उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड में सà¥à¤µà¤¾à¤‡à¤¨ फà¥à¤²à¥‚ की दसà¥à¤¤à¤• से अखिल à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ आयà¥à¤°à¥à¤µà¤¿à¤œà¥à¤žà¤¾à¤¨ संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ à¤à¤®à¥à¤¸ ऋषिकेश पà¥à¤°à¤¶à¤¾à¤¸à¤¨ अलरà¥à¤Ÿ हो गया है। निदेशक à¤à¤®à¥à¤¸ पदà¥à¤®à¤¶à¥à¤°à¥€ पà¥à¤°à¥‹à¤«à¥‡à¤¸à¤° रवि कांत के निरà¥à¤¦à¥‡à¤¶ पर विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ विà¤à¤¾à¤—ों के चिकितà¥à¤¸à¤•à¥‹à¤‚ की बैठक में सà¥à¤µà¤¾à¤‡à¤¨ फà¥à¤²à¥‚ के मदà¥à¤¦à¥‡à¤¨à¤œà¤° आठबिंदà¥à¤“ं पर महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ निरà¥à¤£à¤¯ लिठगà¤à¥¤
रिपोर्ट - अंजना à¤à¤Ÿà¥à¤Ÿ घिलà¥à¤¡à¤¿à¤¯à¤¾à¤²
उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड में सà¥à¤µà¤¾à¤‡à¤¨ फà¥à¤²à¥‚ की दसà¥à¤¤à¤• से अखिल à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ आयà¥à¤°à¥à¤µà¤¿à¤œà¥à¤žà¤¾à¤¨ संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ à¤à¤®à¥à¤¸ ऋषिकेश पà¥à¤°à¤¶à¤¾à¤¸à¤¨ अलरà¥à¤Ÿ हो गया है। निदेशक à¤à¤®à¥à¤¸ पदà¥à¤®à¤¶à¥à¤°à¥€ पà¥à¤°à¥‹à¤«à¥‡à¤¸à¤° रवि कांत के निरà¥à¤¦à¥‡à¤¶ पर विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ विà¤à¤¾à¤—ों के चिकितà¥à¤¸à¤•à¥‹à¤‚ की बैठक में सà¥à¤µà¤¾à¤‡à¤¨ फà¥à¤²à¥‚ के मदà¥à¤¦à¥‡à¤¨à¤œà¤° आठबिंदà¥à¤“ं पर महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ निरà¥à¤£à¤¯ लिठगà¤à¥¤ इस अवसर पर जनरल मेडिसिन विà¤à¤¾à¤— की ओर से फैकलà¥à¤Ÿà¥€ व चिकितà¥à¤¸à¤•à¥‹à¤‚ के लिठविशेष वà¥à¤¯à¤¾à¤–à¥à¤¯à¤¾à¤¨ का आयोजन à¤à¥€ किया गया। बताया गया कि बृहसà¥à¤ªà¤¤à¤¿à¤µà¤¾à¤° को नरà¥à¤¸à¤¿à¤‚ग व अनà¥à¤¯ गैर चिकितà¥à¤¸à¤•à¥€à¤¯ सà¥à¤Ÿà¤¾à¤« की जागरà¥à¤•à¤¤à¤¾ के लिठवà¥à¤¯à¤¾à¤–à¥à¤¯à¤¾à¤¨ का आयोजन किया जाà¤à¤—ा। संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ के चिकितà¥à¤¸à¤¾ अधीकà¥à¤·à¤• डा. बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤ªà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ की अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤·à¤¤à¤¾ में आयोजित बैठक में सà¥à¤µà¤¾à¤‡à¤¨ फà¥à¤²à¥‚ के मदà¥à¤¦à¥‡à¤¨à¤œà¤° आपात बैठक हà¥à¤ˆ,जिसमें à¤à¤¹à¤¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤¤à¤¨ बिà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ ​बिंदà¥à¤“ं