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नमामि गंगे इन्डियन क्लासिकल म्यूजिक फेस्टिवल


परमार्थ निकेतन में दो दिवसीय नमामि गंगे इण्डियन क्लासिकल म्यूजिक फेस्टिवल का आयोजन किया गया जिसमें भारत के प्रसिद्ध संगीतज्ञों ने सहभाग कर माँ गंगा को अपना संगीत समर्पित किया।

रिपोर्ट  - à¤‘ल न्यूज़ ब्यूरो

ऋषिकेश, 30 दिसम्बर। परमार्थ निकेतन में दो दिवसीय नमामि गंगे इण्डियन क्लासिकल म्यूजिक फेस्टिवल का आयोजन किया गया जिसमें भारत के प्रसिद्ध संगीतज्ञों ने सहभाग कर माँ गंगा को अपना संगीत समर्पित किया। परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी, जीवा की अन्तर्राष्ट्रीय महासचिव साध्वी भगवती सरस्वती और अन्य विशिष्ट अतिथियों ने दीप प्रज्वलित कर नमामि गंगे इन्डियन क्लासिकल म्यूजिक फेस्टिवल का शुभारम्भ किया। नमामि गंगे माँ गंगा के कायाकल्प और पुनरुद्धार के लिये कई उत्सवों का आयोजन करता है। माँ गंगा की स्वच्छता हेतु जनजागरूकता के लिये नमामि गंगे द्वारा कहानियों, लोककथाओं, प्रख्यात हस्तियों के साथ संवाद, प्रश्नोत्तरी, प्रसिद्ध कलाकारों द्वारा नृत्य तथा संगीत प्रदर्शन और प्रदर्शनियों के माध्यम से माँ गंगा के आध्यात्मिक एवं सांस्कृतिक महत्व को दर्शाने हेतु कई आयोजन किये जाते है। स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी ने कहा कि भारत में प्राचीन काल से ही संगीत की एक समृद्ध और प्राचीन परम्परा रही है। भारतीय कला के रूप में संगीत प्राचीन काल से ही भारतीय समाज में एक विशिष्ट स्थान रखता है। संगीत दिल से निकलता हैं और दिलों को छू लेता हैं। यह एक सोच को जन्म देता है सोच एक ऐसा बीज है जिससे पूरी सृष्टि बदल जाती है। भारतीय संगीत सर्वोच्च प्रेम का प्रतीक है जिसमें भक्ति, शक्ति और संस्कृति समाहित है। स्वामी जी ने कहा कि संगीत के माध्यम से माँ गंगा सहित अन्य नदियों की व्यथा अत्यंत मार्मिक ढ़ंग से व्यक्त की जा सकती है ताकि जनजागरण हो। हमारा संगीत ऐसा हो जिसके माध्यम से हमारा पर्यावरण भी गुदगुदायें और खिलखिलायें। हमारा संगीत जागरण, प्रेरणा और युवाओं को दिशा देने का कार्य करें। साध्वी भगवती सरस्वती जी ने कहा कि संगीत, मधुरता का प्रतीक है। जहां संगीत है वहां पर मिठास है। उस मिठास को प्रकृति और पर्यावरण के साथ साझा करें तो पूरा वातावरण मधुमय हो जायेगा और नमामि गंगे इन्डियन क्लासिकल म्यूजिक फेस्टिवल यही संदेश लेकर आया है। श्रीमती मंजुषा रंजन जी ने कहा कि परमार्थ निकेतन के दिव्य वातावरण में म्यूजिक फेस्टिवल के माध्यम से चारों ओर दिव्यता का संचार हो रहा है। इस फेस्टिवल को पूज्य स्वामी जी का सान्निध्य और आशीर्वाद प्राप्त हुआ यह हम सब के लिये गौरव का विषय है। नामामि गंगे इन्डियन क्लासिकल म्यूजिक फेस्टिवल में पंडित नवल किशोर मलिक, पंडित संतोष कुमार नाहर, श्रीमती मंजुषा रंजन, श्री नीलेश निकेश मलिक, ऋषिकानन्द तिवारी , श्री संतोष कुमार, श्री चित्रांक पंत, सोनम, डाॅ पंडित संतोष कुमार और अन्य संगीतज्ञों ने सहभाग कर अपने संगीत से सभी श्रोताओं को मंत्र मुग्ध किया।

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