डीà¤à¤® पौड़ी की पहल पर 13 शिकà¥à¤·à¤¾à¤µà¤¿à¤¦à¥‹à¤‚, साहितà¥à¤¯à¤•à¤¾à¤°à¥‹à¤‚ और संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤•à¤°à¥à¤®à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ की काफी मेहनत के बाद तैयार गढ़वाली पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤•à¥‹à¤‚ को पà¥à¤°à¤šà¤²à¤¿à¤¤ सà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥€à¤¯ आà¤à¥‚षणों धगà¥à¤²à¤¿, हंसà¥à¤²à¤¿, छà¥à¤¬à¤•à¤¿, à¤à¥à¤®à¤•à¤¿, पैजबी के नाम पर à¤à¤• से ककà¥à¤·à¤¾ 5 तक ककà¥à¤·à¤¾à¤µà¤¾à¤° रखे हैं.
रिपोर्ट -
राजà¥à¤¯ में पौड़ी जनपद के लिठसोमवार का दिन à¤à¤¤à¤¿à¤¹à¤¾à¤¸à¤¿à¤• रहा जब किसी कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤°à¥€à¤¯ à¤à¤¾à¤·à¤¾ को सà¥à¤•à¥‚लों में लागू करने वाला पौड़ी गढ़वाल पहला जनपद बन गया. गढ़वाली à¤à¤¾à¤·à¤¾ के संरकà¥à¤·à¤£-संवरà¥à¤¦à¥à¤§à¤¨ के उदà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¥à¤¯ से सà¥à¤•à¥‚ली पाठà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® में शामिल की गई है और इसे फिलहाल 1 से 5वीं तक की ककà¥à¤·à¤¾à¤“ं में मॉडल के रूप में पौड़ी बà¥à¤²à¥‰à¤• सà¥à¤•à¥‚लों से शà¥à¤°à¥‚ किया गया है. पौड़ी के इतने बà¥â€à¤²à¥‰à¤• में शà¥à¤°à¥‚ होगा ये पà¥à¤°à¥‹à¤œà¥‡à¤•à¥â€à¤Ÿ पौड़ी के डीà¤à¤® डीà¤à¤¸ गबरियाल की पहल पर उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड में पहली बार पौड़ी जनपद से गढ़वाली को पाठà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® में शामिल कर उसकी पढ़ाई सà¥à¤•à¥‚लों में शà¥à¤°à¥‚ कर दी गई है. गढ़वाली पाठà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® के लिठमॉडल रूप से चयनित पौड़ी बà¥à¤²à¥‰à¤• के 79 सà¥à¤•à¥‚लों में 1 से पांचवीं तक की ककà¥à¤·à¤¾à¤“ं के 51000 बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ को पहले दिन गढ़वाली पढ़ाई गई. गढ़वाली में तैयार पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤•à¥‹à¤‚ को पढ़ाने वाले शिकà¥à¤·à¤•à¥‹à¤‚ ने इसे नया अनà¥à¤à¤µ बताया. पौड़ी बà¥à¤²à¥‰à¤• के पà¥à¤°à¤¾à¤¥à¤®à¤¿à¤• विदà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ उफलà¥à¤¡à¤¾ की शिकà¥à¤·à¤¿à¤•à¤¾ पूनम डोà¤à¤¾à¤² और जलमा पà¥à¤‚डीर ने इसे नया अनà¥à¤à¤µ बताया. उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा,'पहले दिन गढ़वाली पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤•à¥‹à¤‚ से पढ़ाने की शà¥à¤°à¥à¤†à¤¤ उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने जानवरों को लेकर शामिल à¤à¤• गढ़वाली कविता से की, जिसे बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ ने बड़े उतà¥à¤¸à¤¾à¤¹ से पढ़ा. साथ ही उनका कहना है कि डीà¤à¤® पौड़ी की ये पहल सराहनीय है और इससे कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤°à¥€à¤¯ à¤à¤¾à¤·à¤¾ को पà¥à¤°à¥‹à¤¤à¥à¤¸à¤¾à¤¹à¤¨ मिलेगा.'