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चमोली में जिलाधिकारी ने बाल उत्पीडन को रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाने के निर्देश दिए


समेकित बाल संरक्षण योजना के तहत चाइल्ड हेल्प लाईन बाल सलाहकार बोर्ड तथा जिला राष्ट्रीय बाल श्रम परियोजना समिति की बैठक लेते हुए जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने बाल उत्पीडन को रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाने के निर्देश दिए।

रिपोर्ट  - à¤…ंजना भटट धिल्डियाल

चमोली 09 जनवरी,2020,समेकित बाल संरक्षण योजना के तहत चाइल्ड हेल्प लाईन बाल सलाहकार बोर्ड तथा जिला राष्ट्रीय बाल श्रम परियोजना समिति की बैठक लेते हुए जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने बाल उत्पीडन को रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाने के निर्देश दिए। उन्होंने बच्चों के प्रति संवेदनशील होकर लोगों को जागरूक करने एवं चाइल्ड हेल्प लाइन 1098 का व्यापक प्रचार कर बाल संरक्षण प्रणाली को मजबूत बनाने पर जोर दिया। रूवार को क्लेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी ने चाइल्ड हेल्प लाइन के तहत जिले में बाल उत्पीडन मामलों को चिन्हित कर तत्काल कार्यवाही करने के निर्देश दिए। बच्चों को नशे से बचाने के लिए नशे के खिलाफ व्यापक अभियान चलाने को कहा। उन्होंने पुलिस विभाग को निर्देश दिए कि बच्चों में नशे के जितने में मामलें दर्ज हुए है उनकी छानबीन कर नशा सप्लाई करने वालों के खिलाफ कडी कार्यवाही करना सुनिश्चित करें। ताकि बच्चों को नशे की प्रवृति से दूर रखा जा सके। जिलाधिकारी ने एनएच एवं बीआरओ को सड़क पर कार्य करने वाले मजदूरों को मानवीय सुविधाएं मुहैया कराते हुए उनके बच्चों के लिए प्रारम्भिक शिक्षा की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। बोर्ड के सदस्यों को सार्वजनिक स्थलों, शिक्षण संस्थाओं, आंगनबाडी केंद्रों, कार्यस्थलों, व्यावसायिक वाहनों, टैक्सी यूनियन के कार्यालय एवं टैक्सी स्टैंड पर चाइल्ड हेल्पलाइन नंबरों को चस्पा करने एवं स्कूल बसों के चालक व परिचालकों का सत्यापन भी कराने के निर्देश दिए। श्रम प्रवर्तन अधिकारी को होटलों, दुकानों, ढाबों, सड़कों पर बाल श्रम को रोकने के लिए छापेमारी करने एवं बाल श्रम कराने वालों के खिलाफ कार्यवाही सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने अनाथ व असहाय बच्चे जिनके संरक्षक नही है को शिक्षित बनाने हेतु जिले में आश्रम पद्वति विद्यालय सैकोट व कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय घाट में दाखिला दिलाने तथा भीख मांगने वाले बच्चों को भिक्षावृति से मुक्त करने हेतु भिक्षुक गृह हरिद्वार भेजने को कहा। बाल कल्याण के क्षेत्र में कार्यरत सभी विभागों, स्वयं सेवी संस्थाओं एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं को इसके लिए तत्परता से कार्य करने की बात कही, ताकि बच्चों को उनके मूल अधिकार प्राप्त हो सके। हिमाद समिति की जिला समन्वयक प्रभा रावत ने चाइल्ड हेल्प लाइन द्वारा चिन्हित मामलो की जानकारी दी। बताया कि विगत अगस्त से दिसंबर माह तक 126 बच्चों को चाइल्ड लाइन सेवा प्रदान की गई है। चाइल्ड हेल्प लाइन के माध्यम से 13 बच्चों को मेडिकल सहायता व 20 बच्चों को स्पांन्सरशित दिलाई गई है। बाल मजदूरी करने वाले 19 बालकों को बाल कल्याण समिति को रेफर किया गया तथा 43 बालकों को उनके परिजनों के सुपुर्द किया गया। इसके अलावा दुव्यवहार, उत्पीनडन व मारपीट के 08, लापता के 03, भीख मांगने वाले 17, नशे का सेवन के 02 मामले चिन्हित कर सहायता दी गई है। वही दूसरी ओर जिलाधिकारी ने जिला राष्ट्रीय बाल श्रम परियोजना के तहत पूरे जिले में 6 से 14 वर्ष के बाल श्रमिकों तथा 14 से 18 वर्ष के किशोर श्रमिकों का सर्वेक्षण कार्य जल्द पूरा कराने के भी निर्देश दिए। उन्होंने ग्रामीण स्तर पर ग्राम विकास अधिकारी व ग्राम पंचायत विकास अधिकारियों तथा नगर क्षेत्रों में अधिशासी अधिकारियों के माध्यम से सर्वेक्षण कराने को कहा। इस दौरान मुख्य विकास अधिकारी हंसादत्त पांडे, सीएमओ डा. केके सिंह, जिला शिक्षा अधिकारी आशुतोष भण्डारी, एआरटीओ आल्विन राक्सी, डीपीओ संदीप कुमार, समाज कल्याण अधिकारी धन्नजय सिंह लिंगवाल, चाइल्ड हेल्पलाईन कार्यक्रम समन्वयक प्रभा रावत, हिमाद समिति के सचिव उमा शंकर बिष्ट सहित समिति के अन्य सदस्य उपस्थित थे।

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