गंगा विश्व धरोहर है और इसे हमें बचाना ही होगा ।


मातृ सदन हरिद्वार में चल रहे साध्वी पद्मावती के अनिश्चितकालीन उपवास के समर्थन में शिवडल स्कूल हरिद्वार में गंगा पर्यावरण सम्मेलन आयोजित किया गया।

रिपोर्ट  - à¤‰à¤®à¤¾ घिल्डियाल, साहित्यकार

आज दिनांक 5 -01- 2020 को मातृ सदन हरिद्वार में चल रहे साध्वी पद्मावती के अनिश्चितकालीन उपवास के समर्थन में शिवडल स्कूल हरिद्वार में गंगा पर्यावरण सम्मेलन आयोजित किया गया। सम्मेलन में देश के विभिन्न भागों से आए हुए नदी वैज्ञानिकों ,लेखकों ,पत्रकारों ,योजना कारों, चिकित्सकों, समाज सेवकों और साधु-संतों ने बड़ी संख्या में भाग लिया ।सम्मेलन में राजस्थान से आए राजेंद्र सिंह जल पुरुष के आह्वान पर ये सभी गंगा प्रेमी एकत्रित हुए। विदित रहे कि गंगा की अविरलता और निर्मलता को लेकर साध्वी पद्मावती अनिश्चितकालीन उपवास पर है। उनका उपवास 15 दिसंबर से प्रारंभ होकर निरंतर चल रहा है ।आज उनके उपवास का 22वां दिन है। स्वामी शिवानंद सरस्वती जी ने अपने वक्तव्य में कहा कि गंगा को बचाने के लिए अब मातृशक्ति आगे आई है। उन्होंने कहा कि यह तप रूपी उपवास है और तब तक निरंतर चलता रहेगा जब तक कि सरकार उनकी मांगों को नहीं मानती । गंगा के लिए पूर्व में भी तप हुए हैं और अब मातृसदन इस परम्परा को निरन्तर चला रहा हैं। सम्मेलन में राजेंद्र सिंह जल पुरुष, गुरुकुल के उपकुलपति रूप किशोर शास्त्री ,किशोर उपाध्याय मेजर हिमांशु ,रमेश ,डॉ विजय वर्मा, चंद्र विकास ,अंजय वर्मा ,संजय सिंह उषा भट्ट ,उमा जोशी ,जितेंद्र कुमार,भोपाल सिंह चौधरी ,जितेन्द्र कुमार रतूड़ी, मंजू रतूड़ी और पुरुषोत्तम शर्मा ने अपने अपने वक्तव्य में कहा कि गंगा विश्व की धरोहर है और इस धरोहर को हमें सुरक्षित रखना है ।इस कार्य के लिए पद्मावती सन्नद्ध हुई हैं और प्रत्येक गंगा प्रेमी को उन्हें समर्थन देना है ।कार्यक्रम का संचालन राजेंद्र सिंह जल पुरुष ने किया।

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