गायतà¥à¤°à¥€ तीरà¥à¤¥ शांतिकà¥à¤‚ज में दो दिवसीय पà¥à¤°à¤¾à¤‚तीय यà¥à¤— सृजेता संगोषà¥à¤ ी का सोमवार को समापन हो गया। इस संगोषà¥à¤ ी में उपà¥à¤° के लखनऊ, बहराइज, गोणà¥à¤¡à¤¾, गौतमबà¥à¤¦à¥à¤§à¤¨à¤—र, सराहनपà¥à¤° सहित कà¥à¤² à¥à¥« जिलों के दो हजार से अधिक यà¥à¤µà¤¾ à¤à¤µà¤‚ जिला समनà¥à¤µà¤¯à¤• उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤ रहे।
रिपोर्ट - ऑल नà¥à¤¯à¥‚ज़ बà¥à¤¯à¥‚रो
हरिदà¥à¤µà¤¾à¤° २ॠदिसंबर। गायतà¥à¤°à¥€ तीरà¥à¤¥ शांतिकà¥à¤‚ज में दो दिवसीय पà¥à¤°à¤¾à¤‚तीय यà¥à¤— सृजेता संगोषà¥à¤ ी का सोमवार को समापन हो गया। इस संगोषà¥à¤ ी में उपà¥à¤° के लखनऊ, बहराइज, गोणà¥à¤¡à¤¾, गौतमबà¥à¤¦à¥à¤§à¤¨à¤—र, सराहनपà¥à¤° सहित कà¥à¤² à¥à¥« जिलों के दो हजार से अधिक यà¥à¤µà¤¾ à¤à¤µà¤‚ जिला समनà¥à¤µà¤¯à¤• उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤ रहे। संगोषà¥à¤ ी में कà¥à¤² नौ सतà¥à¤° हà¥à¤, जिसमें विषय विशेषजà¥à¤žà¥‹à¤‚ ने यà¥à¤µà¤¾ पीà¥à¥€ को जागृत करने के विविध उपाय सà¥à¤à¤¾à¤¯à¥‡à¥¤ साथ ही नवंबर २०२२ में बà¥à¤¦à¥à¤§ की तपःसà¥à¤¥à¤²à¥€ शà¥à¤°à¤¾à¤µà¤¸à¥à¤¤à¥€ में à¤à¤• विराट यà¥à¤µà¤¾ समà¥à¤®à¥‡à¤²à¤¨ करने का निरà¥à¤£à¤¯ लिया गया। संगोषà¥à¤ ी के अंतिम सतà¥à¤° को संबोधित करते हà¥à¤ शांतिकà¥à¤‚ज वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤• शà¥à¤°à¥€ महेनà¥à¤¦à¥à¤° शरà¥à¤®à¤¾ ने कहा कि यà¥à¤µà¤¾à¤“ं में अपरिमित कà¥à¤·à¤®à¤¤à¤¾ होती है। उसे सही दिशा à¤à¤µà¤‚ मारà¥à¤—दरà¥à¤¶à¤¨ मिल जाय, तो वह असंà¤à¤µ कारà¥à¤¯ को संà¤à¤µ बना सकता है। शà¥à¤°à¥€ शरà¥à¤®à¤¾ ने कहा कि यà¥à¤µà¤¾ पीà¥à¥€ को संसà¥à¤•à¤¾à¤° और संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ से जोड़ना है। यà¥à¤µà¤¾ सकारातà¥à¤®à¤• ऊरà¥à¤œà¤¾ के साथ आगे बà¥à¥‡à¤‚गे, तो सà¥à¤µà¤¯à¤‚ सफल होंगे और दूसरों के लिठमददगार सिदà¥à¤§ होंगे। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने अखिल विशà¥à¤µ गायतà¥à¤°à¥€ परिवार के संसà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤• यà¥à¤—ऋषि पूजà¥à¤¯ पं. शà¥à¤°à¥€à¤°à¤¾à¤® शरà¥à¤®à¤¾ आचारà¥à¤¯ à¤à¤µà¤‚ माता à¤à¤—वती देवी शरà¥à¤®à¤¾ के सूतà¥à¤°à¥‹à¤‚ को याद करते हà¥à¤ संगठित होकर समाज के नवनिरà¥à¤®à¤¾à¤£ में कारà¥à¤¯ करने के लिठयà¥à¤µà¤¾à¤“ं को पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤ किया। अपने संदेश में अखिल विशà¥à¤µ गायतà¥à¤°à¥€ परिवार पà¥à¤°à¤®à¥à¤– शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¥‡à¤¯ डॉ. पà¥à¤°à¤£à¤µ पणà¥à¤¡à¥à¤¯à¤¾ ने कहा कि सकà¥à¤°à¤¿à¤¯ रहने वाले का नाम ही यà¥à¤µà¤¾ है। à¤à¤¸à¥‡ ही यà¥à¤µà¤¾ बाधाओं को चीरते हà¥à¤ नठव आसान राह बनाते हैं। यà¥à¤µà¤¾à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ में उतà¥à¤¸à¤¾à¤¹, उमंग का संचार होता है। यà¥à¤µà¤¾ वह है जो à¤à¤¾à¤—à¥à¤¯ पर नहीं, करà¥à¤® पर विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ करता है। शांतिकà¥à¤‚ज की अधिषà¥à¤ ातà¥à¤°à¥€ शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¥‡à¤¯à¤¾ शैलजीजी ने कहा कि सांसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• संकà¥à¤°à¤®à¤£à¤•à¤¾à¤² से उबरने के लिठयà¥à¤µà¤¾à¤“ं को à¤à¤•à¤œà¥‚ट होकर कारà¥à¤¯ करने चाहिà¤à¥¤