पर चरà¥à¤šà¤¾ की गई। बैठक में बताया गया कि संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ के मेडिसिन विà¤à¤¾à¤— में सà¥à¤µà¤¾à¤‡à¤¨ फà¥à¤²à¥‚ के मदà¥à¤¦à¥‡à¤¨à¤œà¤° छह बिसà¥à¤¤à¤° वाला आइसोलेशन रूम उपलबà¥à¤§ है, साथ ही à¤à¤¨- 95 मासà¥à¤• की वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ है। जबकि अनà¥à¤¯ विà¤à¤¾à¤—ों इमरजेंसी, ईà¤à¤¨à¤Ÿà¥€, पà¥à¤² मेडिसिन आदि विà¤à¤¾à¤—ों के लिठ25000 मासà¥à¤• की आवशà¥à¤¯à¤•à¤¤à¤¾ है। फारà¥à¤®à¥‡à¤¸à¥€ विà¤à¤¾à¤— ने à¤à¤‚टी वाइरल दवा टामीफà¥à¤²à¥‚ की जरà¥à¤°à¤¤ बताई है। जबकि कमà¥à¤¯à¥‚निटी मेडिसिन विà¤à¤¾à¤— का कहना है कि इस तरह के रोगी के असà¥à¤ªà¤¤à¤¾à¤² में à¤à¤°à¥à¤¤à¥€ होने पर विà¤à¤¾à¤— रोग पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤°à¥‹à¤§à¤• दवा उपलबà¥à¤§ कराने में सकà¥à¤·à¤® है। निरà¥à¤£à¤¯ लिया गया कि इस बीमारी से आमजन को जागरूक करने को मेडिसिन à¤à¤œà¥à¤•à¥‡à¤¶à¤¨ विà¤à¤¾à¤— अà¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤¨ चलाà¤à¤—ा,जिसके समनà¥à¤µà¤¯à¤• डा.पà¥à¤°à¤¸à¤¨ पंडा होंगे। बैठक में यह à¤à¥€ चरà¥à¤šà¤¾ हà¥à¤ˆ कि इस तरह के किसी à¤à¥€ रोगी के बà¥à¤²à¤¡ टेसà¥à¤Ÿ की रिपोरà¥à¤Ÿà¤¿à¤‚ग जलà¥à¤¦à¥€ उपलबà¥à¤§ होगी। इस दौरान à¤à¤®à¤à¤¸ ने चिकितà¥à¤¸à¤•à¥‹à¤‚ के साथ असà¥à¤ªà¤¤à¤¾à¤² का निरीकà¥à¤·à¤£ किया व संबंधित वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾à¤“ं का जायजा लिया। à¤à¤®à¥à¤¸ निदेशक पदà¥à¤®à¤¶à¥à¤°à¥€ पà¥à¤°à¥‹. रवि कांत ने बताया कि संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ में इस बीमारी के लिठपरà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¥à¤¤ दवा, उपचार व इससे जà¥à¤¡à¤¼à¥€ आवशà¥à¤¯à¤• जांच की सà¥à¤µà¤¿à¤§à¤¾ उपलबà¥à¤§ है। निदेशक पà¥à¤°à¥‹.रवि कांत ने बताया कि इस बीमारी की रोकथाम के लिठटीकाकरण की सà¥à¤µà¤¿à¤§à¤¾ à¤à¥€ उपलबà¥à¤§ है,मगर यह टीकाकरण पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥‡à¤• वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ को हरसाल अकà¥à¤Ÿà¥‚बर-नवंबर माह में कराना चाहिà¤,जिससे जनवरी-फरवरी माह में सà¥à¤µà¤¾à¤‡à¤¨ फà¥à¤²à¥‚ बीमारी के दà¥à¤·à¥à¤ªà¥à¤°à¤à¤¾à¤µ से बचा जा सके। इस अवसर पर आयोजित वà¥à¤¯à¤¾à¤–à¥à¤¯à¤¾à¤¨ में कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® संयोजक डा. पà¥à¤°à¤¸à¤¨ कà¥à¤®à¤¾à¤° पंडा ने चिकितà¥à¤¸à¤•à¥‹à¤‚ को इनà¥à¤«à¥à¤¯à¥‚à¤à¤‚जा वाइरस के बारे में जागरà¥à¤• किया। