à¤¿ के लिये सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯ का उतà¥à¤¤à¤® होना नितांत आवशà¥à¤¯à¤• है। आयà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦ तन, मन और आतà¥à¤®à¤¾ के बीच संतà¥à¤²à¤¨ सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ कर वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ के सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯ में सà¥à¤§à¤¾à¤° करता है। आयà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦ में न केवल उपचार होता है बलà¥à¤•à¤¿ यह जीवन जीने का à¤à¤¸à¤¾ तरीका सिखाता है, जिससे जीवन सà¥à¤µà¤¸à¥à¤¥ और खà¥à¤¶à¤¹à¤¾à¤² होता है। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ जी ने कहा कि पैथी कोई à¤à¥€ हो परनà¥à¤¤à¥ हृदय में सिमà¥à¤ªà¥ˆà¤¥à¥€ और विचारों में पाॅजिटिविटी होना नितांत आवशà¥à¤¯à¤• है। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ समय में पà¥à¤°à¤¾à¤šà¥€à¤¨ चिकितà¥à¤¸à¤¾ पदà¥à¤§à¤¤à¤¿ आयà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦ के पà¥à¤¨à¤°à¥à¤œà¤¾à¤—रण करना अतà¥à¤¯à¤‚त आवशà¥à¤¯à¤• है। इस समय हमें लोकल के लिये वोकल बनना होगा और लोकल वसà¥à¤¤à¥à¤“ं को गà¥à¤²à¥‹à¤¬à¤² तक पहà¥à¤‚चाना होगा। ये यातà¥à¤°à¤¾ बी लोकल फाॅर वोकल à¤à¤‚ड बीकम गà¥à¤²à¥‹à¤¬à¤² तक पहà¥à¤‚चानी होगी। पहाड़ी वसà¥à¤¤à¥à¤¯à¥‡à¤‚ जो लोकल है उसके लिये पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥‡à¤• वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ को वोकल होना होगा और गà¥à¤²à¥‹à¤¬à¤² तक पहà¥à¤‚चाने के लिये पà¥à¤°à¤¯à¤¤à¥à¤¨ करना होगा। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ जी ने कहा कि अपने मसाले, अपनी जड़ी-बूटियाà¤, हलà¥à¤¦à¥€, अदरक, सौफ, जीरा को गà¥à¤²à¥‹à¤¬à¤² तक पहà¥à¤‚चाने हेतॠवोकल होने की जरूरत है। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ ने डॉ. सà¥à¤¨à¥€à¤² कà¥à¤®à¤¾à¤° जोशी को रूदà¥à¤°à¤¾à¤•à¥à¤· का पौधा à¤à¥‡à¤‚ट कर माठगंगा की आरती हेतॠआमंतà¥à¤°à¤¿à¤¤ किया।