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गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय में दूसरा तीन दिवसीय लिटरेचर फेस्टिवल शुरू


पवित्र पावन पुनीत जीवन दायिनी मां गंगा की गोद में हरिद्वार लिट्रेचर फेस्टिवल साहित्यिक संस्था अंतः प्रवाह और गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित त्रिदिवसीय महोत्सव के शुभ अवसर पर गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय के प्रांगण में का शुभारंभ हुआ।

रिपोर्ट  - à¤‘ल न्यूज़ भारत

हरिद्वार 10 जनवरी । पवित्र पावन पुनीत जीवन दायिनी मां गंगा की गोद में हरिद्वार लिट्रेचर फेस्टिवल साहित्यिक संस्था अंतः प्रवाह और गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित त्रिदिवसीय महोत्सव के शुभ अवसर पर गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय के प्रांगण में का शुभारंभ हुआ। जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में ख्यातिलब्ध फिल्मी गीतकार समीर अनजान विशिष्ट अतिथि आज तक तेज चैनल के वरिष्ठ कार्यकारी संपादक ,कहानीकार संजय सिन्हा ,गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर रूप किशोर शास्त्री, उपकुलपति डॉक्टर दिनेश चंद्र भट्ट एवम् हिंदी के वरिष्ठ साहित्यकार डॉ विष्णु राकेश ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया । इस अवसर पर उद्घाटन संबोधन में जाने-माने कहानीकार और टीवी टुडे नई दिल्ली के तेज चैनल के वरिष्ठ कार्यकारी संपादक संजय सिन्हा ने कहा कि साहित्य का काम मनुष्य का निर्माण करना है और हमें हमेशा सकारात्मक सोच रखनी चाहिए नकारात्मक सोच हमारे तन और मन दोनों पर विपरीत प्रभाव डालती है उन्होंने कहा कि साहित्य समाज का दर्पण होता है गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय और अंतः प्रवाह संस्था ने जय कार्यक्रम का आयोजन कर समाज को एक नई दिशा देने का काम किया है इसके लिए उन्होंने गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय के प्रोफेसर डॉक्टर श्रवण कुमार शर्मा और अंतः प्रवाह के प्रमुख संजय हांडा को बधाई दी। इस अवसर पर मुख्य अतिथि जाने-माने गीतकार समीर अंजान ने कहा कि आज भी कई अच्छे गीत लिखे जा रहे हैं आज से 50 साल पहले फिल्मी दुनिया में गीतों का स्वर्ण काल था। उन्होंने कहा कि हमारी सोच सकारात्मक होनी चाहिए और हमें नकारात्मक सोच नहीं रखनी चाहिए। हरिद्वार लिटरेचर फेस्टिवल में पहुँचे मशहूर फिल्म गीतकार समीर अंजान ने कहा कि दीपिका पादुकोण का जेएनयू के मुद्दे और उनकी फिल्म छपाक से कोई लेना देना नहीं था , ऐसे समय में उनका जेएनयू जाना सही नहीं था। समीर अंजान ने ये भी कहा कि यदि वो अपने फिल्म की प्रमोशन के लिए जेएनयू गई थी तो वे उसके खिलाफ है। वही समीर अंजान ने कहा कि सीएए और एनआरसी और जेएनयू को लेकर देश में जो कुछ भी हो रहा है वो देश में एक बड़े बदलाव का संकेत दे रहे है, वो बदलाव क्या होगा वो आने वाला वक्त ही बताएगा। इस अवसर पर अतिथियों का को शॉल स्मृति चिन्ह भेंट कर स्वागत किया गया वही प्रेस क्लब के अध्यक्ष राजेश शर्मा ने समीर अनजान और कहानीकार वरिष्ठ पत्रकार संजय शर्मा को गंगा जली भेंट कर उनका स्वागत किया कार्यक्रम में बड़ी संख्या में साहित्य प्रेमियों ने भाग लिया आज पहले दिन साहित्य महोत्सव में 3 सत्र आयोजित किए गए कल शनिवार को दोपहर के सत्र में जाने-माने गीता आपकी मर्मज्ञ विद्वान स्वामी ज्ञानानंद गीता के बारे में विस्तार से बताएंगे उनके कार्यक्रम की एंकरिंग अंग्रेजी लेखिका डॉ राधिका नागरथ करेंगी।

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