हरिद्वार जनपद में पॉलीथिन के प्रयोग की रोकथाम के सम्बन्ध में एक बैठक


जिलाधिकारी विनय शंकर पाण्डेय की अध्यक्षता में बुधवार को कलक्ट्रेट सभागार में जनपद में पॉलीथिन के प्रयोग की रोकथाम के सम्बन्ध में एक बैठक आयोजित हुई। बैठक में जिलाधिकारी ने कहा कि प्लास्टिक का प्रयोग स्वास्थ्य के लिये हानिकारक तो है ही इसके अलावा हमारे आसपास बिखरा हुआ प्लास्टिक वहां के वातावरण तथा वहां की छवि पर भी बुरा प्रभाव डालता है।

रिपोर्ट  - allnewsbharat.com

हरिद्वार। जिलाधिकारी विनय शंकर पाण्डेय की अध्यक्षता में बुधवार को कलक्ट्रेट सभागार में जनपद में पॉलीथिन के प्रयोग की रोकथाम के सम्बन्ध में एक बैठक आयोजित हुई। बैठक में जिलाधिकारी ने कहा कि प्लास्टिक का प्रयोग स्वास्थ्य के लिये हानिकारक तो है ही इसके अलावा हमारे आसपास बिखरा हुआ प्लास्टिक वहां के वातावरण तथा वहां की छवि पर भी बुरा प्रभाव डालता है। श्री विनय शंकर पाण्डेय ने बैठक में नेशनल हाईवे, लोक निर्माण विभाग, नगर निगमों, स्थानीय निकाय के अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे 15 दिन का एक विशेष अभियान प्रतिदिन का लक्ष्य निर्धारित करते हुये पॉलिथिन आदि के एकत्रीकरण के लिये चलायें। उन्होंने नेशनल हाईवे के अधिकारियों से कहा कि हाईवे की जितनी भी प्रमुख सड़कें हैं, उनके दोनों तरफ जो भी प्लास्टिक या प्लास्टिक से बनी वस्तुयें इधर-उधर बिखरी हैं, उन्हें एक समर्पित टीम गठित कर इकट्ठा करवाना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि सड़क के दोनों ओर कोई भी प्लास्टिक का कूड़ा दिखाई नहीं देना चाहिये। उन्होंने कहा कि इसके अलावा बार्डर पर विशेष ध्यान देना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि शहर के जितने भी प्रवेश मार्ग हैं, वे साफ-सुथरे दिखने चाहिये। जिलाधिकारी ने लोक निर्माण के अधिकारियों को निर्देशित करते हुये कहा कि जितनी भी लोक निर्माण विभाग की सड़कें हैं, उसके लिये भी प्लास्टिक एकत्रीकरण का एक विशेष अभियान चलाया जाये। उन्होंने इसी तरह का अभियान नगर निगम हरिद्वार, नगर निगम रूड़की तथा स्थानीय निकायों आदि के अधिकारियों से अपने-अपने क्षेत्रों में चलाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि हरिद्वार का अपना एक विशेष महत्व है, जहां पर विभिन्न क्षेत्रों से लोगों का आवागमन लगा रहता है। इसलिये सभी की जिम्मेदारी है कि हरिद्वार साफ-सुथरा दिखाई दे।

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