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने बताया कि यही वाइरस à¤à¤š1 à¤à¤¨1 (सà¥à¤µà¤¾à¤‡à¤¨ फà¥à¤²à¥‚) का कारक बनता है। इस दौरान उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने इस बीमारी की पहचान के लकà¥à¤·à¤£ बताà¤à¥¤ उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने बताया कि तेज बà¥à¤–ार, शरीर में दरà¥à¤¦, खांसी व गले में दरà¥à¤¦ की शिकायत जैसे लकà¥à¤·à¤£ सà¥à¤µà¤¾à¤‡à¤¨ फà¥à¤²à¥‚ की आशंका हो सकती है। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने बताया कि यह बीमारी शरीर के किसी à¤à¥€ अंग को पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µà¤¿à¤¤ कर सकती है। खासकर यह बीमारी à¤à¤¸à¥‡ वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ को तेजी से संकà¥à¤°à¤®à¤¿à¤¤ करती है जो पहले से बीमार हो, इसमें किडनी में खराबी, मोटापा, हृदयरोग, फेफड़ों से जà¥à¤¡à¤¼à¥€ बीमारियों से गà¥à¤°à¤¸à¤¿à¤¤ लोग अथवा 65 वरà¥à¤· से अधिक उमà¥à¤° के लोग शामिल हो सकते हैं। लिहाजा à¤à¤¸à¥‡ लोगों को इस बीमारी से अधिक सचेत रहने की आवशà¥à¤¯à¤•à¤¤à¤¾ है। à¤à¤¸à¥‡ में उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ बीमारी के इस तरह के लकà¥à¤·à¤£ पाठजाने पर ततà¥à¤•à¤¾à¤² विशेषजà¥à¤ž चिकितà¥à¤¸à¤• के पास जाकर जांच व उपचार लेना चाहिà¤à¥¤ उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने बताया ​कि यह बीमारी सामानà¥à¤¯ वाइरल जैसी ही है मगर इस बीमारी के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ लापरवाही जानलेवा साबित हो सकती है। डा. पीके पंडा ने इस बीमारी से बचाव के तौर तरीकों के बाबत बताया कि पीड़ित वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ से तीन फिट की दूरी बनानी चाहिà¤, साथ ही थà¥à¤°à¥€à¤²à¥‡à¤¯à¤° सरà¥à¤œà¤¿à¤•à¤² मासà¥à¤• व à¤à¤¨-95 मासà¥à¤• पहनना चाहिà¤à¥¤ बैठक में डीन à¤à¤•à¥‡à¤¡à¤®à¤¿à¤• पà¥à¤°à¥‹à¤«à¥‡à¤¸à¤° मनोज गà¥à¤ªà¥à¤¤à¤¾, डा. जया चतà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦à¥€, डा. नीलम, डा. सारून,डा. सà¥à¤¨à¥€à¤¤à¤¾ मितà¥à¤¤à¤², डा. किम मेमन, डा. सौरठवारà¥à¤·à¥à¤£à¥‡à¤¯, डा. बलराम जीओमर, डा. संतोष कà¥à¤®à¤¾à¤°, डा. गिरीश सिंधवानी, डा. गौरव चिकारा, डा. à¤à¤¾à¤°à¤¤à¤à¥‚षण à¤à¤¾à¤°à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤œ ,डा.अनà¥à¤à¤¾ अगà¥à¤°à¤µà¤¾à¤² आदि मौजूद थे।